भीलवाड़ा. भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले में वर्ष 2018-19 में बोई गई अफीम की फसल में तुलवाई के बाद केंद्रीय कार्यालय में गुणवत्ता में कमी के कारण 454 किसानों के रिकवरी निकली है. जिसकी भीलवाड़ा नारकोटिक्स विभाग रिकवरी कर रहा है. रिकवरी करने के बाद ही इन किसानों को नई नीति के आधार पर पट्टे वितरित किए जाएंगे.
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भीलवाड़ा जिला अफीम अधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि भीलवाड़ा प्रभाग के अंतर्गत भीलवाड़ा व चित्तौड़गढ़ जिले में फसल वर्ष 2018- 19 में करीब 454 अफीम कृषकों की 2,32,371 रुपए वसूली आई है. जो पिछले वर्ष 2017-18 के मुकाबले काफी कम है. यह रिकवरी अफीम की तुलाई के बाद अफीम की फैक्ट्री की ग्रेडिंग में डिफरेंस आने की वजह से यह रिकवरी आई है.
साथ ही बताया कि पिछले वर्ष ग्रेडिंग में डिफरेंस ज्यादा आने की वजह से 26 लाख रुपए की रिकवरी आई थी. जिसकी हमने पूरी वसूली की थी. इस वर्ष 454 किसानों की रिकवरी निकली है, जिसमें से 303 किसानों से 2 लाख 300 रुपये की वसूली हो चुकी है. बाकी 72 कृषकों से 32 हजार रुपए के करीब रिकवरी इसी महीने में वसूली जाएगी. वहीं आगामी दिनों में भारत सरकार की नई नीति के साथ ही जल्द ही अफीम काश्तकारों को नए पट्टे वितरित किए जाएंगे.
अफीम अधिकारी ने सभी किसानों से अनुरोध किया कि वह किसी भी बहकावे व गलतफहमी में नहीं आएं. किसानों से डिपार्टमेंट में कोई व्यक्ति राशि मांगे तो मत दें. कोई भी काश्तकार किसी दूसरे काश्तकार की गलत बातों में नहीं आएं. कोई किसान अगर पट्टा दिलवाने की बात कहता है तो उनकी बात में नहीं आना वह सीधे कार्यालय से संपर्क करें. जिन काश्तकारों का नाम भारत सरकार की सूची में आएगा उनको ही पट्टा मिलेगा. अफीम नीति के अनुसार ही उन किसानों को पट्टे दिए जाएंगे, सिर्फ 100 रुपये भारत सरकार की जो फीस है वही वसूली जाएगी.