भीलवाड़ा. गहलोत ने भीलवाड़ा में सर्व धर्म संगोष्ठी के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि गांधी को भारतीय जनता पार्टी के राजनेता अब महात्मा गांधी मानने लगे हैं. हमें खुशी है कि गांधी के प्रोग्राम को वे अपनाने लगे हैं चाहे वह स्वच्छता का हो या अन्य हो. हमें बहुत गर्व होगा, लेकिन उन्होंने 70 वर्ष तक कभी महात्मा गांधी, सरदार पटेल और अंबेडकर को स्वीकार नहीं किया.
जो आजादी की जंग में हमेशा खिलाफ रहे वो लोग आज सत्ता में आए हैं. कोई बात नहीं, यह लोकतंत्र है. हमें उनको कहना चाहिए कि इस देश में 70 वर्ष तक कांग्रेस ने लोकतंत्र को कायम रखा. तब जाकर मोदी प्रधानमंत्री बन पाए. पाकिस्तान की तरह लोकतंत्र होता तो चुनाव होता ही नहीं, फिर मोदी जी प्रधानमंत्री कैसे बनते. वहीं, पीएम मोदी पर निशाना साधते हुऐ गहलोत बोले कि वे कहते हैं कि 70 वर्ष में कुछ नहीं हुआ...कुछ नहीं हुआ. यह जुमलेबाजी प्रधानमंत्री बंद करें.
वहीं, जिंदल सॉ लिमिटेड द्वारा पुर कस्बे के मकानों में दरारें आने के मामले को लेकर भाजपा के विधायक पिछले 25 दिन से कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठे हैं, जिसके सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी मैं पुर का निरीक्षण कर रहा हूं. कलेक्टर से बात कर पूरी बात समझी है और सरकार के पास इनका सर्वे करवाने के लिए कोई धन की कमी नहीं है. हम जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया व आईटीआई संस्थान से सर्वे कराएंगे, क्योंकि 4 हजार मकानों में दरारें आई हैं. एक भी मकान व परिवार को तकलीफ ना हो, ये हमारी जिम्मेदारी है. इसे लेकर सरकार पूरी तरह तत्पर है.
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि सरकार किस तरह पीड़ित लोगों को स्कीम बनाकर दे यह हमारी ड्यूटी है. हम उनकी रक्षा करेंगे. बिना रिपोर्ट अभी मैं लोगों से अपील करता हूं कि आप लोग आगे आएं. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का भी हमसे मुलाकात हुई थी और मैंने उन्हें भी संतुष्ट करके भेजा. वो जिंदल की शिकायत लेकर आए थे, मैंने उनसे कहा कि आपकी सरकार ने कॉन्ट्रैक्ट दिया. आप शिकायत करने के बजाय बताएं कि उनका समाधान क्या है, उसे दूर कैसे किया जाए. अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुर कस्बे के मकानों के निरीक्षण के बाद क्या कस्बे वासियों को राहत मिलती है या नहीं.