भरतपुर. जिले के नदबई कस्बे में गत 24 जून को की गई महिला की हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया गया है. महिला के देवर और सौतन के भाइयों ने मिलकर एक नाबालिग को हत्या की 5 लाख की सुपारी दी थी. सौतन के भाई ने आरोपी नाबालिग को अवैध कट्टा लाकर दिए. जिसके बाद नाबालिग ने सुधा की दिनदहाड़े हत्या कर दी थी. मामले में पुलिस ने मृतका के देवर को गिरफ्तार करने के बाद एक नाबालिग और दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
यह थी हत्या की वजहः प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि मृतका सुधा चौधरी और उसके पति पुष्पेंद्र के बीच बीते करीब 15 वर्ष से अनबन और मुकदमे बाजी चल रही थी. इसी दौरान पुष्पेंद्र ने मथुरा के बैरू का नगला निवासी सुशीला से शादी कर ली. 27 जुलाई, 2022 को पुष्पेंद्र की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. पुष्पेंद्र सीआरपीएफ में नौकरी करता था.
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मृतका सुधा चौधरी के एक बेटा अनुराग और दूसरी पत्नी सुशीला के एक बेटा लव्यांश है. सुशीला के बेटे के पिता के नाम को लेकर मथुरा गेट थाने में मुकदमा भी चल रहा है. सुधा और सुशीला में पति पुष्पेंद्र की मौत के बाद मिलने वाले वित्तीय परिलाभ, अनुकंपा नियुक्ति और संपत्ति के बंटवारे को लेकर झगड़ा चल रहा था. मृतका सुधा बीते 15 साल से अपने ससुरालीजनों से अलग बेटे के साथ नदबई रहती थी.
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ऐसे रची साजिशः एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि घटना के बाद गिरफ्तार किए गए मृतका के देवर मनोज ने कई राज उगले. मनोज ने बताया कि उसने अपने साले माधव और मृतका की सौतन सुशीला के भाई शिशुपाल से कहा कि सुधा की हत्या करवा दो. हमारा संपत्ति का मामला चल रहा है. हम बर्बाद हो रहे हैं. इसके बाद माधव ने कुम्हेर क्षेत्र के एक नाबालिग को 5 लाख में सुधा की हत्या करने के लिए तैयार किया. दो दिन पहले ही नाबालिग को अवैध कट्टे लाकर दिए थे. 24 जून को माधव बाइक चला रहा था और पीछे नाबालिग मुंह बांधकर दोनों हाथों में कट्टा लेकर बैठा था. नाबालिग ने फायरिंग कर महिला सुधा की हत्या कर दी थी.
बंद खदान से दबोचेः एसपी कच्छावा ने बताया कि घटना के बाद आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीमें गठित की गई. मुखबिर तंत्र और आईटी सेल की मदद से आरोपियों की तलाश शुरू की. 27 जून की रात 11 बजे नदबई पुलिस को सूचना मिली कि हत्या के तीनों आरोपी धनवाड़ा पूंठ की बंद खदान में छुपे बैठे हैं. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो बंद खदान में तीन लोग छुपकर बैठे नजर आए, जो पुलिस को देखकर भागने लगे. पुलिस टीम ने आरोपियों को पीछा कर पकड़ लिया. खदान में पुलिस से बचकर भागने के दौरान आरोपियों को हल्की चोट भी आईं, जिनका आरबीएम अस्पताल में उपचार कराया गया. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में माधव और शिशुपाल शामिल हैं. साथ ही नाबालिग को निरुद्ध किया गया है.