भीलवाड़ा. इंदौर के ब्रिलियंट कवेंशन सेंटर में मंगलवार को आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भीलवाड़ा शारदा समूह के सीईओ अमित लाठ को सम्मानित (Amit Lath Awarded by President Murmu) किया. अमित लाठ ने गत दिनों रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान यूक्रेन में फंसे मेडिकल की पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों को पौलेंड के रास्ते भारत लाने में मदद की थी. इसीलिए आज राष्ट्रपति ने उन्हें सम्मानित किया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से शारदा समूह के सीईओ अमित लाठ को दिया गया सम्मान प्रवासी भारतीयों को दिया जाने वाले सर्वोच्च सम्मान है. इस सम्मान के लिए विश्वभर के 27 प्रवासी भारतीयों को चुना गया था. भीलवाड़ा में रह रहे शारदा समूह के एमडी अनिल मानसिंहका ने बताया कि अमित लाठ का परिवार मूलतः मदेला राजस्थान का निवासी है. शारदा समूह भीलवाड़ा का पौलेंड में टेक्सटाइल का कारोबार है. 25 वर्षों से अमित ये काम कर रहे हैं. लाठ परिवार के कुछ सदस्य मुंबई (महाराष्ट्र) एवं बुहरानपुर (मध्यप्रदेश) में भी रहते हैं. इंदौर में 8 से 10 जनवरी तक आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शिकरत करने के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आए थे. मोदी ने सम्मानित होने वाले 27 एनआरआई सहित प्रमुख लोगों को संबोधित किया और उनके साथ भोजन भी किया था.
मेडिकल छात्रों को सुरक्षित भेजा था वतन : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान भारत सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती वहां फंसे छात्रों और अन्य लोगों को वापस लाने की थी. सरकार ने बच्चों को लाने के लिए तमाम व्यवस्थाएं की. इसमें सरकार के साथ उद्योगपति भी आगे आए. इस दौरान भीलवाड़ा के शारदा ग्रुप के सीईओ अमित लाठ ने भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सभी बच्चों को बॉर्डर तक सुरक्षित पहुंचाने में (Amit Lath Helped Indians during Russia Ukraine war) मदद की थी.