डीग (भरतपुर). जिले में पुलिस ने डीग पंचायत समिति के बद्रीपुर ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच बारिश मेव और तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी जगत सिंह को गिरफ्तार कर लिया. दोनों पर पंचायत के रिकॉर्ड को खुर्द बुरार्द कर विकास कार्य के नाम पर करीब 65 लाख रुपये से अधिक के गबन का आरोप है.
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पुलिस उप निरीक्षक फतेह लाल ने बताया कि ग्राम पंचायत बद्रीपुर क्षेत्र के पंचायत पंचायत प्रसार अधिकारी राजेंद्र शर्मा ने ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी जगत सिंह और पूर्व सरपंच बारिश मेव के खिलाफ पंचायत में विकास के नाम पर रिकॉर्ड को खुर्द बुर्द कर 65 लाख 89 हजार 292 रुपये अपने खातों में जमा कराने का मामला 20 मार्च 2020 को डीग थाने में दर्ज कराया गया था. मामले में जांच के बाद बुधवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गौरतलब है जिले में पहले भी सरकारी कर्मचारी पर गबन के आरोप लग चुके हैं.
जिला कलेक्टर ने उपखंड स्तरीय अधिकारियों की ली बैठक
भरतपुर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने पहाड़ी पंचायत समिति मुख्यालय पहुंचकर उपखंड स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमण के खतरे के मद्देनजर उपचार की व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि घर-घर सर्वे अभियान जारी रखते हुए मेडिकल किटों का वितरण करें, जिससे कोविड-19 की दूसरी लहर के संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके. उन्होंने विद्युत एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम को मद्देनजर क्षेत्र की विद्युत एवं पेयजल की आपूर्ति के बारे में जानकारी लेकर आपूर्ति सुचारू बनाए रखें. साथ ही क्षेत्र को चंबल का मीठा एवं गुणवत्तापूर्ण पेयजल जल्द उपलब्ध कराए जाने के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं से पात्र लाभार्थियों को जोड़ें. उन्होंने सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय रखते हुए खनन सामग्री से भरे ओवलोडिंग डंपर निकासी पर रोक लगाने की प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए. जिला कलेक्टर ने सीएचसी पहाडी परिसर में स्थित कोविड सेन्टर का भी निरीक्षण किया. यहॉं उन्होंने चिकित्सा प्रभारी डाॅ. मोहन सिह चौधरी से कोविड प्रोटोकॉल के बारे में आवश्यक जानकारी ली एवं कोविड सेंटर मे लगे ऑक्सीजन सलेन्डर को चालू करवाकर देखा. उन्होंने चिकित्सालय की लैब का निरीक्षण कर प्रतिदिन होने वाली जांचों के सम्बंध में जानकारी ली. इसके बाद उन्होंने नांगल क्रेशर जोन का भी निरीक्षण किया. उन्होंने खनन क्षेत्र के बारे में खनिज अभियंता से वस्तुस्थिति की जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए तथा विभाग केअधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अवैध खनन की निगरानी के लिए मुख्य मार्गों पर चौकी स्थापित करें.