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मेवात से बनीं राजस्थान की सबसे युवा सरपंच, 21 साल की उम्र में असरूनी खान का कमाल - Bharatpur news

भरतपुर की असरूनी खान राजस्थान की सबसे युवा सरपंच हैं. असरूनी खान भरतपुर के डीग पंचायत समिति के तहत आने वाले चुल्हेरा ग्राम पंचायत से सरपंच नियुक्त हुई हैं. जिनकी उम्र केवल 21 साल है. जिसके बाद वो अब पूरे राजस्थान में सबसे युवा सरपंच है.

मेवात से बनीं राजस्थान की सबसे युवा सरपंच,youngest sarpanch in Rajasthan
मेवात से बनीं राजस्थान की सबसे युवा सरपंच
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Published : Jan 20, 2020, 10:23 PM IST

भरतपुर. जिले में डीग और पहाड़ी कस्बे में प्रथम चरण में चुनाव सम्पन्न हो गए है. ऐसे में डीग पंचायत समिति की ग्राम पंचायत चुल्हेरा में एक सरपंच चुनी गई है. जिसकी उम्र मात्र 21 साल है और जिसके बाद नव निर्वाचित सरपंच असरूनी खान पूरे राजस्थान में सबसे युवा सरपंच बन गई हैं. असरूनी कि शादी 3 साल पहले भरतपुर के चुल्हेरा पंचायत के गांव गदड़बास में हुई थी और असरूनी पहली बार चुनाव लड़ीं, जिसमें वह अपने प्रतिद्वंदी से मात्र 31 वोटों से जीत गई. हालांकि वह काफी कम पढ़ी लिखी है.

राजस्थान की सबसे युवा सरपंच,

पढ़ें- उम्र को नहीं आने दिया आड़े, 97 साल की उम्र में बनी सरपंच

गांव में करेंगी विकास के काम
नव निर्वाचित सरपंच असरूनी खान की शादी साल 2017 में नजिम खान से हुई थी. असरूनी के एक बेटा भी है. वहीं जब ईटीवी भारत ने सरपंच असरूनी खान से बात की तो उन्होंने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता ग्राम पंचायत क्षेत्र की सड़कों की स्थिति को सुधारने की रहेगी, साथ ही सरपंच ने बताया कि गांव में अस्पतालों का अभाव है, अगर अस्पताल है तो उनमें डॉक्टर्स नहीं है, इसलिए ग्रामीणों को इलाज के लिए काफी दूर तक जाना पड़ता है. ऐसे में वो ग्रामीणों की इस समस्या को दूर करने के लिए अस्पतालों की तरफ भी ध्यान देंगी.

पढ़ें- राजस्थान की इस ग्राम पंचायत में चुना गया सबसे कम उम्र का सरपंच

31 वोट से अपनी प्रतिद्वंदी नजमा को हराया
असरूनी खान के ससुर अजीम खान चुल्हेरा ग्राम पंचायत से तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन वह नहीं जीत पाए. जिसके बाद उन्होंने पहली बार अपनी पुत्रवधू को पंचायत का चुनाव लड़ाया. जिसमें वह 31 वोट से अपनी प्रतिद्वंदी नजमा से जीत गई. वहीं सरपंच असरुनी के ससुर अजीम खान ने बताया कि बहू के पहली बार में ही सरपंच बनने की परिवार में काफी खुशी है.

पढ़ें- पाक मूल की भारतीय बहू नीता कंवर ने जीता सरपंच का चुनाव

मेवात में बनीं सबसे कम उम्र की सरपंच
गौरतलब है कि भरतपुर का पहाड़ी और डीग इलाका मेवात क्षेत्र में आता है. जहां बेटियों को ज्यादा तवज्जों नहीं दी जाती है. साथ ही उनकी उम्र से पहले ही शादी कर दी जाती है. जिसकी वजह से लड़कियां ज्यादा पढ़ नहीं पाती और गृहस्थी में उनका जीवन कट जाता है, लेकिन इन सब के बीच उसी इलाके से असरूनी खान उन सभी लोगों के लिए एक मिसाल है, जो बेटियों को हर क्षेत्र में कम समझते हैं. बता दें कि असरूनी खान प्रदेश की सबसे कम उम्र की नवनिर्वाचित महिला सरपंच है. जो 21 साल 16 दिन की उम्र में सरपंच चुनी गयी है.

भरतपुर. जिले में डीग और पहाड़ी कस्बे में प्रथम चरण में चुनाव सम्पन्न हो गए है. ऐसे में डीग पंचायत समिति की ग्राम पंचायत चुल्हेरा में एक सरपंच चुनी गई है. जिसकी उम्र मात्र 21 साल है और जिसके बाद नव निर्वाचित सरपंच असरूनी खान पूरे राजस्थान में सबसे युवा सरपंच बन गई हैं. असरूनी कि शादी 3 साल पहले भरतपुर के चुल्हेरा पंचायत के गांव गदड़बास में हुई थी और असरूनी पहली बार चुनाव लड़ीं, जिसमें वह अपने प्रतिद्वंदी से मात्र 31 वोटों से जीत गई. हालांकि वह काफी कम पढ़ी लिखी है.

