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भीलवाड़ा में फार्म पोंड योजना साबित हो रहा किसानों के लिए वरदान - राजस्थान

भीलवाड़ा में वर्षा जल संरक्षण के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई फार्म पोंड योजना किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रहा है. जिले में 65 फार्म पोंड निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है. इससे जिले में रबी की फसल की बुवाई का रकबा बढ़ जाएगा. इस योजना को जल शक्ति अभियान के तहत जोड़ा गया है.

farm pond scheme, भीलवाड़ा न्यूज
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Published : Aug 19, 2019, 1:01 PM IST

भीलवाड़ा. जिले में वर्षा जल संरक्षण के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई फार्म पोंड योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है. जिले के 65 किसानों को खेत तलाई यानी फार्म पोंड निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है. जिसमें से 20 जगह फार्म पोंड बनकर तैयार हो गया है. इससे जिले में रबी की फसल की बुवाई का रकबा बढ़ जाएगा. इस योजना को जल शक्ति अभियान के तहत जोड़ा गया है.

भीलवाड़ा में फार्म पोंड योजना

इसके बारे में भीलवाड़ा कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ जी. एल. चावला ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि भीलवाड़ा जिले के अंदर जल शक्ति अभियान चल रहा है. कृषि विभाग ने फार्म पोंड पाइप लाइन का विशेष काम ले रखा है. इसको जल शक्ति अभियान के तहत जोड़ा गया है. भीलवाड़ा जिले में इस बार 600 फार्म पोंड का लक्ष्य रखा गया है. हम उम्मीद करते हैं कि 350 फार्म पोंड भीलवाड़ा जिले में बन जाएंगे. अभी तक 65 फार्म पोंड की स्वीकृति हो गई है.

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उन्होंने बताया कि फार्म पॉन्ड किसानों की जमीन पर खेत के ढलान में बनाया जाता है. साथ ही इसकी साइज 20 मीटर लंबा, 20 मीटर चौड़ा, 3 मीटर गहरा होती है. जो 1200 घन मीटर टोटल साइज होती है. जिनमें 2 लाख लीटर वर्षा जल का संरक्षण किया जा सकता है. जिससे सर्दी की ऋतु में रबी की फसल को फायदा होता है. जैसा कि सर्दी में सरसो, जौ, चना की फसल बोई जाती है. उनकी सिंचाई करने में लाभदायक होता है. इस फार्म पोंड मे प्लास्टिक की सीट लगाई जाती है. जिससे पानी को जमीन अवशोषित नहीं करता है. चावला ने बताया कि भीलवाड़ा जिले में जितने भी कृषि विभाग को फार्म पोंड के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं. सभी आवेदन को स्वीकृति मिल गई है.

यह भी पढ़ें- जयपुर: नशे में वाहन ड्राइव करने वालों पर चलेगा ट्रैफिक पुलिस का डंडा

उन्होंने बताया कि जिले के गुलाबपुरा में सबसे ज्यादा 41 फार्म पोंड की स्वीकृति मिली है. इस फार्म पोंड को बनाने में 63 हजार रूपये का खर्च आता है. जिसमें से 52500 रुपए राज्य सरकार और 10500 रुपए केंद्र सरकार की ओर से अनुदान मिलता है. अब देखना यह होगा कि भीलवाड़ा जिले में कितने फार्म पोंड इस वर्ष बनते हैं.

भीलवाड़ा. जिले में वर्षा जल संरक्षण के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई फार्म पोंड योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है. जिले के 65 किसानों को खेत तलाई यानी फार्म पोंड निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है. जिसमें से 20 जगह फार्म पोंड बनकर तैयार हो गया है. इससे जिले में रबी की फसल की बुवाई का रकबा बढ़ जाएगा. इस योजना को जल शक्ति अभियान के तहत जोड़ा गया है.

भीलवाड़ा में फार्म पोंड योजना

इसके बारे में भीलवाड़ा कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ जी. एल. चावला ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि भीलवाड़ा जिले के अंदर जल शक्ति अभियान चल रहा है. कृषि विभाग ने फार्म पोंड पाइप लाइन का विशेष काम ले रखा है. इसको जल शक्ति अभियान के तहत जोड़ा गया है. भीलवाड़ा जिले में इस बार 600 फार्म पोंड का लक्ष्य रखा गया है. हम उम्मीद करते हैं कि 350 फार्म पोंड भीलवाड़ा जिले में बन जाएंगे. अभी तक 65 फार्म पोंड की स्वीकृति हो गई है.

