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22 साल की वर्षा का पंच, IAS की पत्नी को हराकर बनीं सरपंच - वर्षा टांक

पंचायत चुनाव में मेवात क्षेत्र की 21 साल की असरूनी खान राजस्थान की सबसे युवा सरपंच चुनी गईं हैं. वहीं भीलवाड़ा जिले के ज्ञानगढ़ गांव के लोगों ने भी 22 साल की एक युवती वर्षा टांक के हाथ में गांव की बागडोर सौंपी है.. देखिए स्पेशल रिपोर्ट...

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एमएससी की छात्रा वर्षा टांक बनीं सरपंच
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Published : Jan 24, 2020, 1:53 PM IST

Updated : Jan 24, 2020, 2:04 PM IST

भीलवाड़ा. जिले की करेड़ा पंचायत समिति के ज्ञानगढ़ पंचायत मुख्यालय पर पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में अनूठा माहौल देखने को मिला. यहां IAS की पत्नी और गांव की सरपंच का एमएससी की छात्रा के साथ कड़ा मुकाबला हुआ. जहां निवर्तमान सरपंच को पराजित करते हुए एमएससी की 22 वर्षीय छात्रा वर्षा टांक गांव की मुखिया चुनी गईं.

एमएससी की छात्रा वर्षा टांक बनीं सरपंच

पढ़ें- Exclusive : पाक मूल की 'भारतीय' सरपंच नीता कंवर ने किया CAA का समर्थन

वर्षा टांक के सरपंच बनने के बाद गांव में जश्न का माहौल है. वहीं अपनी जीत के बाद नवनिर्वाचित सरपंच वर्षा टांक ने कहा कि, ' मैं गांव में गरीबों की परेशानियां सुनकर उनकी समस्या का निवारण करूंगी, साथ ही मेरे में इतना टैलेंट जरूर है, कि मैं पढ़ाई के साथ सरपंच पद भी संभाल सकती हूं'

पढ़ें- मेवात से बनीं राजस्थान की सबसे युवा सरपंच, 21 साल की उम्र में असरूनी खान का कमाल

206 वोटों से जीता सरपंच का चुनाव

भीलवाड़ा जिले के ज्ञानगढ पंचायत में 22 जनवरी को दूसरे चरण के सरपंच और वार्ड पंच पद के चुनाव हुए. जहां मुख्य मुकाबला उदयपुर में MSc की पढ़ाई कर रही वर्षा टांक और IAS महेंद्र पाल गुर्जर की पत्नी लक्ष्मी के बीच था. लक्ष्मी पहले भी संरपच थीं. लेकिन वर्षा टांक 206 मतों से चुनाव जीत गईं. जिसके बाद पूरे गांव में जश्न का माहौल है.

पढ़ें- गोविंदगढ़ : सबसे युवा और सबसे ज्यादा वोटों से जीतने वाले सरपंच से मिलिए...

पिता लेक्चरर और मां गृहणी

सरपंच वर्षा टांक के पिता कन्हैया लाल टांक ज्ञानगढ़ स्कूल में लेक्चरर हैं. वर्षा के तीन भाई-बहन है. जिसमें सबसे बड़ा भाई अभिषेक समाज सेवा करता है. वर्षा की दो बहन हैं सुरभि और जानवी. वह भी वर्षा के साथ उदयपुर में पढ़ाई करती हैं. वर्षा की मां का नाम सज्जन देवी है. वे गृहणी हैं.

भीलवाड़ा. जिले की करेड़ा पंचायत समिति के ज्ञानगढ़ पंचायत मुख्यालय पर पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में अनूठा माहौल देखने को मिला. यहां IAS की पत्नी और गांव की सरपंच का एमएससी की छात्रा के साथ कड़ा मुकाबला हुआ. जहां निवर्तमान सरपंच को पराजित करते हुए एमएससी की 22 वर्षीय छात्रा वर्षा टांक गांव की मुखिया चुनी गईं.

एमएससी की छात्रा वर्षा टांक बनीं सरपंच

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वर्षा टांक के सरपंच बनने के बाद गांव में जश्न का माहौल है. वहीं अपनी जीत के बाद नवनिर्वाचित सरपंच वर्षा टांक ने कहा कि, ' मैं गांव में गरीबों की परेशानियां सुनकर उनकी समस्या का निवारण करूंगी, साथ ही मेरे में इतना टैलेंट जरूर है, कि मैं पढ़ाई के साथ सरपंच पद भी संभाल सकती हूं'

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206 वोटों से जीता सरपंच का चुनाव

भीलवाड़ा जिले के ज्ञानगढ पंचायत में 22 जनवरी को दूसरे चरण के सरपंच और वार्ड पंच पद के चुनाव हुए. जहां मुख्य मुकाबला उदयपुर में MSc की पढ़ाई कर रही वर्षा टांक और IAS महेंद्र पाल गुर्जर की पत्नी लक्ष्मी के बीच था. लक्ष्मी पहले भी संरपच थीं. लेकिन वर्षा टांक 206 मतों से चुनाव जीत गईं. जिसके बाद पूरे गांव में जश्न का माहौल है.

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पिता लेक्चरर और मां गृहणी

सरपंच वर्षा टांक के पिता कन्हैया लाल टांक ज्ञानगढ़ स्कूल में लेक्चरर हैं. वर्षा के तीन भाई-बहन है. जिसमें सबसे बड़ा भाई अभिषेक समाज सेवा करता है. वर्षा की दो बहन हैं सुरभि और जानवी. वह भी वर्षा के साथ उदयपुर में पढ़ाई करती हैं. वर्षा की मां का नाम सज्जन देवी है. वे गृहणी हैं.

