भरतपुर. अयोध्या में नवनिर्मित श्री राम जन्म भूमि मंदिर में श्री रामलला की 22 जनवरी को भव्य प्राण प्रतिष्ठा होगी. इसके लिए विश्व हिंदू परिषद अन्य हिंदू संगठनों की मदद से दुनिया के 10 करोड़ हिंदू परिवारों को पीले चावल भेज कर निमंत्रण देगा. इतना ही नहीं उस दिन दुनिया के 5 लाख मंदिरों में भी आयोजन होगा और देश के लाखों मंदिरों में एलईडी टीवी के माध्यम से श्रद्धालुओं को आयोजन दिखाया जाएगा. यह जानकारी शुक्रवार को विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने पत्रकार वार्ता में दी.
आलोक कुमार ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के दौरान देशभर के करीब 4500 साधु-संत और हजारों गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे. देश-विदेश से हिंदू समाज के 5 लाख मंदिरों में 7 करोड़ से अधिक लोग शामिल होकर आयोजन के साक्षी बनेंगे. अयोध्या मंदिर के पीले चावल लेकर करीब 10 करोड़ से अधिक हिंदू समाज के परिवारों को आमंत्रित करने के लिए वितरित किया जाएगा.
पढ़ें: अयोध्या के लिए जयपुर से रवाना हुई श्री राम संदेश पदयात्रा, 22 को पहुंचेगी रामलला दरबार
उन्होंने बताया कि अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में संपूर्ण हिन्दू समाज का प्रतिनिधित्व होगा. अपनी जनजातियों व भगवान वाल्मीकि, संत कवि, संत रविदास आदि परम्पराओं के संत भी विशेष रूप से निमंत्रित किए गए हैं. उन्होंने बताया कि इसके अलावा अन्य क्षेत्रों साहित्य, संगीत, कला, फिल्म, सुरक्षा, खेल, उद्योग और व्यापार आदि क्षेत्रों की 2500 से अधिक हस्तियों को आमंत्रित किया जा रहा है. राजनीतिक क्षेत्र के विपक्षी प्रमुख दलों के सभी अध्यक्षों को बुलाया है. भाजपा के अध्यक्ष को भी निमंत्रण दिया गया है.
ये रहेगा प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम: 17 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम शुरू किया जाएगा, जिसमें 17 जनवरी को नगर भ्रमण होगा और 18 जनवरी को गर्भ गृह में रामलला विराजमान होंगे. एक दिन जल वास, एक दिन अन्न वास और एक दिन शैय्या वास होगा. उसके बाद अभिजीत मुहूर्त में दोपहर को आंखों से पट्टी हटाकर प्राण प्रतिष्ठा होगी.
पढ़ें: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले कुबेर टीले पर विराजमान हुए पक्षीराज 'जटायु'
आलोक कुमार ने बताया कि राजस्थान के 50 जिलों के 36 हजार गांवों में 20 लाख से अधिक हिन्दू परिवारों को निमंत्रित करने कार्यकर्ता जाएंगे. विश्व हिन्दू परिषद तीनों प्रान्तों से (जयपुर, चित्तौड़ एवं जोधपुर) से 2 हजार कार्यकर्ता प्रत्येक प्रान्त से कुल 6 हजार कार्यकर्ताओं को श्री रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या भेजेगा. भरतपुर जिले में 22 जनवरी को 1 हजार से अधिक मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और 500 से अधिक मंदिरों में एलईडी या टीवी लगाकर सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा. भरतपुर शहर की 44 बस्तियों के 150 से अधिक मंदिरों में एलईडी या टीवी लगाकर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा.