बीकानेर. जिले के संस्थापक महाराजा सूरजमल का 256वां बलिदान दिवस मनाया गया. इस मौके पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ. स्थानीय किसान छात्रावास में महाराजा सूरजमल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके योगदान को याद किया गया. वहीं, इस मौके पर जाट समाज के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. इस अवसर पर किसान छात्रावास के अध्यक्ष चेतराम ने कहा कि सूरजमल का बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा.
भरतपुर के महाराजा सूरजमल ने उस समय दिल्ली को हराया था जब ज्यादातर राजा उनके अधीनता स्वीकार कर चुके थे. सूरजमल सही मायनों में असली हिंदू सम्राट राजा थे.
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इस मौके पर उपस्थित अन्य वक्ताओं ने महाराजा सूरजमल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने जात पात से ऊपर उठकर मानवता की सेवा की वह सभी धर्मों का आदर करते थे जिसके कारण उन्हें धर्म रक्षक भी कहा गया. महाराजा सूरजमल ने राजस्थान की ओर से होने वाले आक्रमणों को हमेशा साहस के साथ रोके रखा. इस मौके पर किसान छात्रावास के रखरखाव नए भवन को लेकर मंथन किया गया.