भरतपुर. जिले के मुख्य डाक घर के अधीक्षक एसएन सैनी ने बताया कि डाक विभाग की बचत खाता योजना में हाल ही में कुछ नियमों में बदलाव किया गया है. नए नियमों के तहत अब खाते में न्यूनतम 500 की राशि रखनी होगी. इस योजना के तहत खाता धारक को 4% की ब्याज मिलती है. साथ ही चेक बुक, एटीएम कार्ड, ई-बैंकिंग, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसी सुविधाएं भी बचत खाते के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती हैं.
बचत खाता से जुड़े 5 लाख 16 हजार लोग-
SN सैनी ने बताया कि डाक विभाग की बचत खाता योजना से जिले में 5 लाख, 16 हजार, 967 लोग जुड़े हुए हैं. हालांकि जागरूकता के अभाव में जिले के काफी लोग बचत खाता में नियमित रूप से ट्रांजैक्शन नहीं कर रहे. जिसकी वजह से करीब 431634 खाते साइलेंट(निष्क्रिय) श्रेणी में पहुंच गए हैं. डाक विभाग इन निष्क्रिय खातों को फिर से एक्टिव कराने के लिए उपभोक्ताओं से संपर्क साध रहा है. ऐसे में प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा निष्क्रिय खाते फिर से सक्रिय हो जाएं और इसका लाभ लोगों को मिल सके.
22 साल से ले रहे डाक योजनाओं का लाभ-
उपभोक्ता अखिलेश मित्तल ने बताया कि वह बीते करीब 22 साल से डाक विभाग की विभिन्न योजनाओं से जुड़े हुए हैं. बचत खाता के साथ ही मासिक ब्याज योजना (एमआईएस) समेत कई योजनाओं से नियमित रूप से जुड़े हुए हैं. अखिलेश मित्तल ने बताया कि डाक विभाग की योजनाएं बैंक की योजनाओं से ज्यादा लाभप्रद और सुरक्षित हैं. डाक विभाग की बचत खाता योजना से उनको जहां 4% ब्याज दर मिलती है. वहीं चेक बुक, एटीएम जैसी सुविधाओं का लाभ भी मिलता है.
ये योजनाएं हैं फायदेमंद-
डाक विभाग की रिक्यूरिंग डिपॉजिट अकाउंट यानी RD योजना में उपभोक्ता को 5.8% का ब्याज मिलता है. RD खाता 5 साल में मेच्योर होता है और 3 साल में प्रीमेच्योर होने पर खाते को बंद भी किया जा सकता है. RD खाते के आधार पर उपभोक्ता लोन भी उठा सकता है और 5 साल के बाद में खाते की अवधि को 5-5 साल और बढ़ाया जा सकता है.
मासिक आय योजना (MIS)-
मासिक आय योजना में उपभोक्ता को 6.6% का ब्याज मिलता है. उपभोक्ता न्यूनतम 1000 और अधिकतम साढ़े 4 लाख तक का सिंगल अकाउंट और 9 लाख तक का ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकता है. इस योजना में हर महीने ब्याज मिलती है और 5 साल में मेच्योर होता है.
वरिष्ठजन बचत योजना (SCSS)-
इस योजना का लाभ 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग ही उठा सकते हैं. इसमें ब्याज 7.4 प्रतिशत तक मिलती है और खाता तीन साल में मेच्योर होता है. खाता न्यूनतम एक हजार और अधिकतम 15 लाख रुपए तक की राशि से खोला जा सकता है. इसके अलावा पीपीएफ योजना का भी लाभ लिया जा सकता है. इस योजना के तहत उपभोक्ता को 7.1 प्रतिशत ब्याज मिलती है. खाता खोलने के लिए वित्तीय सत्र में न्यूनतम 500 रुपए से एक लाख रुपए तक की राशि निर्धारित की गई है. इसमें लोन लेने की सुविधा भी रखी गयी है.
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आपको बता दें, भारतीय डाक विभाग ने देश के ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ताओं को जोड़ने और उन्हें लाभ पहुंचाने के लिए तमाम योजनाएं संचालित कर रखी हैं. काफी बड़ी संख्या में लोग इनका लाभ भी ले रहे हैं. वहींं डाक विभाग अभियान चलाकर और लोगों को भी समय-समय पर इन योजनाओं से जोड़ा जा रहा है ताकि लोग इनका लाभ उठा सकें.