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पुलिस की लापरवाही: पेशी पर लाए गए हत्याकांड के मुजरिमों को खुला छोड़ा, वीडियो हुआ वायरल

भरतपुर के कामां कोर्ट में पेशी पर आए दो मुजरिमों को लेकर पुलिस की लापरवाही का वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें लापरवाही का आलम ये है, कि मुजरिमों के परिजन उन्हें अकेले में खाना खिलाते नजर आ रहे हैं.

पुलिस की लापरवाही, Police negligence
पुलिस की लापरवाही आई सामने
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Published : Feb 8, 2020, 3:16 PM IST

Updated : Feb 8, 2020, 3:23 PM IST

कामां (भरतपुर). जयपुर सेंट्रल जेल में न्यायाधीश के पिता और भाई की गोली मारकर हत्या करने के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे मुजरिमों की कामां कोर्ट में पेशी थी. जहां उनको लेकर पुलिस की लापरवाही साफ तौर पर देखने को मिली.

हत्याकांड के मुजरिमों को पुलिस ने खुले में छोड़ा

कोर्ट में पेशी पर आए दोनों बदमाशों को पुलिस गार्डों ने खुलेआम छोड़ दिया. जहां उनके परिजनों ने उनको अकेले में खाना भी खिलाया. पुलिस गार्डों की ओर से उनको इतनी छूट मिली थी, कि वे आसानी से भाग भी सकते थे. इस पूरे मामले का वीडियो किसी ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से सवाल पूछे गए, तो वे वहां से चुप्पी साधकर मुजरिमों को लेकर तुरंत भाग निकले.

पढ़ें: Special : सिर्फ 24 लोगों को ही बीमा क्लेम मिलने से अन्नदाता मायूस, किससे करें फरियाद...

सीबीआई ने घटना के 2 वर्ष बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसके बाद आरोपियों की सुनवाई हुई. जिसमें सीबीआई कोर्ट जयपुर की ओर से दोनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुना दी गई. जबकि इनके दो भाई अभी फरार हैं. जिन पर 50,0000 का इनाम घोषित है. बता दें, कि पेशी पर आए दोनों मुल्जिम के नाम पदम और डालचंद हैं.

वहीं जिस न्यायालय में दोहरे हत्याकांड के आरोपियों को लाया गया, उसी न्यायालय में उसका भाई राजेंद्र प्रसाद रोहिल्ला भी अधिवक्ता के रूप में कार्य करता है. ऐसे में पुलिस की लापरवाही के चलते दोनों आरोपी किसी भी घटना को अंजाम दे सकते थे. बता दें कि जज के अधिवक्ता भाई को सुरक्षा के लिए एक गार्ड दे रखा है.

कामां (भरतपुर). जयपुर सेंट्रल जेल में न्यायाधीश के पिता और भाई की गोली मारकर हत्या करने के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे मुजरिमों की कामां कोर्ट में पेशी थी. जहां उनको लेकर पुलिस की लापरवाही साफ तौर पर देखने को मिली.

हत्याकांड के मुजरिमों को पुलिस ने खुले में छोड़ा

कोर्ट में पेशी पर आए दोनों बदमाशों को पुलिस गार्डों ने खुलेआम छोड़ दिया. जहां उनके परिजनों ने उनको अकेले में खाना भी खिलाया. पुलिस गार्डों की ओर से उनको इतनी छूट मिली थी, कि वे आसानी से भाग भी सकते थे. इस पूरे मामले का वीडियो किसी ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से सवाल पूछे गए, तो वे वहां से चुप्पी साधकर मुजरिमों को लेकर तुरंत भाग निकले.

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सीबीआई ने घटना के 2 वर्ष बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसके बाद आरोपियों की सुनवाई हुई. जिसमें सीबीआई कोर्ट जयपुर की ओर से दोनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुना दी गई. जबकि इनके दो भाई अभी फरार हैं. जिन पर 50,0000 का इनाम घोषित है. बता दें, कि पेशी पर आए दोनों मुल्जिम के नाम पदम और डालचंद हैं.

