भीलवाड़ा. जिले की सुभाष नगर थाना पुलिस ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए एक हनी ट्रैप मामले का पर्दाफाश किया. जिसमें तीन महिला व दो पुरुषों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल लिया. साथ ही बताया गया कि पूर्व में इन लोगों ने कई बड़े व्यवसायी, उद्योगपतियों और सरकारी कर्मचारियों को अपना निशाना बनाया था. सुभाष नगर थानाप्रभारी ने बताया कि इस मामले में इस गिरोह के साथ कुछ वकीलों के भी शामिल होने की बात सामने आई है.
थाना प्रभारी नंदलाल रिणवा ने बताया कि इस गिरोह के निशाने पर ज्यादातर प्रॉपर्टी व्यवसायी, सरकारी कर्मचारी व अन्य लोग थे, जिन्हें ये अपने चंगुल में फंसाकर पैसे ऐंठते थे. फिलहाल इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने आगे बताया कि बीते 4 मार्च को पेशे से अध्यापक भेरु लाल जाट ने उक्त मामले की लिखित शिकायत थाने में दर्ज कराई थी. जिसमें अध्यापक ने लिखा कहा था कि वो बीमार होने पर जिले के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती हुए थे, तभी वहां वार्ड लेडी ने उनसे उनका मोबाइल नंबर मांगा. इसके बाद उसने किसी अन्य महिला को उनका नंबर दे दिया.
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वहीं, कुछ समय के बाद उस महिला ने उन्हें एक प्लॉट देखने के लिए बुलाया, जहां उसने पानी में नशीला पदार्थ पिलाकर उन्हें बेहोश कर दिया. इसके बाद एक अन्य महिला वहां आई, जिसने उनके कपड़ों को उतार दिया. पीड़ित अध्यापक ने आगे बताया कि वहां पहले से पूरी प्लानिंग के तहत दो अन्य लोग मौजूद थे. जिन्होंने उनके साथ पहले तो मारपीट की और फिर उनका मोबाइल छीन लिया.
आखिरकार आरोपियों ने उनसे किसी तरह से फोन पे का पासवर्ड ले लिया और आहिस्ते-आहिस्ते उनके खाते से एक लाख 10 हजार रुपए निकाल लिए. पीड़ित भैरु लाल ने कहा कि इस घटनाक्रम के दौरान आरोपियों ने उनसे मारपीट भी की थी. जिसमें वो गंभीर रूप से चोटिल हो गए थे. इस मामले में सुभाष नगर थाना प्रभारी ने कहा कि प्रार्थी की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. इसमें अभी तीन महिला और दो पुरुषों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे लगातार पूछताछ की जा रही है. थाना प्रभारी ने कहा कि पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने कुछ वकीलों के नाम भी बताए हैं, जिनके गिरोह से जुड़े होने की बात कही गई है.
आरोपियों ने बताया कि वो इससे पहले भी ऐसी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. वहीं, ज्यादातर उनके निशाने पर प्रॉपर्टी डीलर, व्यवसायी, सर्विसमैन के साथ ही सरकारी कर्मचारी होते हैं. जिन्हें ये आसानी से फंसाकर पैसे ऐंठते हैं. थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार महिलाओं ने पिछले तीन-चार माह में कई मामले दर्ज कराए थे. इसी कड़ी में सुभाष नगर थाने में एक, मांडलगढ़ और सदर थाने में एक-एक मामले दर्ज कराए गए थे. इसके बाद ये महिलाएं मुकदमे के बदौलत राजीनामा कर पैसे ऐंठती थी. वहीं, अब सभी मामलों को सूचीबद्ध कर गहनता से जांच की जा रही है.