भरतपुर. सेवर थाना इलाके के कुम्हा गांव निवासी गौरव की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. युवक की मौत को लेकर सोमवार को एक विशेष समुदाय के लोगों ने शहर के मुख्य मार्गों से रैली निकालकर मृतक युवक को इंसाफ दिलाने की मांग की. साथ ही परिजनों ने कलेक्टर को भी ज्ञापन सौंपा है.
बता दें कि दो दिन पहले कुम्हा गांव के रने वाले गौरव की मौत हो गई थी. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया था कि गौरव और उसका दोस्त बाइक से खेड़ली की तरफ गया था. तभी रास्ते में उसकी बाइक अचानक डिवाइडर से टकरा गई, जिसमे वो घायल हो गया. इस दौरान वहां पर मौजूद पुलिस कर्मियों और गौरव की किसी बात को लेकर कहासुनी भी हो गई. जिसके बाद पुलिस कर्मियों ने गौरव के साथ जमकर मारपीट की और उसे जिला आरबीएम अस्पताल ले गए.
हालात ज्यादा गंभीर होने के कारण गौरव को वहां से जयपुर रैफर कर दिया गया. लेकिन जयपुर पहुंचने से पहले ही गौरव की मौत हो गई. जिसके बाद का मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया. लेकिन उसके परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया और मांग रखी कि जबतक दोषी पुलिस कर्मियों को सस्पेंड नहीं किया जाएगा, तब तक वो गौरव का शव नहीं लेंगे. जिसके बाद सोमवार को शहर के मुख्य मार्गों से लोगों ने हजारों की संख्या में रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पर विरोध-प्रदर्शन किया.
परिजनों का कहना है कि पुलिस इस मामले को रफादफा करने का दवाब बना रही है. रविवार को सेवर थाना इलाके के थानाधिकारी गौरव के घर जाकर 25 लाख रुपये देने की बात कह कर आए हैं. गौरव की मौत पुलिस की पिटाई के कारण हुई है. इसलिए दोषी पुलिस कर्मियों को सजा दी जाए और मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी दी जाए.
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कलेक्टर नथमल डिडेल ने कहा कि 11 सितंबर को खेड़ली चौकी मोड़ के पास एक सड़क दुर्घटना हुई थी. जिसमे गौरव नाम के युवक की मौत हो गई. उसके बाद सोमवार को उस मामले को लेकर लोगों ने शहर में जुलूस निकाला है और ज्ञापन दिया है. लोगो की मांग है कि एक्सीडेंट के बाद खेड़ली चौकी मोड़ के पुलिस कर्मियों ने गौरव के साथ मारपीट की थी. इसलिए खेड़ली चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया जाए. जिसपर उन्हें आश्वाशन दिया गया है कि जल्द ही सच को सामने लाया जाएगा.