कामां (भरतपुर). जिले के कामां कस्बे में मानसिक रूप से पीड़ित एक व्यक्ति काफी लंबे समय से कस्बे में घूम रहा था. लेकिन, उस व्यक्ति की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया. ऐसे में अपना घर आश्रम के कामां इकाई के सदस्य रमेश मंगला की नजर उस व्यक्ति पर पड़ी और उन्होंने उसकी मदद करने की ठानी. इसके बाद कामां थाना पुलिस के सहयोग से अपना घर आश्रम के सदस्यों ने निजी गाड़ी के जरिए मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्ति को भरतपुर के अपना घर आश्रम भेजवाया.
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अपना घर आश्रम के कामां इकाई के सदस्य रमेश मंगला ने बताया कि कामां कस्बे में एक व्यक्ति काफी लंबे समय से घूम रहा था और उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं थी. सूचना मिलते ही अपना घर आश्रम के सदस्यों को लेकर इस संबंध में बताया गया. पहले पीड़ित व्यक्ति को कामां थाना पुलिस के सुपुर्द किया गया. इसके बाद चिकित्सक से उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया. स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने के बाद हमने उसके मदद करने की समिति ने जिम्मेदारी ली.
रमेश मंगला ने कहा कि जब अपना घर आश्रम के सदस्यों ने मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्ति से बातचीत की तो उसने अपना नाम गणेश बताया. लेकिन, अपने घर का कोई पता नहीं बता पाया. इसके बाद अपना घर आश्रम के सदस्यों ने कामां थाना पुलिस के सहयोग से निजी गाड़ी बुला कर पीड़ित व्यक्ति को भरतपुर के अपना घर आश्रम भेजवाया, जिससे उसका उपचार और देखभाल अच्छे तरीके से हो सके.
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वहीं, मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि जिसका कोई नहीं होता या जो अपनों से बिछड़ जाता है, उसका सहारा अपना घर आश्रम हो जाता है. इस मौके पर अपना घर आश्रम के कामां इकाई के सदस्य रमेश मंगला के साथ ही हरीश कुमेरिया, डॉ. गगनदीप शर्मा और निरंजन शर्मा का महतत्वपूर्ण सहयोग रहा.