भीलवाड़ा. भीलवाड़ा में 4 ओमीक्रोन केस है. सभी संक्रमितों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है. राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल पवन कुमार ने कहा कि ओमीक्रोन से संक्रमण की दर अधिक सबसे अधिक (4 omicron cases in Bhilwara) है. जिले में चार कोरोना पेशेंट हैं, जिनको होम क्वॉरेंटाइन किया गया है. इन मरीजों को अस्पताल में नहीं रखा गया है.
डॉ. पवन कुमार ने कहा कि कुछ ही दिनों में कोरोना के पेशेंट बढ़ गए हैं. वर्तमान में अस्सी संक्रमित हैं. उनमें से ओमीक्रोन के चार पेसेंट है. आखिर नया वेरिएंट ओमीक्रोन क्या है. इस सवाल पर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा कि ओमक्रोन एक नया वेरिएंट है. डब्ल्यूएचओ ने इसे वेरिएंट आफ कन्सर्न या वेरिएंट ऑफ इंट्रेस्ट कहा गया है. यह वायरस तेजी से फैलता (Corona case in Bhilwara) है. पहले चल रहे डेल्टा वायरस में वायरस की सक्रामकता ज्यादा नहीं थी लेकिन बहुत ज्यादा डेंजर था. लोग इफेक्ट ज्यादा होते थे लेकिन ओमीक्रोन को लेकर अभी भयावह स्थिति नहीं बन रही है. पेशेंट को हॉस्पिटलाइजेशन नहीं करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि दूसरी लहर के डेल्टा वायरस से 80% से कम लोगों को हॉस्पिटलाइजेशन की जरूरत पड़ेगी. वहीं जो पेसेन्ट हॉस्पिटलाइज होंगे. उनमें से 30% लोग सीवियर हो सकते हैं. ओमीक्रोन से संक्रमित ज्यादा होंगे लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. बचाव रखें. एक ओमीक्रोन पेशेंट 20 से 25 लोगों को संक्रमित कर सकता (infection rate of Omicron) है.
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जिले वासियों से की अपील
डॉ. पवन कुमार ने कहा कि मेरी भीलवाड़ा जिले वासियों से यही अपील है कि अब तक जिस तरह भीलवाड़ा को कोरोना को लेकर आपने मॉडल बनाया है. उसी तरह अब तीसरी लहर से बचने के लिए अधिक से अधिक लोग वैक्सीनेशन करवाएं. चिकित्सा विभाग हमेशा तैयार है लेकिन अगर वैक्सीनेशन नहीं करवाएंगे तो संक्रमण फैलने का भय रहेगा. भीलवाड़ा में 91% लोगों को वैक्सीनेशन हो गया है. जिसमें से 81% लोगों को दोनों डोज लग चुकी है. वर्तमान में बच्चों के भी वैक्सीनेशन होने लग गए हैं.
लगातार की जा रही रैंडम सैंपलिंग
वैक्सीन से बड़ा सुरक्षा कवच कुछ भी नहीं हो सकता है. साथ ही हमारे द्वारा रैंडम सैंपलिंग की जा रही है. शहर में भीड़भाड़ वाले इलाकों से भी सैंपलिंग हो रही है. प्रतिदिन भीलवाड़ा की मेडिकल कॉलेज में 1500 जांच करवाई जा रही है. अब तक भीलवाड़ा जिले मे आये 300 हवाई यात्रियों की भी सैंपलिंग की है. अभी तक भीलवाड़ा में भयानक स्थिति नहीं है लेकिन लोगों को जागरूक व सतर्क रहना ही जरूरी है.
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बच्चों पर दे विशेष ध्यान दें
जीरो से 15 वर्ष के बच्चों को वैक्सीनेशन नहीं लग रहा है. ऐसे में उनका बचाव कैसे करें जिस पर प्रिंसिपल ने कहा कि वर्तमान में 0 से 15 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं हो रहा है लेकिन उन बच्चों को भीड़भाड़ वाले इलाके में नहीं जाने दिया जाए और उनके माता-पिता उन पर विशेष ध्यान दें .