भीलवाड़ा. जिले की करेड़ा पंचायत समिति के ज्ञानगढ़ पंचायत मुख्यालय पर पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में अनूठा माहौल देखने को मिला. यहां IAS की पत्नी और गांव की सरपंच का एमएससी की छात्रा के साथ कड़ा मुकाबला हुआ. जहां निवर्तमान सरपंच को पराजित करते हुए एमएससी की 22 वर्षीय छात्रा वर्षा टांक गांव की मुखिया चुनी गईं.
पढ़ें- Exclusive : पाक मूल की 'भारतीय' सरपंच नीता कंवर ने किया CAA का समर्थन
वर्षा टांक के सरपंच बनने के बाद गांव में जश्न का माहौल है. वहीं अपनी जीत के बाद नवनिर्वाचित सरपंच वर्षा टांक ने कहा कि, ' मैं गांव में गरीबों की परेशानियां सुनकर उनकी समस्या का निवारण करूंगी, साथ ही मेरे में इतना टैलेंट जरूर है, कि मैं पढ़ाई के साथ सरपंच पद भी संभाल सकती हूं'
पढ़ें- मेवात से बनीं राजस्थान की सबसे युवा सरपंच, 21 साल की उम्र में असरूनी खान का कमाल
206 वोटों से जीता सरपंच का चुनाव
भीलवाड़ा जिले के ज्ञानगढ पंचायत में 22 जनवरी को दूसरे चरण के सरपंच और वार्ड पंच पद के चुनाव हुए. जहां मुख्य मुकाबला उदयपुर में MSc की पढ़ाई कर रही वर्षा टांक और IAS महेंद्र पाल गुर्जर की पत्नी लक्ष्मी के बीच था. लक्ष्मी पहले भी संरपच थीं. लेकिन वर्षा टांक 206 मतों से चुनाव जीत गईं. जिसके बाद पूरे गांव में जश्न का माहौल है.
पढ़ें- गोविंदगढ़ : सबसे युवा और सबसे ज्यादा वोटों से जीतने वाले सरपंच से मिलिए...
पिता लेक्चरर और मां गृहणी
सरपंच वर्षा टांक के पिता कन्हैया लाल टांक ज्ञानगढ़ स्कूल में लेक्चरर हैं. वर्षा के तीन भाई-बहन है. जिसमें सबसे बड़ा भाई अभिषेक समाज सेवा करता है. वर्षा की दो बहन हैं सुरभि और जानवी. वह भी वर्षा के साथ उदयपुर में पढ़ाई करती हैं. वर्षा की मां का नाम सज्जन देवी है. वे गृहणी हैं.