राजस्थान की सबसे युवा सरपंच,

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गांव में करेंगी विकास के काम
नव निर्वाचित सरपंच असरूनी खान की शादी साल 2017 में नजिम खान से हुई थी. असरूनी के एक बेटा भी है. वहीं जब ईटीवी भारत ने सरपंच असरूनी खान से बात की तो उन्होंने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता ग्राम पंचायत क्षेत्र की सड़कों की स्थिति को सुधारने की रहेगी, साथ ही सरपंच ने बताया कि गांव में अस्पतालों का अभाव है, अगर अस्पताल है तो उनमें डॉक्टर्स नहीं है, इसलिए ग्रामीणों को इलाज के लिए काफी दूर तक जाना पड़ता है. ऐसे में वो ग्रामीणों की इस समस्या को दूर करने के लिए अस्पतालों की तरफ भी ध्यान देंगी.

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31 वोट से अपनी प्रतिद्वंदी नजमा को हराया
असरूनी खान के ससुर अजीम खान चुल्हेरा ग्राम पंचायत से तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन वह नहीं जीत पाए. जिसके बाद उन्होंने पहली बार अपनी पुत्रवधू को पंचायत का चुनाव लड़ाया. जिसमें वह 31 वोट से अपनी प्रतिद्वंदी नजमा से जीत गई. वहीं सरपंच असरुनी के ससुर अजीम खान ने बताया कि बहू के पहली बार में ही सरपंच बनने की परिवार में काफी खुशी है.

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मेवात में बनीं सबसे कम उम्र की सरपंच
गौरतलब है कि भरतपुर का पहाड़ी और डीग इलाका मेवात क्षेत्र में आता है. जहां बेटियों को ज्यादा तवज्जों नहीं दी जाती है. साथ ही उनकी उम्र से पहले ही शादी कर दी जाती है. जिसकी वजह से लड़कियां ज्यादा पढ़ नहीं पाती और गृहस्थी में उनका जीवन कट जाता है, लेकिन इन सब के बीच उसी इलाके से असरूनी खान उन सभी लोगों के लिए एक मिसाल है, जो बेटियों को हर क्षेत्र में कम समझते हैं. बता दें कि असरूनी खान प्रदेश की सबसे कम उम्र की नवनिर्वाचित महिला सरपंच है. जो 21 साल 16 दिन की उम्र में सरपंच चुनी गयी है.

Intro:Special News


Body:भरतपुर-20-01-2020
एंकर- भरतपुर जिले में डीग और पहाड़ी कस्बे में प्रथम चरण में चुनाव सम्पन्न हो गए है। और ग्राम पंचायत चुल्हेरा में एक सरपंच चुनी गई है जिसकी उम्र केवल 21 साल है और असरूनी पूरे राजस्थान में सबसे युवा सरपंच है। असरूनी कि शादी 03 साल पहले भरतपुर के चुल्हेरा पंचायत के गाँव गदड़बास मे हुई थी और असरूनी पहली बार चुनाव लड़ी जिसमे वह अपने प्रतिद्वन्दी से मात्र 31 वोटों से जीत गई हालाँकि वह काफी कम पढ़ी लिखी है ।
असरूनी के ससुर अजीम खान चुल्हेरा ग्राम पंचायत से तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन वह नहीं जीत पाए जिसके बाद उन्होंने पहली बार अपनी पुत्र बधू को पंचायत का चुनाव लड़ाया जिसमे वह 31 वोट से अपनी प्रतिद्वन्दी नजमा से जीत गई।
असरूनी की शादी साल 2017 में नजिम खान से हुई थी। असरूनी के पास एक लड़का है और असरूनी साक्षर है। जब असरूनी से बात की तो उन्होंने बताया कि मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी कि उनके ग्राम पंचायत इलाके सड़को की स्तिथि सुधरे साथ ही गाँव मे अस्पतालों के अभाव है अगर अस्पताल है तो उनमें डॉक्टर्स नही है इसलिए ग्रामीणों को इलाज़ के लिए काफी दूर तक जाना पड़ता है ग्रामीणों की इस समस्या को दूर करने के लिए वे  अस्पतालों की तरफ भी ध्यान देंगी साथ ही मेवात इलाके में ग्रामीण अपनी बेटियों को ज्यादा पढ़ाते नही है जिसके लिए उन्होंने बताया कि लोगो को इस बारे में बताया कि महिला अगर पढ़ी लिखी हो तो वह कुछ भी कर सकती है।
वही आपको बता दे की मेवात इलाके में लड़कियों को ज्यादा तबज्जो नही दी जाती है उनकी उम्र से पहले शादी कर दी जाती है जिसकी वजह से लडकिया ज्यादा पढ़ नहीं पाती और ग्रहस्ती में उनका जीवन कट जाता है लेकिन उसी इलाके से असरूनी उन सभी लोगों के लिए एक मिसाल है जो बेटियों को कम हर क्षेत्र में कम समझते हैं । 
सरपंच असरुनी और उसके ससुर ने बताया की पहली बार में ही सरपंच बनने की उनके परिवार में काफी ख़ुशी है और अब वे गाँव का विकास करेंगे।


Conclusion:प्रदेश की सबसे कम उम्र की नवनिर्वाचित महिला सरपंच / 21 वर्ष 16 दिन की उम्र में चुनी गयी सरपंच।
बाइट - असरुनी खान,नवनिर्वाचित सरपंच 
बाइट - अजीम खान, असरूनी के ससुर
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