भरतपुर. जिले में डीग और पहाड़ी कस्बे में प्रथम चरण में चुनाव सम्पन्न हो गए है. ऐसे में डीग पंचायत समिति की ग्राम पंचायत चुल्हेरा में एक सरपंच चुनी गई है. जिसकी उम्र मात्र 21 साल है और जिसके बाद नव निर्वाचित सरपंच असरूनी खान पूरे राजस्थान में सबसे युवा सरपंच बन गई हैं. असरूनी कि शादी 3 साल पहले भरतपुर के चुल्हेरा पंचायत के गांव गदड़बास में हुई थी और असरूनी पहली बार चुनाव लड़ीं, जिसमें वह अपने प्रतिद्वंदी से मात्र 31 वोटों से जीत गई. हालांकि वह काफी कम पढ़ी लिखी है.
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गांव में करेंगी विकास के काम
नव निर्वाचित सरपंच असरूनी खान की शादी साल 2017 में नजिम खान से हुई थी. असरूनी के एक बेटा भी है. वहीं जब ईटीवी भारत ने सरपंच असरूनी खान से बात की तो उन्होंने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता ग्राम पंचायत क्षेत्र की सड़कों की स्थिति को सुधारने की रहेगी, साथ ही सरपंच ने बताया कि गांव में अस्पतालों का अभाव है, अगर अस्पताल है तो उनमें डॉक्टर्स नहीं है, इसलिए ग्रामीणों को इलाज के लिए काफी दूर तक जाना पड़ता है. ऐसे में वो ग्रामीणों की इस समस्या को दूर करने के लिए अस्पतालों की तरफ भी ध्यान देंगी.
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31 वोट से अपनी प्रतिद्वंदी नजमा को हराया
असरूनी खान के ससुर अजीम खान चुल्हेरा ग्राम पंचायत से तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन वह नहीं जीत पाए. जिसके बाद उन्होंने पहली बार अपनी पुत्रवधू को पंचायत का चुनाव लड़ाया. जिसमें वह 31 वोट से अपनी प्रतिद्वंदी नजमा से जीत गई. वहीं सरपंच असरुनी के ससुर अजीम खान ने बताया कि बहू के पहली बार में ही सरपंच बनने की परिवार में काफी खुशी है.
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मेवात में बनीं सबसे कम उम्र की सरपंच
गौरतलब है कि भरतपुर का पहाड़ी और डीग इलाका मेवात क्षेत्र में आता है. जहां बेटियों को ज्यादा तवज्जों नहीं दी जाती है. साथ ही उनकी उम्र से पहले ही शादी कर दी जाती है. जिसकी वजह से लड़कियां ज्यादा पढ़ नहीं पाती और गृहस्थी में उनका जीवन कट जाता है, लेकिन इन सब के बीच उसी इलाके से असरूनी खान उन सभी लोगों के लिए एक मिसाल है, जो बेटियों को हर क्षेत्र में कम समझते हैं. बता दें कि असरूनी खान प्रदेश की सबसे कम उम्र की नवनिर्वाचित महिला सरपंच है. जो 21 साल 16 दिन की उम्र में सरपंच चुनी गयी है.