भरतपुर. धौलपुर से सड़क मार्ग से भरतपुर पहुंचने प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का शहर के सारस चौराहे पर पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने स्वागत किया. इस अवसर पर वसुंधरा राजे ने मंच से खड़े होकर कहा कि उन्हें भगवान ने बहुत कुछ दिया और बहुत राजनीतिक पद दिए लेकिन इनमें सबसे अमूल्य जनता का प्यार दिया है. इसलिए मंच के सामने खड़े 33 कोटि देवी देवताओं को मेरा प्रणाम.
राजे ने जताई शोक संवेदना
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शनिवार को भाजपा के पूर्व मंत्री दिवंगत डॉ. दिगंबर सिंह की धर्मपत्नी दिवंगत आशा सिंह, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष दिवंगत चंद्रशेखर और भाजपा के पदाधिकारी दिवंगत शिवराज तमरोली को शोक संवेदना व्यक्त करने यहां पहुंची. उससे पहले पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने वसुंधरा राजे का ऊंचा नगला बॉर्डर और सारस चौराहे पर स्वागत किया (Raje in Bharatpur). चौराहे पर लोगों को संबोधित करते हुए वसुंधरा ने कहा कि भगवान ने मुझे तमाम पद और खुशियां दी लेकिन इनमें सबसे अमूल्य जनता का प्यार दिया.
इस अवसर पर वसुंधरा राजे को चुनरी ओढ़ाने वाली महिलाओं के लिए वसुंधरा ने कहा कि चुनरी के साथ-साथ उन्हें उनका प्यार भी मिला है. वसुंधरा ने यहां मौजूद जनता को 33 करोड़ देवी देवता बताते हुए प्रणाम किया. वसुंधरा राजे ने गिर्राज महाराज के जयकारे के साथ कहा कि यह गिर्राज महाराज की कृपा ही है कि आप सभी लोगों के दर्शन हो गए.
वसुंधरा के बांके बिहारी के दर्शन
वसुंधरा राजे दिवंगत पदाधिकारियों के परिजनों से शोक संवेदना व्यक्त करने के बाद किला स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर (Raje reached in Shri Banke Bihari Temple) पहुंची. यहां पर बांके बिहारी के दर्शन किए और देवस्थान विभाग द्वारा कराए जा रहे मंदिर के पुनर्निर्माण कार्य को भी देखा. इसके बाद वसुंधरा राजे सड़क मार्ग से जयपुर के लिए रवाना हो गई.