भरतपुर. राजस्थान प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद सतीश पूनिया बुधवार को अपने पहले दौरे पर भरतपुर पहुंचे. जहां जगह जगह लोगों ने उनका स्वागत किया.
इस अवसर पर सतीश पूनिया ने बातचीत करते हुए कहा की अभी लोक सभा और विधानसभा चुनावों में चार वर्ष से ज्यादा का समय है. लेकिन इस बीच वह प्रदेश की सरकार के साथ लड़ाई भी लड़ेंगे और संगठन का विस्तार भी करेंगे. कांग्रेस सरकार की जो जनविरोधी नीतियां है उनका विरोध करेंगे. सरकार की जनविरोधी नीतियों का उजागर करेंगे, सड़क पर भी और सदन में भी. बसपा के 6 विधायकों के कांग्रेस सरकार में शामिल होने के विषय पर उन्होंने कहा की बसपा के विधायकों को मिलाना कांग्रेस सरकार की कमजोरी साबित हुई.
पढ़ेंः भरतपुर में सेना भर्ती रैली शुरू, 18 से 24 सितंबर तक चलेगी
कांग्रेस सरकार की दुकान में सामान कम है और उन्होंने ऐसा करने की कोशिश की थी और इसकी बुनियाद राज्य सभा चुनाव के दौरान रची गयी थी और मनमोहन सिंह को यहां से चुनाव लड़ाने का मकसद भी यही था. बसपा विधायकों के मिलाने को लेकर कहा की परदे के पीछे क्या हुआ यह तो उजागर हो जायेगा, लेकिन जाहिर है की इनको पद बांटे जायेंगे और इसके पीछे निश्चित रूप से कोई ना कोई प्रलोभन भी रहा होगा.
पढ़ेंः भरतपुर: सड़क किनारे मिला शव, पुलिस को हत्या की आशंका
आज पूरी दुनिया में राष्ट्रवाद का बोलबाला है. लोग अपने देश से प्रेम करते है, तिरंगे से प्यार करते है, भारत माता से प्यार करते है और यही भाजपा का एजेंडा है. इसलिए अन्य दलों के लोग भाजपा से जुड़ रहे हैं. राजस्थान आज देश के दस ऐसे प्रदेशों में शुमार हो गया है. जहां कानून व्यवस्था बदतर है और प्रदेश में आज अपराधियों में विश्वास और लोगो में भय का माहौल हैं.