वहीं जिस न्यायालय में दोहरे हत्याकांड के आरोपियों को लाया गया, उसी न्यायालय में उसका भाई राजेंद्र प्रसाद रोहिल्ला भी अधिवक्ता के रूप में कार्य करता है. ऐसे में पुलिस की लापरवाही के चलते दोनों आरोपी किसी भी घटना को अंजाम दे सकते थे. बता दें कि जज के अधिवक्ता भाई को सुरक्षा के लिए एक गार्ड दे रखा है.

Intro:कामां भरतपुर
एंकर, कामां कस्बा के नला बाजार में कई वर्ष पहले न्यायाधीश के पिता व् भाई की गोली मारकर हत्या करने वाले बदमाश जिन पर एक-एक लाख रूपये का इनाम था और उनको सीबीआई ने गिरफ्तार किया था जहाँ कोर्ट ने उनको आजीवन कारावास की सजा सुनाई तब से दोनों बदमाश सेंट्रल जेल जयपुर में सजा काट रहे है लेकिन उनको कामां कोर्ट में पेशी पर लाया गया जहाँ पुलिस की लापरबाही सामने आयी |
कोर्ट में पेशी पर आये दोनों बदमाशों को पुलिस चालानी गार्डों ने खुलेआम छोड़ दिया जहाँ उनके परिजनों ने अकेले में ही उनको खाना खिलाया जहाँ से वे दोनों भाग भी सकते थे और इस पूरे मामले का फोटो किसी ने अपने मोबाइल में कैद कर लिए | जब बाद में लापरबाही के इस मामले में पेशी पर लेकर आये पुलिस अधिकारी से सवाल पूछे गए तो वे वहां से चुप्पी साधकर मुल्जिमों को लेकर तुरंत भाग निकले |
दरअशल पेशी पर आये दोनों मुल्जिम पदम् व् डालचंद आपस में भाई है जबकि इनके दो अन्य भाई प्रवीण व् परशुराम अभी तक फरार चल रहे है |
उधर पीड़ित न्यायाधीश का भाई राजेंद्र प्रसाद जो कामां न्यायालय में अधिवक्ता है उसने बताया की दोहरे हत्याकांड के दोनों मुल्जिमों को कोर्ट में पेशी पर लाया गया लेकिन पुलिस ने लापरबाही बरती और उन दोनों को कोर्ट में भी खुले में छोड़ दिया व् परिजनों ने उनको अकेले में बिठाकर खाना खिलाया जो गलत है। चलानी गार्डों की लापरवाही की वजह से आरोपी न्यायालय से भाग सकते थे चालानी गार्डो द्वारा आरोपियों को खुलेआम छोड़ दिया जो लापरवाही पूर्ण रवैया है।सीबीआई द्वारा घटना के 2 वर्ष बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जिसके बाद से आरोपियों की सुनवाई हुई जिसमें सीबीआई कोर्ट जयपुर द्वारा दोनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुना दी गई जबकि इनके दो भाई अभी फरार हैं जिन पर ₹500000 का इनाम घोषित है जिसके बाद पुलिस के चालानी गार्ड मामले को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आए और दोहरे हत्याकांड के दोनों आरोपियों को न्यायालय परिसर में खुला छोड़ दिया गया जो पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हैं अब देखना यह है कि ऐसे लापरवाह पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई होती है या ऐसे ही आगे भी यह लापरवाही करते रहेंगे। वही जज के अधिवक्ता भाई को सुरक्षा के लिए एक गार्ड भी दे रखा है। जिस न्यायालय में दोहरे हत्याकांड के आरोपियों को लाया गया उसी न्यायालय में उसका भाई राजेंद्र प्रसाद रोहिल्ला भी अधिवक्ता के रूप में कार्य करता है खुले में छोड़े गए दोनों आरोपी कोई भी घटना को अंजाम दे सकते थे।
वाइट राजेंद्र प्रसाद रोहिल्ला एडवोकेट पीड़ित।Body:दोहरे हत्याकांड के आरोपियों को पुलिस पेशी पर लाए और खुलेआम छोड़ा, चालानी गार्डो की लापरवाही आई सामने।Conclusion:
Last Updated : Feb 8, 2020, 3:23 PM IST
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