नदबई (भरतपुर). आरक्षण की मांग को लेकर राजस्थान फुले आरक्षण संघर्ष समिति के तत्वाधान में रविवार को कुशवाहा, शाक्य, मौर्य, सैनी, माली समाज के लोगों ने आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 21 पर गांव अरौदा के समीप महापड़ाव (Chakka Jam for reservation in Bharatpur) डाला. संघर्ष समिति ने कहा कि अगर सरकार की तरफ से कोई जनप्रतिनिधि नहीं आता है, तो संघर्ष समिति के सदस्य नेशनल हाईवे पर चक्का जाम करेंगे. जब कोई जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा तो समाज के लोगों ने नेशनल हाइवे पर गांव अरौदा के पास चक्का जाम कर दिया.
प्रदेश के प्रत्येक इलाके से सूर्यवंशी कुशवाहा (काछी), शाक्य, मौर्य, सैनी, माली आदि समाज के लोग हजारों की संख्या में चक्का जाम में शामिल हुए. संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक मुरारी लाल सैनी, प्रदेश सह संयोजक वासुदेव सिंह कुशवाहा, सह संयोजक पप्पू प्रधान एवं मुख्य सचिव बदन सिंह कुशवाहा का कहना है कि इस बारे में राज्य के सभी जिला कलेक्टर एवं सरकार को पहले ही चक्का जाम एवं महापड़ाव के बारे में अवगत करा दिया गया. आरक्षण संघर्ष समिति के प्रमुख वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले 6 साल से ओबीसी की इन जातियों के आरक्षण वर्गीकरण एवं उन्हें उनका हक दिलाने की मांग हो रही है. क्योंकि इन्हें इनका पूरा हक नहीं मिल पा रहा है और ना ही राजकीय सेवाओं और राजनीति में पूर्ण भागीदारी है.
समिति का कहना है कि सूर्यवंशी कुशवाहा, शाक्य, मौर्य, सैनी, माली आदि जातियों को 12 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए. क्योंकि राजस्थान प्रदेश में इन जातियों की संख्या लगभग डेढ़ करोड़ के आसपास है. आपको बता दें चक्का जाम के दौरान भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा. इस मौके पर करण सिंह सैनी, रामहित कुशवाहा, उमेदलाल कुशवाहा, कमल सिंह सैनी, मोहर सिंह सैनी, नंदलाल सैनी, लक्ष्मण सिंह, अंजलि सैनी, जगदीश सैनी, कृष्णा कुशवाहा, उदय सिंह कुशवाहा, बृजेश कुशवाहा, दीपचंद, उदयराम, पप्पू सिंह, महेश सहित सभी संघर्ष समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद थे.