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उन्होंने बताया कि फार्म पॉन्ड किसानों की जमीन पर खेत के ढलान में बनाया जाता है. साथ ही इसकी साइज 20 मीटर लंबा, 20 मीटर चौड़ा, 3 मीटर गहरा होती है. जो 1200 घन मीटर टोटल साइज होती है. जिनमें 2 लाख लीटर वर्षा जल का संरक्षण किया जा सकता है. जिससे सर्दी की ऋतु में रबी की फसल को फायदा होता है. जैसा कि सर्दी में सरसो, जौ, चना की फसल बोई जाती है. उनकी सिंचाई करने में लाभदायक होता है. इस फार्म पोंड मे प्लास्टिक की सीट लगाई जाती है. जिससे पानी को जमीन अवशोषित नहीं करता है. चावला ने बताया कि भीलवाड़ा जिले में जितने भी कृषि विभाग को फार्म पोंड के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं. सभी आवेदन को स्वीकृति मिल गई है.

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उन्होंने बताया कि जिले के गुलाबपुरा में सबसे ज्यादा 41 फार्म पोंड की स्वीकृति मिली है. इस फार्म पोंड को बनाने में 63 हजार रूपये का खर्च आता है. जिसमें से 52500 रुपए राज्य सरकार और 10500 रुपए केंद्र सरकार की ओर से अनुदान मिलता है. अब देखना यह होगा कि भीलवाड़ा जिले में कितने फार्म पोंड इस वर्ष बनते हैं.

Intro:भीलवाड़ा- भीलवाड़ा जिले में वर्षा जल संरक्षण के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई फार्म पॉन्ड योजना वरदान साबित हो रही है । जिले के 65 किसानों को खेत तलाई यानी फार्म पॉन्ड निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है । जिसमें से जिले में 20 जगह फार्म पॉन्ड बनकर तैयार हो गया है। इस योजना को जल शक्ति अभियान के तहत भी जोड़ा है।


Body:भीलवाड़ा जिले में जल शक्ति अभियान के तहत 65 फार्म पॉन्ड के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है । यह फार्म पॉन्ड बनने से जिले में रबी की फसल की बुवाई का रकबा बढ़ जाएगा।

भीलवाड़ा कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ जीएल चावला ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि भीलवाड़ा जिले के अंदर जल शक्ति अभियान चल रहा है। कृषि विभाग की ओर से फार्म पॉन्ड पाइपलाइन का विशेष काम ले रखा है। इसको जल शक्ति अभियान के तहत जोड़ा है । भीलवाड़ा जिले में इस बार 600 फार्म पॉन्ड का लक्ष्य दिया गया है। हम उम्मीद करते हैं कि 350 फार्म पॉन्ड भीलवाड़ा जिले में बन जाएंगे। अभी तक 65 फार्म पॉन्ड की स्वीकृति तो वर्तमान में हो गई है । फार्म पॉन्ड किसानों की जमीन पर खेत के ढलान मे बनाना होता है। वहां 20 मीटर लंबा ,20 मीटर चौड़ा, 3 मीटर गहरा इसकी साइज होती है। जिसमें 1200 घन मीटर टोटल साइज होती है। जिनमें 2 लाख लीटर वर्षा जल का संरक्षण किया जा सकता है । जिससे सर्दी की ऋतु में रबी की फसल जिले में जहां सरसों ,जौ,चना की फसल बोई जाती है उनकी सिंचाई की जा सकती है । इस फार्म पोड मे प्लास्टिक की सीट लगाई जाती है जिससे पानी जमीन अवशोषित नहीं करता है। भीलवाड़ा जिले में जितने भी कृषि विभाग को फार्म पॉन्ड के लिए आवेदन प्राप्त हुए सभी आवेदन को स्वीकृति मिल गई है । जिले के गुलाबपुरा में सबसे ज्यादा 41 फार्म पॉन्ड की प्रशासनिक स्वीकृति मिली है । इस फार्म पॉन्ड को बनाने में 63 हजार रूपये का खर्च आता है । जिसमें से 52500 रूपये राज्य सरकार तथा 10500 रूपये केंद्र सरकार की ओर से अनुदान मिलता हैं।

अब देखना यह होगा कि भीलवाड़ा जिले में कितने फार्म पॉन्ड इस वर्ष बनते हैं जिससे वर्षा जल का संचय होने के बाद रबी की फसल किसान भरपूर मात्रा में बो सकें और अच्छा उत्पादन ले सके ।
सोमदत्त त्रिपाठी ईटीवी भारत भीलवाड़ा

बाईट- डां. जी.एल. चावला
कृषि उपनिदेशक , भीलवाड़ा


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