कामां (भरतपुर). जयपुर सेंट्रल जेल में न्यायाधीश के पिता और भाई की गोली मारकर हत्या करने के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे मुजरिमों की कामां कोर्ट में पेशी थी. जहां उनको लेकर पुलिस की लापरवाही साफ तौर पर देखने को मिली.
कोर्ट में पेशी पर आए दोनों बदमाशों को पुलिस गार्डों ने खुलेआम छोड़ दिया. जहां उनके परिजनों ने उनको अकेले में खाना भी खिलाया. पुलिस गार्डों की ओर से उनको इतनी छूट मिली थी, कि वे आसानी से भाग भी सकते थे. इस पूरे मामले का वीडियो किसी ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से सवाल पूछे गए, तो वे वहां से चुप्पी साधकर मुजरिमों को लेकर तुरंत भाग निकले.
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सीबीआई ने घटना के 2 वर्ष बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसके बाद आरोपियों की सुनवाई हुई. जिसमें सीबीआई कोर्ट जयपुर की ओर से दोनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुना दी गई. जबकि इनके दो भाई अभी फरार हैं. जिन पर 50,0000 का इनाम घोषित है. बता दें, कि पेशी पर आए दोनों मुल्जिम के नाम पदम और डालचंद हैं.
वहीं जिस न्यायालय में दोहरे हत्याकांड के आरोपियों को लाया गया, उसी न्यायालय में उसका भाई राजेंद्र प्रसाद रोहिल्ला भी अधिवक्ता के रूप में कार्य करता है. ऐसे में पुलिस की लापरवाही के चलते दोनों आरोपी किसी भी घटना को अंजाम दे सकते थे. बता दें कि जज के अधिवक्ता भाई को सुरक्षा के लिए एक गार्ड दे रखा है.