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भरतपुरः नगर निगम की हंगामेदार बोर्ड बैठक में वोटिंग के माध्यम से 60 करोड़ की एकीकृत सफाई योजना पास, निगम में दिन भर रहा पुलिस का पहरा - Bharatpur Councilor

भरतपुर नगर निगम महापौर अभिजीत कुमार ने बताया कि सभी पार्षदों की सहमति से एकीकृत सफाई योजना को लेकर मतदान कराया गया, जिसमें 31 पार्षदों ने योजना के पक्ष में और 18 पार्षदों ने विपक्ष में मतदान किया. जिसमें 15 पार्षद अनुपस्थित रहे. नगर निगम की बोर्ड मीटिंग बुधवार को हंगामेदार रही. इस दौरान निगम प्रशासन ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पहली बार पुलिस प्रशासन की भी मदद ली गई.

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भरतपुर नगर निगम की बोर्ड बैठ
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Published : Sep 29, 2021, 7:34 PM IST

भरतपुर. नगर निगम की बोर्ड मीटिंग बुधवार को हंगामेदार रही. इस दौरान निगम प्रशासन ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पहली बार पुलिस प्रशासन की भी मदद ली. बोर्ड मीटिंग में नगर निगम की एकीकृत सफाई योजना मुख्य मुद्दा रहा, जिसमें आखिर में योजना को लेकर पार्षदों की वोटिंग कराई गई. वोटिंग में योजना के पक्ष में अधिक पार्षदों ने सहमति जताई, जिसके बाद मीटिंग में एकीकृत सफाई योजना के प्रस्ताव को पास कर दिया गया.

पढ़ें-बीवीजी रिश्वत मामले में निंबाराम की याचिका पर हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा

निगम पार्षदों ने सदन में नाराजगी जताई

बुधवार दोपहर को नगर निगम की बोर्ड मीटिंग बुलाई गई, जिसमें कुल 49 पार्षद मौजूद रहे. बोर्ड मीटिंग शुरू होने से पहले ही मीटिंग हॉल के बाहर पुलिस जाब्ता तैनात रहा, जिसको लेकर नगर निगम पार्षदों ने सदन में खासी नाराजगी जताई. यहां तक कि कई पार्षदों ने तो महापौर से यह तक कह दिया कि यहां पर पुलिस क्यों बुलाई गई है? हम पार्षद हैं आतंकवादी?.

बैठक में दिनभर रहा हंगामा

मीटिंग के दौरान नगर निगम की करीब 60 करोड़ की एकीकृत सफाई व्यवस्था मुख्य मुद्दा बना रहा. इस मुद्दे पर दिन भर भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों के साथ ही महापौर और उपमहापौर की हंगामेदार बहस चलती रही. इस दौरान कई पार्षदों ने एक दूसरे पर भ्रष्ट होने के आरोप भी लगाए.

वोटिंग से प्रस्ताव पास

महापौर अभिजीत कुमार ने बताया कि सभी पार्षदों की सहमति से एकीकृत सफाई योजना को लेकर मतदान कराया गया, जिसमें 31 पार्षदों ने योजना के पक्ष में और 18 पार्षदों ने विपक्ष में मतदान किया. 15 पार्षद अनुपस्थित रहे. ऐसे में 13 अधिक पार्षदों ने योजना के पक्ष में मतदान किया, जिससे योजना के प्रस्ताव को पास कर दिया गया है. महापुर अभिजीत कुमार ने पक्ष और विपक्ष के सभी पार्षदों से इस योजना को सफल बनाने की अपील की.

पढ़ें-क्रूड ऑयल की दरें बढ़ रहीं, भारत सरकार एक्साइज ड्यूटी कम करके आमजन को दे राहत - CM गहलोत

ऐसी होगी नई सफाई व्यवस्था

एकीकृत सफाई योजना के तहत शहर के 65 में से 25 वार्डों में मशीनों के माध्यम से होगी मैकेनिकल सफाई. अन्य 40 वार्डों में 644 स्थाई सफाई कर्मचारियों के माध्यम से मैनुअल सफाई होगी.नगर निगम के सभी स्थाई कर्मचारियों के लिए तैयार करवाई जाएगी यूनिफॉर्म.

