ETV Bharat / state

उत्तर भारत का 'जामताड़ा' बना मेवात क्षेत्र, शातिरों ने ऑनलाइन ठगी को बनाया हथियार...5 माह में 225 बदमाश गिरफ्तार

इंटरनेट के इस युग में बदमाश भी हाईटेक हो गए हैं. इन शातिरों ने ऑनलाइन ठगी को अब अपना हथियार बना लिया है. इंटरनेट के जरिए तमाम फर्जी वेबसाइट या किसी नामी कंपनी के नाम पर लोगों को लुभावने ऑफर देकर ये बदमाश ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. हालांकि अब पुलिस की कार्रवाई में 5 माह में अब तक 225 बदमाश गिरफ्तार किए जा चुके हैं.

mewat known as jamtada, साइबर सेल की मदद से पकड़े 225 अपराधी
भरतपुर में बढ़ रहा ऑनलाइन ठगी का मामला
author img

By

Published : Jan 9, 2021, 3:13 PM IST

Updated : Jan 9, 2021, 10:31 PM IST

भरतपुर. देशभर में ऑनलाइन ठगी की घटनाओं के मामले में भरतपुर और अलवर का मेवात क्षेत्र उत्तर भारत का 'जामताड़ा' बन गया है. पुलिस आंकड़ों की माने तो मेवात क्षेत्र के ठगों ने अब तक देश के करीब 20 राज्यों में सैकड़ों ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है. कभी ओएलएक्स पर सस्ती कार, तो कभी जेनरेटर सेट और सीसीटीवी लगवाने के बहाने ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया है. लेकिन बीते 5 माह में भरतपुर पुलिस ने एक के बाद एक विभिन्न राज्यों की पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन चलाकर न केवल मेवात के ठगों के खिलाफ कार्रवाई की है बल्कि बड़ी संख्या में 225 बदमाशों को भी गिरफ्त में लिया है.

ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे लोग

नकली सोने की ईंट से ऑनलाइन ठगी तक

पुलिस अधीक्षक डॉ. अमनदीप सिंह कपूर ने बताया कि राजस्थान के अलवर, भरतपुर, हरियाणा के नूंह और उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से सटा मेवात क्षेत्र ठगी के मामले में हमेशा से बदनाम रहा है. मेवात क्षेत्र में पहले नकली सोने की ईंटों के जरिए लोगों से ठगी (टटलूबाजी) की वारदातों को अंजाम दिया जाता था. उसके बाद क्षेत्र के लुटेरों को एटीएम लूट और ऑनलाइन ठगी करना ज्यादा सरल और फायदे का सौदा लगने लगा. हालात ये हैं कि मेवात क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में देशभर में ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.

online fraud in bharatpur, जामताड़ा बना मेवात क्षेत्र
शातिरों पर शिकंजा कसने में लगी पुलिस

यह भी पढ़ें: SPECIAL: क्राइम रोकने के लिए तैयार हो रही साइबर वॉरियर्स की टीम, पुलिस के 20 जवान ले रहे स्पेशल ट्रेनिंग

गांव के गांव ठगी में लिप्त

मेवात क्षेत्र के अधिकतर लोग ज्यादा शिक्षित नहीं है, लेकिन बैंक, एटीएम व ईमित्र पोर्टल में काम करने के दौरान ये लोग ऑनलाइन ठगी की बारीकियां सीखते गए और अन्य लोगों को भी सिखाते गए. ऑनलाइन काम में माहिर होने के बाद उन्हें अपराध में शामिल करते गए. वर्तमान में हालात ये हैं कि मेवात क्षेत्र में गांव के गांव ऑनलाइन ठगी की वारदातों में लिप्त हैं.

पुलिस ने लगा रखे हैं चेतावनी बोर्ड

मेवात क्षेत्र में अज्ञात लोग ठगों के चंगुल में ना फंसे इसके लिए पुलिस ने ऑनलाइन ठगी से सावधानी वाले चेतावनी बोर्ड भी लगा रखे हैं. कामां, पहाड़ी, जुरहरा, सीकरी, गोपालगढ़ आदि थाना क्षेत्र में पुलिस ने कई जगह बोर्ड लगाए, जिनमें से कई जगह तो ठगों ने बोर्ड भी उखाड़ दिए हैं.

bharatpur cyber crime rate, भरतपुर में साइबर क्राइम रेट
शातिरों पर शिकंजा

यह भी पढ़ें: SPECIAL: बेरोजगारों के लिए वरदान बनी मनरेगा...4 लाख श्रमिकों को मिला रोजगार

