भीलवाड़ा. कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए 27 लोगों में से महात्मा गांधी चिकित्सालय से 14 और महाप्रज्ञ कोविड- 19 से 13 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है. वहीं कोविड सेंटर से आइसोलेशन वार्ड में इलाज करने वाले कोरोना योद्धा डॉक्टर को भी संक्रमण मुक्त होने पर डिस्चार्ज किया गया. भीलवाड़ा में कोरोना से जंग में रिकवरी रेट 85 प्रतिशत हो गई है और अब 31 मरीज ही आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं. संक्रमण मुक्त हुए मरीजों को राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल राजन नंदा और हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. अरुण गौड़ ने गुलाब का फूल देकर डिस्चार्ज किया.
जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरुण गौड़ ने कहा कि शनिवार को डिस्चार्ज हुए मासूमों बच्चों में से ऐसे बच्चे भी थे, जिनकी मां संक्रमण मुक्त थी और बच्चे कोरोना पॉजिटिव. ऐसे में हमने उनका कई व्यवस्थाओं में सुधार करके इलाज किया है और आज वह संक्रमण मुक्त हो गए हैं. वहीं 19 मार्च से आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी दे रहे चिकित्सक सुनील राजोरिया भी कोरोना से संक्रमित हो गए थे. उन्हें भी आज संक्रमण मुक्त होने पर गुलाब का फूल देकर और तालियां बजाकर डिस्चार्ज किया गया.
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भीलवाड़ा में इन मरीजों के संक्रमण मुक्त कोरोना की जंग में हमारी रिकवरी 85 प्रतिशत हो गई है. वहीं दूसरी ओर मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. राजेंद्र ने कहा कि 27 कोरोना वायरस के संक्रमण मुक्त मरीजों को डिस्चार्ज किया जा रहा है. जिसमें महात्मा गांधी चिकित्सालय से 14 और महाप्रज्ञ कविता सेंटर से 13 को डिस्चार्ज किया गया है. वहीं डिस्चार्ज हुए मरीजों में सबसे खास बात यह रही कि इस बार तीन मासूम और बुजुर्ग महिलाओं ने भी कोरोना से जंग जीती है. अब तक भीलवाड़ा में 209 मरीज कोरोना वायरस के संक्रमण मुक्त होने के बाद अपने घर जा चुके हैं.