भीलवाड़ा. सरकार भले ही लाख दावे कर रही हो लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में भी अभी भी अंधविश्वास नहीं रुक रहा है. अशिक्षा के चलते निमोनिया जैसी बीमारी के नाम पर छोटे-छोटे मासूमों को गर्म सलाखों से दागा जा रहा है. भीलवाड़ा जिले के बिजौलिया क्षेत्र में एसी की एक घटना सामने आयी है जहां मासूम बच्चे को गर्म सलाखों से दागा गया.
ग्रामीण क्षेत्र में अंधविश्वास और शिक्षा के चलते बीमारी के नाम पर मासूमों को गर्म सलाखों से दागने का अंधविश्वास अभी भी नहीं रुक रहा है. यह सिलसिला अभी भी ग्रामीण क्षेत्र में जारी है. ऐसा ही मामला भीलवाड़ा जिले के बिजौलिया क्षेत्र में देखने को मिला.
यहां एक मासूम को अंधविश्वस के चलते गर्म सलाखों से डाम लगाया गया. भीलवाड़ा जिले के बिजौलिया थाना प्रभारी महावीर सिंह मीणा ने बताया कि क्षेत्र की जलिद्री पंचायत के धन्ना का डेरा गांव का यह पूरा मामला है. पुलिस के मुताबिक, 9 माह के एक मासूम को श्वास की बीमारी होने पर परिजन दूदिया खेड़ी निवासी गोपाल बंजारा के पास लेकर गए.
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गोपाल बंजारा ने परिजनों को मासूम को ठीक करने का दावा किया. जहां परिजनों की मौजूदगी में मासूम को डाम लगाया गया. गर्म सलाखों से दागने के बाद मासूम की तबियत ज्यादा बिगड़ने पर परिजन उसे मांडलगढ़ लेकर गए, जहां से भीलवाड़ा बच्चे को रेफर कर दिया गया.
मामले की सूचना मौके पर पुलिस भी पहुंची. फिलहाल पुलिस आरोपी गोपाल बंजारा नाम के शख्स पर रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरु कर दी है.