5 माह में 225 बदमाश पकड़े गए

यूं तो भरतपुर पुलिस समय-समय पर ऑनलाइन ठगी की वारदातों में कार्रवाई करती रहती है. लेकिन बीते 5 माह के दौरान मेवात क्षेत्र में ऑनलाइन ठगी के आरोपियों के खिलाफ एक के बाद एक ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई. पुलिस अधीक्षक डॉ. अमनदीप सिंह कपूर की रणनीति के तहत बीते 5 माह में मेवात क्षेत्र समेत पूरे जिले में ऑनलाइन ठगी के कुल 33 मामले दर्ज किए गए जिनमें कुल 225 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया.

bharatpur cyber crime rate, भरतपुर में साइबर क्राइम रेट
ये अपना रहे तरीका

यह भी पढ़ें: Special: अतिक्रमण से संकरी हुईं सड़कें, शहर की रफ्तार में बन रहीं रोड़ा...जाम से लोग हलकान

इतना ही नहीं इन मामलों में पुलिस ने कुल 19 लाख रुपए नकद, 90 मोबाइल, एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक, पैन कार्ड, अवैध हथियार आदि भी बरामद किए. जबकि इससे पूर्व 1 जनवरी 2019 से जून 2020 के दौरान ऑनलाइन ठगी के 48 मामले दर्ज किए गए, जिनमें कुल 30 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया. 40 हजार की नकदी के साथ तीन मोबाइल भी बरामद किए गए.

bharatpur cyber crime rate, भरतपुर में साइबर क्राइम रेट
सतर्कता जरूरी

इन राज्यों में कर चुके हैं ठगी

मेवात क्षेत्र के लोग ना केवल आसपास के जिलों में बल्कि पूरे देश भर के 20 राज्यों में सैकड़ों ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. इन राज्यों में महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, दिल्ली, मुंबई, छत्तीसगढ़, गुजरात और केरल शामिल हैं. बीते दिनों भरतपुर पुलिस ने अन्य राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर मेवात क्षेत्र में दबिश भी दी और गिरफ्तार किए गए बदमाशों को अन्य राज्यों की पुलिस को सुपुर्द भी किया.

साइबर सेल को किया मजबूत

भरतपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमरदीप सिंह कपूर ने बताया कि मेवात क्षेत्र की ऑनलाइन ठगी की वारदातों के चलते देश के कई राज्यों के लोग परेशान थे. ऐसे में ऑनलाइन ठगी की वारदातों पर लगाम लगाने के लिए सबसे पहले भरतपुर की साइबर सेल को मजबूत किया गया. उसके बाद अन्य राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर मेवात क्षेत्र में समय-समय पर दबिश दी गई और अपराधियों को पकड़ कर संबंधित राज्यों की पुलिस को भी सौंपा गया.

भरतपुर. देशभर में ऑनलाइन ठगी की घटनाओं के मामले में भरतपुर और अलवर का मेवात क्षेत्र उत्तर भारत का 'जामताड़ा' बन गया है. पुलिस आंकड़ों की माने तो मेवात क्षेत्र के ठगों ने अब तक देश के करीब 20 राज्यों में सैकड़ों ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है. कभी ओएलएक्स पर सस्ती कार, तो कभी जेनरेटर सेट और सीसीटीवी लगवाने के बहाने ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया है. लेकिन बीते 5 माह में भरतपुर पुलिस ने एक के बाद एक विभिन्न राज्यों की पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन चलाकर न केवल मेवात के ठगों के खिलाफ कार्रवाई की है बल्कि बड़ी संख्या में 225 बदमाशों को भी गिरफ्त में लिया है.

ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे लोग

नकली सोने की ईंट से ऑनलाइन ठगी तक

पुलिस अधीक्षक डॉ. अमनदीप सिंह कपूर ने बताया कि राजस्थान के अलवर, भरतपुर, हरियाणा के नूंह और उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से सटा मेवात क्षेत्र ठगी के मामले में हमेशा से बदनाम रहा है. मेवात क्षेत्र में पहले नकली सोने की ईंटों के जरिए लोगों से ठगी (टटलूबाजी) की वारदातों को अंजाम दिया जाता था. उसके बाद क्षेत्र के लुटेरों को एटीएम लूट और ऑनलाइन ठगी करना ज्यादा सरल और फायदे का सौदा लगने लगा. हालात ये हैं कि मेवात क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में देशभर में ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.

online fraud in bharatpur, जामताड़ा बना मेवात क्षेत्र
शातिरों पर शिकंजा कसने में लगी पुलिस

