भीलवाड़ा. जिले के एक पुलिस निरीक्षक को कर्फ्यू के दौरान कार में महिला के साथ घुमने पर ससपेंड कर दिया गया था. जिसके बाद थानाधिकारी का एक ऑडियो वायरल हुआ था. जिसमें थानाधिकारी ने कांग्रेस के एक नेता को मुख्यमंत्री गहलोत तक अपनी समस्या पहुंचाने के लिए कहा था.
इस ऑडियो के वायरल होते ही पुलिस और राजनीतिक गलियारों में तहलका मच गाय. बता दें कि भीलवाड़ा कोतवाली में थानाधिकारी रहे भारतीय नौसेना रिटायर्ड इंस्पेक्टर यशदीप भल्ला, राजगढ़ थाने में आत्महत्या करने वाले इंस्पेक्टर विष्णुदत्त विश्नोई के बैचमेट भी हैं. सिटी कोतवाली थाने के पूर्व थानाप्रभारी और निलंबित निरीक्षक यशदीप भल्ला ने कहा कि मुझे पुलिस अधिक्षक हरेंद्र महावर की ओर से 7 मई को भेजी गयी रिपोर्ट के बाद सस्पेंड किया गया है.
जिसमें उन्होने आरोप लगाया है कि मैं 11-12 अप्रैल की रात को किसी महिला के साथ कार में घुम रहा था. मुझ पर लगाये गए ये सारे आरोप गलत हैं और बिना किसी जांच के मुझे निलंबित किया गया है. इस आरोप के कारण मैं अपने आपकों जलील महसूस कर रहा हूं.
पढ़ेंः चित्तौड़गढ़: नारकोटिक्स विभाग ने गाजीपुर भेजी 137 टन अफीम
वहीं, भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र महावर ने कहा कि हमारे पास जो भी जानकारी आयी है उसे हमने उच्चाधिकारियों तक पहुंचायी थी. उसके बाद ही उनका निलंबन किया गया था. उन्हें अगर कोई शिकायत थी तो उच्चाधिकारियों को बताना चाहिए था. किसी अन्य माध्यम का इस तरह उपयोग करना गलत है. निलंबित थानाधिकारी के साथ घुम रही महिला के सवाल पर महावर ने कहा कि 11-12 मार्च को शहर में कर्फ्यू लगा हुआ था. ऐसे में किसी भी शहरवासी को बाहर निकलने के आदेश नहीं थे. उन्होने इन नियमों का भी उल्लंघन किया था.