भरतपुर. बहुचर्चित कुलदीप जघीना हत्याकांड के 65 दिन बाद भी कई इनामी आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं. सोमवार को कुलदीप के परिजनों ने एसपी कार्यालय पहुंच कर आरोपियों की गिरफ्तारी और दो पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा. परिजनों का आरोप है कि कुलदीप हत्याकांड में पुलिस कांस्टेबल अजब सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका थी.
बड़ी संख्या में कुलदीप के परिजन और ग्रामीण एसपी कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपा. कुलदीप की मां उषा का आरोप है कि घटना के 65 दिन के बाद भी आदित्य, सत्यवीर, शेरा पहलवान, अरुण फौजी, कृष्णा हथैनी और सचिन को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. एसपी से मांग की है कि आरोपियों पर इनामी राशि बढ़ाकर जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. कुलदीप की मां उषा का कहना है कि मृतक कृपाल के बेटे आदित्य को रिंकू नामक व्यक्ति के साथ गाड़ी में घूमते देखा गया था. उन्होंने ज्ञापन सौंपकर कोई दुर्घटना होने की आशंका जताई है. आरोप है कि कविश पुत्र रविंद्र घर के बाहर आकर धमकी देकर गया था.
कांस्टेबल को बर्खास्त करने की मांग : कुलदीप की मां उषा का आरोप है कि कुलदीप हत्याकांड में कांस्टेबल अजब सिंह और पुष्कर की भी अहम भूमिका थी, इसलिए दोनों को बर्खास्त किया जाए. ज्ञापन के दौरान परिजनों के साथ बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. बता दें कि कुलदीप जघीना की जयपुर जेल से पेशी के लिए भरतपुर लाते समय 12 जुलाई को जिले के आमोली टोल पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्याकांड के समय पंकज नामक आरोपी ने अपने ताऊ मृतक कृपाल की रिवॉल्वर का इस्तेमाल किया था. मामले में भरतपुर पुलिस ने अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि रविंद्र को हिरासत में ले लिया है.