गौरतलब है कि इससे पहले नगर निगम की बोर्ड बैठक में सर्वसम्मति से 22 पार्षदों का एक दल एकीकृत सफाई व्यवस्था का जायजा लेने के चंडीगढ़ गया था, जिसमें उन्होंने वहां पर एक ही तरफ सफाई व्यवस्था का जायजा लिया था. उसके बाद अब नगर निगम की बोर्ड मीटिंग आयोजित हुई, जिसमें इस प्रस्ताव को पास कर दिया गया. अब इस प्रस्ताव के तहत शहर की सफाई व्यवस्था के लिए करीब 60 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.

भरतपुर. नगर निगम की बोर्ड मीटिंग बुधवार को हंगामेदार रही. इस दौरान निगम प्रशासन ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पहली बार पुलिस प्रशासन की भी मदद ली. बोर्ड मीटिंग में नगर निगम की एकीकृत सफाई योजना मुख्य मुद्दा रहा, जिसमें आखिर में योजना को लेकर पार्षदों की वोटिंग कराई गई. वोटिंग में योजना के पक्ष में अधिक पार्षदों ने सहमति जताई, जिसके बाद मीटिंग में एकीकृत सफाई योजना के प्रस्ताव को पास कर दिया गया.

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निगम पार्षदों ने सदन में नाराजगी जताई

बुधवार दोपहर को नगर निगम की बोर्ड मीटिंग बुलाई गई, जिसमें कुल 49 पार्षद मौजूद रहे. बोर्ड मीटिंग शुरू होने से पहले ही मीटिंग हॉल के बाहर पुलिस जाब्ता तैनात रहा, जिसको लेकर नगर निगम पार्षदों ने सदन में खासी नाराजगी जताई. यहां तक कि कई पार्षदों ने तो महापौर से यह तक कह दिया कि यहां पर पुलिस क्यों बुलाई गई है? हम पार्षद हैं आतंकवादी?.

बैठक में दिनभर रहा हंगामा

मीटिंग के दौरान नगर निगम की करीब 60 करोड़ की एकीकृत सफाई व्यवस्था मुख्य मुद्दा बना रहा. इस मुद्दे पर दिन भर भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों के साथ ही महापौर और उपमहापौर की हंगामेदार बहस चलती रही. इस दौरान कई पार्षदों ने एक दूसरे पर भ्रष्ट होने के आरोप भी लगाए.

वोटिंग से प्रस्ताव पास

महापौर अभिजीत कुमार ने बताया कि सभी पार्षदों की सहमति से एकीकृत सफाई योजना को लेकर मतदान कराया गया, जिसमें 31 पार्षदों ने योजना के पक्ष में और 18 पार्षदों ने विपक्ष में मतदान किया. 15 पार्षद अनुपस्थित रहे. ऐसे में 13 अधिक पार्षदों ने योजना के पक्ष में मतदान किया, जिससे योजना के प्रस्ताव को पास कर दिया गया है. महापुर अभिजीत कुमार ने पक्ष और विपक्ष के सभी पार्षदों से इस योजना को सफल बनाने की अपील की.

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ऐसी होगी नई सफाई व्यवस्था

एकीकृत सफाई योजना के तहत शहर के 65 में से 25 वार्डों में मशीनों के माध्यम से होगी मैकेनिकल सफाई. अन्य 40 वार्डों में 644 स्थाई सफाई कर्मचारियों के माध्यम से मैनुअल सफाई होगी.नगर निगम के सभी स्थाई कर्मचारियों के लिए तैयार करवाई जाएगी यूनिफॉर्म.

गौरतलब है कि इससे पहले नगर निगम की बोर्ड बैठक में सर्वसम्मति से 22 पार्षदों का एक दल एकीकृत सफाई व्यवस्था का जायजा लेने के चंडीगढ़ गया था, जिसमें उन्होंने वहां पर एक ही तरफ सफाई व्यवस्था का जायजा लिया था. उसके बाद अब नगर निगम की बोर्ड मीटिंग आयोजित हुई, जिसमें इस प्रस्ताव को पास कर दिया गया. अब इस प्रस्ताव के तहत शहर की सफाई व्यवस्था के लिए करीब 60 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.

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