Intro:भीलवाडा- भीलवाड़ा जिले की करेड़ा पंचायत समिति के ज्ञानगढ़ पंचायत मुख्यालय पर पंचायत राज के द्वितीय चरण के चुनाव में अनूठा माहौल देखने को मिला। जहां निवर्तमान सरपंच आईएएस की पत्नी व गांव की उदयपुर में अध्यनरत एमएससी की छात्रा के बीच कड़ा मुकाबला देखा गया । जहां निवर्तमान सरपंच को पराजित करते हुए एमएससी की 22 वर्षीय छात्रा वर्षा टांक गांव की मुखिया चुनी गई ।वर्षा टाक सरपंच चुनने के बाद गांव में जश्न का माहौल छा गया। जहां जीत के बाद वर्षा टाक ने कहा कि मैं पंचायत क्षेत्र में गरीबों के कल्याण के लिए जो भी मेरे को काम करना पड़ेगा व मैं निश्चित पढ़ाई के साथ यह काम करूंगी।Body:

भीलवाड़ा जिले के करेड़ा पंचायत समिति के अंतिम पंचायत ज्ञानगढ पंचायत में आईएस की पत्नी को चुनाव मैदान में पराजित कर एमएससी की छात्रा वर्षा टाक सरपंच चुनी गई। जहा सरपंच वर्षा टाक ने कहा कि मैं गांव में गरीबों को प्रॉब्लम सुनकर उनका समस्या का निवारण करूंगी। साथ ही मेरे में इतना टैलेंट जरूर है कि मैं पढ़ाई के साथ सरपंच पद भी संभाल सकती हूं ।

भीलवाड़ा जिले के ज्ञानगढ पंचायत में 22 जनवरी को द्वितीय चरण के सरपंच व वार्ड पंच पद के चुनाव हुए । जहां मुख्य मुकाबला गांव की वर्षा टाक जो उदयपुर में कॉलेज में एमएससी की शिक्षा प्राप्त कर रही थी उनके बीच व आईएएस महेंद्र पाल गुर्जर की पत्नी लक्ष्मी के बीच था । जहा लक्ष्मी पहले भी संरपच थी। जहां देर शाम हुए परिणाम घोषित में वर्षा टांक 206 मतों से विजय घोषित की गई ।इसके बाद गांव में जश्न का माहौल छा गया और लोगों ने मिठाइयां बांटकर आतिशबाजी की । ज्ञानगढ़ पंचायत में वर्षों से पहले लक्ष्मी देवी गुर्जर जो आईएएस की पत्नी है वह सरपंच थी। जहां इस चुनाव मे लक्ष्मी देवी गुर्जर व वर्षा टांक के बीच कड़ा मुकाबला था। जहां आईएएस की पत्नी निवर्रतमान सरपंच लक्ष्मीदेवी गुर्जर को चुनाव में वर्षा टाक ने 206 मतों से पराजित किया । ज्ञानगढ़ पंचायत मुख्यालय पर जब सरपंच पद के लिए चुनाव के लिए मतदान हो रहे थे वहां महिलाये मंगल गीत गाते हुए मतदान के लिए पर्चियां वितरित कर रही थी और मतदान कर रही थी ।

वर्षा टाक जब मतदान करने गई उस दौरान प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि मैं आज पहली बार मतदान करने जा रही हूं। मेरे को अच्छा फील हो रहा है मैं अपने ही लिए वोट कर रही हूं अच्छा लग रहा है वह अपने आप को जीत का दावा भी कर रही थी वहीं 22 जनवरी को हुए परिणाम घोषित में वर्षा ज्ञानगढ ग्राम पंचायत की मुखिया चुनी गई।

जीत के बाद भी वर्षा टाक प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि मैं पढ़ाई के साथ सरपंच का काम भी कर सकती हूं इतना तो मेरे में टैलेंट जरूर है। साथ ही सरकार की योजनाओं को धरातल पर लाऊंगी और गरीब आदमियों के कल्याण के लिए हमेशा काम करूंगी। साथ ही में क्षेत्र में गुंडागर्दी, पैसे देकर वोट देना यह सब कुरूतियो को खत्म करूंगी। साथ ही गरीब आदमियों की प्रॉब्लम सुनकर उनका समाधान करूंगी ।

वर्षा के पिता कन्हैया लाल टाक ज्ञानगढ़ स्कूल में लेक्चरआर हैं । वर्षा के तीन भाई बहन है । जिसमें सबसे बड़ा भाई अभिषेक जो समाज सेवा करता है दूसरे नंबर पर वर्षा टाक जो उदयपुर में एमएससी की छात्रा है वर्षा के दो बहना है सुरभि ओर जानवी वह भी वर्षा के साथ उदयपुर पढ़ाई करती है ।माँ का नाम सज्जन देवी है वर्षा टांक ने आईएएस महेंद्र पाल गुर्जर की पत्नी के सामने चुनाव लड़ा है लक्ष्मी देवी ने 5 साल ज्ञानगढ़ पंचायत में सरपंच का कार्यकाल निकाला है। वही वापिस चुनावी मैदान में वर्षा के सामने लक्ष्मी देवी ने चुनाव लड़ा जिसमे 206 वोट से वर्षा टांक विजेता होकर लक्ष्मीदेवी गुर्जर को हराया है।
अब देखना यह होगा कि नवनिर्वाचित सरपंच व सडक ज्ञानगढ़ पंचायत क्षेत्र में विकास करवाती है या नहीं।

सोमदत्त त्रिपाठी ईटीवी भारत भीलवाडा

बाइट- वर्षा टाक, मतदान के दौरान
वाइट- वर्षा टांक, विजय के बाद, सरपंच ज्ञानगढ़Conclusion:
Last Updated : Jan 24, 2020, 2:04 PM IST
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