भरतपुर. प्रदेश में वीरांगनाओं का मुद्दा बीते करीब 17 दिन से गरमाया हुआ है. सदन में भी भाजपा नेताओं ने वीरांगनाओं को उनका हक दिलाने की बात रखी, जिस पर हंगामा हुआ. भाजपा की ओर से बीते दिनों जयपुर में वीरांगनाओं के साथ हुई बदसुलूकी के खिलाफ प्रदर्शन हुआ. लेकिन गुरुवार को भरतपुर में आयोजित हुए भाजपा के जन आक्रोश हल्ला बोल अभियान से वीरंगनाओं का मुद्दा पूरी तरह गायब रहा.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मंच से खड़े होकर हजारों की भीड़ के सामने करीब 20 मिनट तक भाषण दिया, लेकिन इस भाषण में वीरांगनाओं के लिए एक शब्द नहीं बोला. ऐसे में स्पष्ट है कि सतीश पूनिया वीरांगनाओं के मुद्दे से पूरी तरह दूरी बनाए हुए हैं. सतीश पूनिया ने शहर के यातायात चौराहे पर गुरुवार को करीब 20 मिनट तक राजस्थान सरकार की लचर कानून व्यवस्था, बढ़ते अपराध, भ्रष्टाचार और पेपर लीक मामले पर भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने वीरांगनाओं की मांग या उनके साथ जयपुर में हुई बदसुलूकी को लेकर शब्द नहीं कहा.
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किरोड़ीलाल मीणा ने वीरांगनाओं के मुद्दे को बड़े जोर-शोर से उठाया, कई दिनों तक खुद धरने पर भी बैठे. इसके अलावा भाजपा नेता विधानसभा में पूरी ताकत से इस मुद्दे को उठा रहे हैं. वीरांगनाओं के साथ पुलिस के बर्ताव पर सदन में हंगामा भी हुआ. भाजपा ने बीते दिनों वीरांगनाओं के समर्थन में जयपुर में प्रदर्शन भी किया. भाजपा नेता किरोड़ीलाल मीणा भी प्रदर्शन में मौजूद रहे, जिनकी बाद में तबीयत खराब हो गई.
पूनिया के खिलाफ नारेबाजी - सतीश पूनिया इस पूरे मुद्दे से दूरी बनाए हुए हैं. ना तो सतीश पूनिया भाजपा के प्रदर्शन में मौजूद रहे और न ही भरतपुर के जनाक्रोश हल्ला बोल में वीरांगनाओं पर कोई बात कही. सतीश पूनिया की ओर से बनाई गई दूरी के चलते बीते दिनों किरोड़ी लाल मीणा के समर्थकों ने भाजपा कार्यालय के बाहर पूनिया के खिलाफ नारेबाजी भी की थी.
एकजुट दिखी भाजपा - अभी तक भाजपा में पूनिया और वसुंधरा खेमा अलग अलग रहता था, लेकिन गुरुवार को भाजपा के जनाक्रोश हल्ला बोल अभियान में पूनिया और वसुंधरा खेमा एकजुट दिखा. जो भाजपा नेता पूनिया के कार्यक्रम से दूरी बनाकर रखते थे, वो भी मंच पर नजर आए. इतना ही नहीं इस बार जनाक्रोश हल्ला बोल के बैनर, पोस्टरों में वसुंधरा का फोटो भी नजर आया. गौरतलब है कि पुलवामा शहीदों की वीरांगना मधुबाला, मंजू जाट और सुंदर गुर्जर ने अपनी मांगों को लेकर जयपुर में धरना प्रदर्शन किया था. इसके बाद भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा और भाजपा के अन्य नेता भी वीरांगनाओं के समर्थन में उतर आए.
पूनिया ने इसलिए बनाई दूरी - असल में भाजपा नेता किरोड़ीलाल मीणा ने पूर्व में एक बयान दिया था पेपर लीक मामले में मुझे सतीश पूनिया की तरफ से जो समर्थन मिलना चाहिए था वो नहीं मिला. उसके बाद अब बीते दिनों किरोड़ीलाल मीणा ने वीरांगनाओं वाले मामले में सरकार का विरोध किया तो फिर से सतीश पूनिया ने दूरी बना ली. माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर किरोड़ीलाल मीणा ने पहल की इसलिए पूनिया ने दूरी बना रखी है.
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