भीलवाड़ा. राजस्थान के डीजीपी लाठर ने मृतक जवान की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजली दी. इसके बाद शहीद के पिता बोदू नुवाद से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और आश्वास्त किया कि पुलिस सदैव उनके साथ है. इस दौरान डीजीपी जवान पवन के पुत्र रेयांश और पुत्री वंदना से मिले और दुलार किया. इस दौरान शहीद के छोटे भाई कैलाश व जुगराज भी मौजूद थे.
इसके बाद डीजीपी शहीद की मां टीक्या देवी से मिले और उनके पैर छूकर आर्शीवाद लिया. वहीं, शहीद की पत्नी झूमर देवी से भी मिलकर उन्हें ढांढस बंंधाया और आश्वस्त किया. डीजीपी के समक्ष पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया ने कहा कि अपराधी खुले घूम रहे हैं, पुलिस का विश्वास कम और अपराधियों का खौफ बढ़ता जा रहा है. इस पर डीजीपी ने कहा कि जल्द ही अपराधी गिरफ्त में होंगे. इस दौरान मिडिया से चर्चा करते हुए डीजीपी लाठर ने कहा कि अपराधियों को जल्द ही पकड़ा जाएगा. उनके पास कोई रास्ता नहीं है. अपराधी समर्पण कर दें, नहीं तो जान से जाएंगे.
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डीजीपी ने कहा कि आरोपियों की पहचान की जा चुकी है. शीघ्र ही वे पुलिस के हत्थे चढ़ेंगे. आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की स्पेशल टीमें काम कर रही है. इस दौरान पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया, भूमि विकास बैंक चेयरमैन चेतन चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण किशन सिंह भाटी, पुलिस उपाधीक्षक सिटी भूपेंद्र शर्मा, ग्रामीण गोपाल सिंह भाटी, राजू नुवाद सहित अन्य मौजूद थे.
क्या है मामला...
भीलवाड़ा जिला पुलिस के लिए 10 अप्रैल की मध्यरात्रि काली रात्री रही थी. नाकाबंदी के दौरान जिले के दो थाना क्षेत्र के जवानों की गोली लगने से मौत हो गई थी. बेखौफ बदमाशों को पकड़ने के लिए जिले के पांच थानाधिकारी सहित तीन पुलिस उप अधीक्षक पीछे लगे, लेकिन बेखौफ बदमाश पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए. दो जवानों की मौत के बाद पूरे पुलिस महकमे में शोक की लहर छा गई थी. दरअसल, कोटडी थाना क्षेत्र में नाकाबंदी के दौरान तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग की. जिसमें एक पुलिस जवान की मौत हो गई थी. वहीं, एक दूसरे रायला थाना क्षेत्र में भी इन बदमाशों की फायरिंग में एक और जवान की जान चली गई थी.