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भरतपुर: ओलावृष्टि का मार झेल रहे किसानों का फूटा गुस्सा, मुआवजे की मांग को लेकर दिया धरना

भरतपुर में हुई ओलावृष्टि से फसल खराबे के बाद शनिवार को अलग-अलग गांव के किसानों ने प्रदर्शन किया. किसान खराब हुई फसलों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं.

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Published : Mar 7, 2020, 5:40 PM IST

भरतपुर की खबर, farmer protest
किसानों का फूटा गुस्सा

भरतपुर. जिले में विगत दिनों हुई ओलावृष्टि के बाद किसानों की फसले पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है. जिससे उनके सामने उनके परिवार के पालन-पोषण की समस्या पैदा हो गई है.

किसानों का फूटा गुस्सा

जिससे परेशान होकर शनिवार को अलग-अलग गांव के किसान जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और तबाह हुई फसलों को सड़क पर रख कर प्रदर्शन किया. साथ ही सभी किसान जिला कलेक्टर से मिले और ज्ञापन सौंपा.

इस दौरान किसान नेता नेम सिंह फौजदार ने कहा कि ओलावृष्टि से खराब हुई फसलो के लिए मुआवजे की मांग को लेकर सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया. किसानों की सरकार से मांग है कि सरकार 100 प्रतिशत फसल खराबा घोषित कर उन्हें मुआवजा दे. साथ ही कर्जा और बिजली बिल भी माफ किया जाए

पढ़ें: भरतपुर: ऊंचैड़ा ग्राम पंचायत का मुख्यालय बदले जाने को लेकर 5वें दिन भी जारी रहा विरोध-प्रदर्शन

फौजदार ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार उनकी बात नहीं सुनती है तो सरकार और किसान आमने-सामने हो जाएंगे. फसल चौपट होने के बाद किसान भूखा मरने के बजाय, हक के लिए लड़के मरेगा.

भरतपुर. जिले में विगत दिनों हुई ओलावृष्टि के बाद किसानों की फसले पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है. जिससे उनके सामने उनके परिवार के पालन-पोषण की समस्या पैदा हो गई है.

किसानों का फूटा गुस्सा

जिससे परेशान होकर शनिवार को अलग-अलग गांव के किसान जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और तबाह हुई फसलों को सड़क पर रख कर प्रदर्शन किया. साथ ही सभी किसान जिला कलेक्टर से मिले और ज्ञापन सौंपा.

इस दौरान किसान नेता नेम सिंह फौजदार ने कहा कि ओलावृष्टि से खराब हुई फसलो के लिए मुआवजे की मांग को लेकर सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया. किसानों की सरकार से मांग है कि सरकार 100 प्रतिशत फसल खराबा घोषित कर उन्हें मुआवजा दे. साथ ही कर्जा और बिजली बिल भी माफ किया जाए

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फौजदार ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार उनकी बात नहीं सुनती है तो सरकार और किसान आमने-सामने हो जाएंगे. फसल चौपट होने के बाद किसान भूखा मरने के बजाय, हक के लिए लड़के मरेगा.

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