कामां (भरतपुर). Bull Attack में 3 लोग घायल हो गए थे. जिनमें से एक की जयपुर स्थित सवाई मानसिंह अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. नंदी के आतंक से परेशान ग्रामीण प्रशासन से काफी खफा हैं. आरोप है कि प्रशासन की तरफ से सांड को पकड़ने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई. इसके बाद ग्रामीणों ने 20 घंटे की मशक्कत के बाद आवारा पशु को कंट्रोल किया. इस बीच प्रशासन की तरफ से कोई भी नुमाइंदा नहीं पहुंचा. इससे नाराज ग्रामीणों ने कामां कोसी रोड को जाम कर दिया.
पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि बलदेव गुर्जर ने बताया कि धिलावटी गांव में कई दिन से पागल सांड का आतंक चल रहा था. ग्रामीण भयभीत थे. शनिवार शाम को नंदी ने 60 साल के राधा कृष्ण (पुत्र भूप राम) ,रूपराम फौजी (पुत्र सीता राम यादव), देवेंद्र (पुत्र रामदेव गुर्जर) पर हमला कर लहूलुहान कर दिया. हमले में राधा कृष्ण की हालत गंभीर होने के चलते चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर सवाई मानसिंह अस्पताल के लिए रेफर कर दिया.
जयपुर अस्पताल में उपचार के दौरान रविवार को राधा कृष्ण की मौत हो गई. आरोप है कि इतना सब कुछ होने के बाद भी प्रशासन की तरफ से सांड को पकड़वाने के प्रयास नहीं किए गए. ग्रामीणों ने अपनी कोशिशों से करीब 20 घंटे की मशक्कत के बाद पागल सांड को पकड़ा. इस मशक्कत में भी कई लोग चोटिल हो गए. सांड को पकड़ने के बाद स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को सूचित कर दिया गया लेकिन सांड को ले जाने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई.प्रशासन के इस लचर रवैए से ग्रामीण बेहद नाराज हो गए. इसके बाद रविवार दोपहर को आक्रोशित ग्रामीणों ने कामां कोसी रोड को अवरुद्ध कर प्रशासन के विरुद्ध नाराजगी व्यक्त की