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महंत नरेंद्र गिरि की मौत में नामजद शिष्य आनंद गिरि का है राजस्थान से विशेष नाता, जानिए पूरी कहानी - Mahant Narendra Giri passes away

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. नरेंद्र गिरि ने सुसाइड नोट में शिष्य आनंद गिरि पर आरोप लगाया है, जिसके बाद यूपी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. बता दें आनंद गिरि का राजस्थान से विशेष नाता है, यहां जानिए पूरी कहानी...

Mahant Narendra Giri, Anand Giri
आनंद गिरि
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Published : Sep 21, 2021, 1:34 PM IST

Updated : Sep 21, 2021, 5:47 PM IST

भीलवाड़ा. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत की खबर सुनते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई. उनके निधन के बाद महंत नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य आनंद गिरि के बीच हुए विवाद की याद भी ताजा हो गई. नरेंद्र गिरि ने सुसाइड नोट में शिष्य आनंद गिरि पर आरोप लगाया है. आनंद गिरि का राजस्थान से खास नाता है.

पढ़ें- नरेंद्र गिरि केस: शिष्य आनंद गिरि गिरफ्तार, करीब डेढ़ घंटे चली पूछताछ

आनंद गिरि भीलवाड़ा जिले का निवासी

बता दें, आनंद गिरि राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के ब्राह्मणों की सरेरी के निवासी हैं, जो बाल्यावस्था में ही प्रयागराज चले गए थे और नरेंद्र गिरि के मुख्य शिष्य बन गए थे. जिले के ब्राह्मणों की सरेरी गांव के निवासियों के अनुसार आनंद गिरी आसींद तहसील के ब्राह्मणों की सरेरी गांव के रामेश्वर चोटिया के सबसे छोटे बेटे हैं.

Mahant Narendra Giri, Anand Giri
महंत नरेंद्र गिरि

आनंद गिरि बाल्यावस्था में चले गए थे प्रयागराज

आनंद गिरि के दो बड़े भाई भंवरलाल और कैलाश भी हैं जबकि एक छोटी बहन है. रामेश्वरलाल कृषि कार्य करते हैं और उनके मकान के पास ही चारभुजा का मंदिर भी है. आनंद गिरि ने इस मंदिर में काफी समय तक पूजा-अर्चना की है. आनंद गिरि बाल्यावस्था में ही प्रयागराज चले गए थे.

जब उनके परिवार वालों को आनंद गिरि के हरिद्वार के कुंभ में होने की जानकारी मिली तो उनके पिता वहां पहुंचे. लेकिन तब तक आनंद गिरि नरेंद्र गिरि के आश्रम में पहुंच चुके थे और उनके शिष्य बन गए थे. कुछ समय पहले आनंद गिरि लॉकडाउन के दौरान ब्राह्मणों की सरेरी गांव पहुंचे थे. उस समय उनकी माता का निधन हुआ था. जब आनंद गिरि नरेंद्र गिरि के शिष्य बने थे तब आनंद गिरि अपने गांव आए थे और माता-पिता से आशीर्वाद लिया था.

पढ़ें- संत, संपत्ति और साजिश का देवभूमि में रहा गठजोड़, अब तक 22 संतों ने गंवाई जान

आनंद गिरि गिरफ्तार

बता दें, महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों मौत के मामले में लगभग डेढ़ घंटे की पूछताछ के बाद उनके शिष्य आनंद गिरि को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है. यूपी पुलिस देर रात उनके आश्रम में पहुंची थी.

सोमवार को महंत नरेंद्र गिरि का शव बाघम्बरी मठ आश्रम के कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला था. ऐसे में शिष्यों ने दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा. साथ ही महंत नरेंद्र गिरी के कमरे से पुलिस को लगभग 6-7 पन्नों का एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. सुसाइड नोट में मानसिक रूप से परेशानी का जिक्र है. सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि पर उन्हें परेशान करने का भी आरोप है. सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने लेटे हुए हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे को भी हिरासत में लिया है.

भीलवाड़ा. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत की खबर सुनते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई. उनके निधन के बाद महंत नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य आनंद गिरि के बीच हुए विवाद की याद भी ताजा हो गई. नरेंद्र गिरि ने सुसाइड नोट में शिष्य आनंद गिरि पर आरोप लगाया है. आनंद गिरि का राजस्थान से खास नाता है.

पढ़ें- नरेंद्र गिरि केस: शिष्य आनंद गिरि गिरफ्तार, करीब डेढ़ घंटे चली पूछताछ

आनंद गिरि भीलवाड़ा जिले का निवासी

बता दें, आनंद गिरि राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के ब्राह्मणों की सरेरी के निवासी हैं, जो बाल्यावस्था में ही प्रयागराज चले गए थे और नरेंद्र गिरि के मुख्य शिष्य बन गए थे. जिले के ब्राह्मणों की सरेरी गांव के निवासियों के अनुसार आनंद गिरी आसींद तहसील के ब्राह्मणों की सरेरी गांव के रामेश्वर चोटिया के सबसे छोटे बेटे हैं.

Mahant Narendra Giri, Anand Giri
महंत नरेंद्र गिरि

आनंद गिरि बाल्यावस्था में चले गए थे प्रयागराज

आनंद गिरि के दो बड़े भाई भंवरलाल और कैलाश भी हैं जबकि एक छोटी बहन है. रामेश्वरलाल कृषि कार्य करते हैं और उनके मकान के पास ही चारभुजा का मंदिर भी है. आनंद गिरि ने इस मंदिर में काफी समय तक पूजा-अर्चना की है. आनंद गिरि बाल्यावस्था में ही प्रयागराज चले गए थे.

जब उनके परिवार वालों को आनंद गिरि के हरिद्वार के कुंभ में होने की जानकारी मिली तो उनके पिता वहां पहुंचे. लेकिन तब तक आनंद गिरि नरेंद्र गिरि के आश्रम में पहुंच चुके थे और उनके शिष्य बन गए थे. कुछ समय पहले आनंद गिरि लॉकडाउन के दौरान ब्राह्मणों की सरेरी गांव पहुंचे थे. उस समय उनकी माता का निधन हुआ था. जब आनंद गिरि नरेंद्र गिरि के शिष्य बने थे तब आनंद गिरि अपने गांव आए थे और माता-पिता से आशीर्वाद लिया था.

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आनंद गिरि गिरफ्तार

बता दें, महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों मौत के मामले में लगभग डेढ़ घंटे की पूछताछ के बाद उनके शिष्य आनंद गिरि को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है. यूपी पुलिस देर रात उनके आश्रम में पहुंची थी.

सोमवार को महंत नरेंद्र गिरि का शव बाघम्बरी मठ आश्रम के कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला था. ऐसे में शिष्यों ने दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा. साथ ही महंत नरेंद्र गिरी के कमरे से पुलिस को लगभग 6-7 पन्नों का एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. सुसाइड नोट में मानसिक रूप से परेशानी का जिक्र है. सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि पर उन्हें परेशान करने का भी आरोप है. सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने लेटे हुए हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे को भी हिरासत में लिया है.

Last Updated : Sep 21, 2021, 5:47 PM IST
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