भरतपुर. जिले में सिमको फैक्ट्री को बचाने के लिए सिमको संघर्ष समिति का प्रयास जारी है. इसी के तहत सोमवार को समिति की ओर से जिला कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया गया. साथ ही उनकी ओर से जिला कलेक्टर नथमल डिडेल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया. ज्ञापन में बताया गया है कि सिमको फैक्टरी जहां रेल के डिब्बे बनाए जाते थे उसे टीटागढ़ कंपनी ने खरीद लिया है.
इसमें काम करने वाले मजदूरों का बकाया पैसा दिया जाए. साथ ही एक बार फिर सिमको फैक्ट्री को शुरू किया जाए. जिससे भरतपुर के लोगों को रोजगार मिल सके. वहीं धरना-प्रदर्शन करते हुए सिमको संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि समिति की ओर से एक सांकेतिक धरना जिला कलेक्ट्रेट पर दिया जा रहा है. सिमको संघर्ष समिति की मांग है कि सिमको का टीटागढ़ कंपनी में मर्जर नहीं होना चाहिए.
इसके अलावा सिमको की जमीन और उसके स्कूल का खुर्दबुर्द नहीं होना चाहिए. साथ ही उनका कहना है कि मजदूरों को लेकर जो समझौता हुआ है उसके आधार पर सभी मजदूरों को उनका रोजगार वापस दिया जाए. वहीं सिमको के नाम पर जो वर्क ऑर्डर मिलते हैं उनका भरतपुर में ही काम किया जाए. उनका कहना है कि अगर यह काम टीटागढ़ कंपनी करती है तो वह कोलकाता में ऑर्डर को पूरा करेगी.
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जिससे राज्य सरकार को रेवेन्यू नहीं मिलेगा और भरतपुर के मजदूरों को काम नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि अगर सरकार के पास कंपनी चलाने के लिए प्रोजेक्ट है तो सरकार वह प्रोजेक्ट जनता के सामने रखे. जिससे मजदूर भी संतुष्ट हो जाए. साथ ही समिति के सदस्यों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो एक विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा. जिसमें प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन दिया जाएगा.