यह भी पढ़ें: SPECIAL: क्राइम रोकने के लिए तैयार हो रही साइबर वॉरियर्स की टीम, पुलिस के 20 जवान ले रहे स्पेशल ट्रेनिंग

गांव के गांव ठगी में लिप्त

मेवात क्षेत्र के अधिकतर लोग ज्यादा शिक्षित नहीं है, लेकिन बैंक, एटीएम व ईमित्र पोर्टल में काम करने के दौरान ये लोग ऑनलाइन ठगी की बारीकियां सीखते गए और अन्य लोगों को भी सिखाते गए. ऑनलाइन काम में माहिर होने के बाद उन्हें अपराध में शामिल करते गए. वर्तमान में हालात ये हैं कि मेवात क्षेत्र में गांव के गांव ऑनलाइन ठगी की वारदातों में लिप्त हैं.

पुलिस ने लगा रखे हैं चेतावनी बोर्ड

मेवात क्षेत्र में अज्ञात लोग ठगों के चंगुल में ना फंसे इसके लिए पुलिस ने ऑनलाइन ठगी से सावधानी वाले चेतावनी बोर्ड भी लगा रखे हैं. कामां, पहाड़ी, जुरहरा, सीकरी, गोपालगढ़ आदि थाना क्षेत्र में पुलिस ने कई जगह बोर्ड लगाए, जिनमें से कई जगह तो ठगों ने बोर्ड भी उखाड़ दिए हैं.

bharatpur cyber crime rate, भरतपुर में साइबर क्राइम रेट
शातिरों पर शिकंजा

यह भी पढ़ें: SPECIAL: बेरोजगारों के लिए वरदान बनी मनरेगा...4 लाख श्रमिकों को मिला रोजगार

5 माह में 225 बदमाश पकड़े गए

यूं तो भरतपुर पुलिस समय-समय पर ऑनलाइन ठगी की वारदातों में कार्रवाई करती रहती है. लेकिन बीते 5 माह के दौरान मेवात क्षेत्र में ऑनलाइन ठगी के आरोपियों के खिलाफ एक के बाद एक ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई. पुलिस अधीक्षक डॉ. अमनदीप सिंह कपूर की रणनीति के तहत बीते 5 माह में मेवात क्षेत्र समेत पूरे जिले में ऑनलाइन ठगी के कुल 33 मामले दर्ज किए गए जिनमें कुल 225 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया.

bharatpur cyber crime rate, भरतपुर में साइबर क्राइम रेट
ये अपना रहे तरीका

यह भी पढ़ें: Special: अतिक्रमण से संकरी हुईं सड़कें, शहर की रफ्तार में बन रहीं रोड़ा...जाम से लोग हलकान

इतना ही नहीं इन मामलों में पुलिस ने कुल 19 लाख रुपए नकद, 90 मोबाइल, एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक, पैन कार्ड, अवैध हथियार आदि भी बरामद किए. जबकि इससे पूर्व 1 जनवरी 2019 से जून 2020 के दौरान ऑनलाइन ठगी के 48 मामले दर्ज किए गए, जिनमें कुल 30 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया. 40 हजार की नकदी के साथ तीन मोबाइल भी बरामद किए गए.

bharatpur cyber crime rate, भरतपुर में साइबर क्राइम रेट
सतर्कता जरूरी

इन राज्यों में कर चुके हैं ठगी

मेवात क्षेत्र के लोग ना केवल आसपास के जिलों में बल्कि पूरे देश भर के 20 राज्यों में सैकड़ों ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. इन राज्यों में महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, दिल्ली, मुंबई, छत्तीसगढ़, गुजरात और केरल शामिल हैं. बीते दिनों भरतपुर पुलिस ने अन्य राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर मेवात क्षेत्र में दबिश भी दी और गिरफ्तार किए गए बदमाशों को अन्य राज्यों की पुलिस को सुपुर्द भी किया.

साइबर सेल को किया मजबूत

भरतपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमरदीप सिंह कपूर ने बताया कि मेवात क्षेत्र की ऑनलाइन ठगी की वारदातों के चलते देश के कई राज्यों के लोग परेशान थे. ऐसे में ऑनलाइन ठगी की वारदातों पर लगाम लगाने के लिए सबसे पहले भरतपुर की साइबर सेल को मजबूत किया गया. उसके बाद अन्य राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर मेवात क्षेत्र में समय-समय पर दबिश दी गई और अपराधियों को पकड़ कर संबंधित राज्यों की पुलिस को भी सौंपा गया.

Last Updated : Jan 9, 2021, 10:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.