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सैनी समाज आरक्षण आंदोलनः विधायक जोगिंदर अवाना ने सैनी समाज के आंदोलन को दिया समर्थन, बोले- मांग जायज, साथ लड़ेंगे

सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से किए जा रहे आंदोलन को नदबई विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने समर्थन दिया है. उन्होंने आंदोलन स्थल पर पहुंचकर कहा कि सैनी समाज की मांग (MLA Joginder Awana supported movement) जायज है.

MLA Joginder Awana supported movement
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Published : Apr 26, 2023, 7:36 PM IST

नदबई विधायक जोगिंदर सिंह अवाना

भरतपुर. सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से चल रहे आंदोलन को अब नदबई विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने भी समर्थन दे दिया है. समाज की मांगों को जायज बताते हुए अवाना ने बुधवार को आंदोलन स्थल पर पहुंचकर आश्वासन दिया कि वो सैनी समाज का हमेशा साथ देंगे. जरूरत पड़ने पर सीने पर गोली खाएंगे, पीठ नहीं दिखाएंगे. अवाना ने मृतक मोहन सैनी के परिजनों को दी लाख रुपए की आर्थिक सहायता करते हुए कहा कि कुछ लोग तुम्हें दो फाड़ करने की कोशिश करेंगे, लेकिन तुम सब एकजुट रहना. वहीं संयोजक मुरारी लाल सैनी ने बताया कि अब समाज के प्रतिनिधिमंडल की 1 मई को ओबीसी आयोग से वार्ता होगी.

अवाना ने आंदोलन स्थल पर सैनी समाज को संबोधित करते हुए कहा कि समाज की मांग जायज हैं. ये मांग बहुत पहले पूरी हो जानी चाहिए थीं. अवाना ने कहा कि मेरे अपने लोग सैनी समाज के लोगों पर किस तरह से आंसू गैस के गोले दागे गए थे, मैंने उसी वक्त उसकी निंदा की थी. ये बात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक भी पहुंचाई. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अपने हक को मांगना कोई अपराध नहीं है. सभी को अधिकार है कि वह अपने अधिकार के लिए लड़ सकता है.

मामले को गंभीरता से लेने की जरूरत - अवाना ने मुख्यमंत्री गहलोत का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने गुर्जर समाज को पहले 4 फीसदी फिर 1 फीसदी आरक्षण दिया. गुर्जर समाज को कुल 5 फीसदी आरक्षण देने का काम किया और 72 लाठियां भी नहीं चलाई. अवाना ने कहा कि तपती गर्मी में सैनी समाज 12 फीसदी आरक्षण की मांग कर रहा है, आज इस मामले को भी गंभीरता से लेने की आवश्यकता है.

इसे भी पढ़ें - Saini Samaj Reservation Protest : आंदोलनकारी ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखा- 12 प्रतिशत आरक्षण लेकर रहेंगे

हम केवल हक मांग रहे हैं - अवाना ने कहा कि हम किसी से किसी का हक नहीं छीन रहे, केवल अपना हक मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि खुद उन्होंने सैनी समाज के आरक्षण का प्रश्न विधानसभा में उठाया. बीते दिनों दिसंबर में उच्चैन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने भी सैनी समाज की मांग रखी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुत संवेदनशील हैं, एक एक चीज को बहुत बारीकी से समझते हैं, ये सारी बात उनके जेहन में हैं. सैनी समाज का प्रतिनिधि मंडल भी उनसे मिलने गया, उनको भी लिखित आश्वासन दिया. साथ ही कहा कि मृतक मोहन सैनी के लिए समाज ने 1 करोड़ रुपए आर्थिक सहायता, एक परिजन को सरकारी नौकरी और मोहन सैनी को शहीद का दर्जा देने की जो मांग रखी है, मुझे उम्मीद है कि वो जरूर पूरी होगी.

जोगिंदर अवाना ने आश्वासन दिया कि बिना नुकसान, तोड़फोड़ किए जो भी आपका निर्णय हो, जब तक शरीर में खून का एक एक कतरा है तब तक आप के समाज के साथ लडूंगा, आखिरी दम तक लडूंगा. उन्होंने कहा कि सभी को साथ लेकर चलना है और यह हमारा अधिकार है, इसको तो हमें लेना है. समाज जो अधिकार, जो हक मांग रहा है, वो बहुत पहले मिलना चाहिए था. समाज की इस बात को अन्य विधायक साथियों के माध्यम से भी और मजबूती के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने रखूंगा. उन्होंने कहा कि मैं तन, मन,धन से आपके साथ हूं. उन्होंने कहा कि समाज को जब भी मेरी जरूरत पड़े, मैं हमेशा आपके साथ हूं, जरूरत पड़ने पर सीने पर गोली खाऊंगा, पीठ नहीं दिखाऊंगा.

अवाना ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत जल्द कोई हल निकालेंगे. बस दो या तीन फाड़ मत हो जाना, कुछ लोग बड़ी बड़ी राजनीति चलाते हैं, और फूट डालकर आंदोलन को समाप्त करने का प्रयास करते हैं, इसलिए एक रहना. विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने मृतक मोहन सैनी के परिजनों को 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी प्रदान की.

नहीं बनी सहमति - बुधवार दोपहर को मृतक मोहन सैनी के परिजनों के साथ ही 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल की प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वार्ता हुई. लेकिन वार्ता में सहमति नहीं बन पाई.परिजनों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच मृतक को शहीद का दर्जा, एक करोड़ की सहायता और एक परिजन को सरकारी नौकरी की मांग को लेकर वार्ता हुई थी.

संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से समाज का एक प्रतिनिधिमंडल मिला था, जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ओबीसी आयोग को एक चिट्ठी लिखी है. अब ओबीसी आयोग के साथ समाज के एक प्रतिनिधि मंडल की वार्ता 1 मई को होगी. गौरतलब है कि सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से 21 अप्रैल से लगातार जयपुर आगरा हाईवे पर अरोदा में चक्का जाम कर आंदोलन किया जा रहा है.

नदबई विधायक जोगिंदर सिंह अवाना

भरतपुर. सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से चल रहे आंदोलन को अब नदबई विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने भी समर्थन दे दिया है. समाज की मांगों को जायज बताते हुए अवाना ने बुधवार को आंदोलन स्थल पर पहुंचकर आश्वासन दिया कि वो सैनी समाज का हमेशा साथ देंगे. जरूरत पड़ने पर सीने पर गोली खाएंगे, पीठ नहीं दिखाएंगे. अवाना ने मृतक मोहन सैनी के परिजनों को दी लाख रुपए की आर्थिक सहायता करते हुए कहा कि कुछ लोग तुम्हें दो फाड़ करने की कोशिश करेंगे, लेकिन तुम सब एकजुट रहना. वहीं संयोजक मुरारी लाल सैनी ने बताया कि अब समाज के प्रतिनिधिमंडल की 1 मई को ओबीसी आयोग से वार्ता होगी.

अवाना ने आंदोलन स्थल पर सैनी समाज को संबोधित करते हुए कहा कि समाज की मांग जायज हैं. ये मांग बहुत पहले पूरी हो जानी चाहिए थीं. अवाना ने कहा कि मेरे अपने लोग सैनी समाज के लोगों पर किस तरह से आंसू गैस के गोले दागे गए थे, मैंने उसी वक्त उसकी निंदा की थी. ये बात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक भी पहुंचाई. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अपने हक को मांगना कोई अपराध नहीं है. सभी को अधिकार है कि वह अपने अधिकार के लिए लड़ सकता है.

मामले को गंभीरता से लेने की जरूरत - अवाना ने मुख्यमंत्री गहलोत का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने गुर्जर समाज को पहले 4 फीसदी फिर 1 फीसदी आरक्षण दिया. गुर्जर समाज को कुल 5 फीसदी आरक्षण देने का काम किया और 72 लाठियां भी नहीं चलाई. अवाना ने कहा कि तपती गर्मी में सैनी समाज 12 फीसदी आरक्षण की मांग कर रहा है, आज इस मामले को भी गंभीरता से लेने की आवश्यकता है.

इसे भी पढ़ें - Saini Samaj Reservation Protest : आंदोलनकारी ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखा- 12 प्रतिशत आरक्षण लेकर रहेंगे

हम केवल हक मांग रहे हैं - अवाना ने कहा कि हम किसी से किसी का हक नहीं छीन रहे, केवल अपना हक मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि खुद उन्होंने सैनी समाज के आरक्षण का प्रश्न विधानसभा में उठाया. बीते दिनों दिसंबर में उच्चैन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने भी सैनी समाज की मांग रखी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुत संवेदनशील हैं, एक एक चीज को बहुत बारीकी से समझते हैं, ये सारी बात उनके जेहन में हैं. सैनी समाज का प्रतिनिधि मंडल भी उनसे मिलने गया, उनको भी लिखित आश्वासन दिया. साथ ही कहा कि मृतक मोहन सैनी के लिए समाज ने 1 करोड़ रुपए आर्थिक सहायता, एक परिजन को सरकारी नौकरी और मोहन सैनी को शहीद का दर्जा देने की जो मांग रखी है, मुझे उम्मीद है कि वो जरूर पूरी होगी.

जोगिंदर अवाना ने आश्वासन दिया कि बिना नुकसान, तोड़फोड़ किए जो भी आपका निर्णय हो, जब तक शरीर में खून का एक एक कतरा है तब तक आप के समाज के साथ लडूंगा, आखिरी दम तक लडूंगा. उन्होंने कहा कि सभी को साथ लेकर चलना है और यह हमारा अधिकार है, इसको तो हमें लेना है. समाज जो अधिकार, जो हक मांग रहा है, वो बहुत पहले मिलना चाहिए था. समाज की इस बात को अन्य विधायक साथियों के माध्यम से भी और मजबूती के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने रखूंगा. उन्होंने कहा कि मैं तन, मन,धन से आपके साथ हूं. उन्होंने कहा कि समाज को जब भी मेरी जरूरत पड़े, मैं हमेशा आपके साथ हूं, जरूरत पड़ने पर सीने पर गोली खाऊंगा, पीठ नहीं दिखाऊंगा.

अवाना ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत जल्द कोई हल निकालेंगे. बस दो या तीन फाड़ मत हो जाना, कुछ लोग बड़ी बड़ी राजनीति चलाते हैं, और फूट डालकर आंदोलन को समाप्त करने का प्रयास करते हैं, इसलिए एक रहना. विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने मृतक मोहन सैनी के परिजनों को 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी प्रदान की.

नहीं बनी सहमति - बुधवार दोपहर को मृतक मोहन सैनी के परिजनों के साथ ही 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल की प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वार्ता हुई. लेकिन वार्ता में सहमति नहीं बन पाई.परिजनों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच मृतक को शहीद का दर्जा, एक करोड़ की सहायता और एक परिजन को सरकारी नौकरी की मांग को लेकर वार्ता हुई थी.

संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से समाज का एक प्रतिनिधिमंडल मिला था, जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ओबीसी आयोग को एक चिट्ठी लिखी है. अब ओबीसी आयोग के साथ समाज के एक प्रतिनिधि मंडल की वार्ता 1 मई को होगी. गौरतलब है कि सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से 21 अप्रैल से लगातार जयपुर आगरा हाईवे पर अरोदा में चक्का जाम कर आंदोलन किया जा रहा है.

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