भरतपुर. मकर संक्रांति के अवसर पर मंगलवार सुबह 4 बजे से ही भरतपुर शहर के आराध्य देव श्री बांके बिहारी के मंदिर के सामने असहाय और गरीब लोगों की कतार लग गई. वहीं शहर के कई लोगों ने भी सुबह से ही यहां आकर दान पुण्य करना शुरू कर दिया. किसी ने अन्न का दान किया, तो किसी ने खाने का इंतजाम किया.
इस बार मकर संक्रांति के पर्व को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है. कुछ लोग जहां 15 जनवरी को इस बार मकर संक्रांति का पर्व मनाने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं कुछ लोगों ने परंपरागत अनुसार इस बार भी 14 जनवरी को ही मकर संक्रांति का पर्व मना रहे हैं. इसी को लेकर भरतपुर में मंगलवार को मकर संक्रांति मनाई गई. इस दिन कई महिला पुरूष गरीबों के लिए वस्त्र दान करते हुए भी नजर आए. शहर में दानदाताओं ने यहां हजारों लोगों के लिए कचौड़ी और सब्जी वितरित कराया.
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5 हजार लोगों को कचौड़ी और सब्जी वितरित...
शहर के भामाशाह हरिओम बंसल ने बताया कि वह हर साल मकर संक्रांति के अवसर पर बांके बिहारी जी के मंदिर पर असहाय, गरीब और अन्य सभी लोगों के लिए कचौड़ी और सब्जी वितरित कराते हैं. इस बार भी उन्होंने यह 5 हजार लोगों के लिए कचौड़ी और सब्जी वितरित कराने के इंतजाम किए. वहीं सुबह 9 बजे से ही लोगों के लिए प्रसादी के रूप में कचौड़ी का वितरण शुरू हो गया.
अन्न से लेकर वस्त्र तक का किया दान...
सुबह 4 बजे से श्री बांके बिहारी मंदिर के परिसर में गरीब और असहाय लोगों की भीड़ लगी रही. ऐसे में यहां सुबह से ही दान दाता दान करते हुए नजर आए. लोग यहां चाय, बिस्किट, अन्न, भोजन, पैसे और वस्त्र तक हर प्रकार का दान करते हुए दिखे.
शहर की सोनू खंडेलवाल और कुसुम रावत यह गरीब लोगों के लिए वस्त्र वितरित करने पहुंची. इन्होंने बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए वस्त्र दान किए. ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति के पर्व पर किए गए दान का काफी पुण्य मिलता है. ऐसे में जिन लोगों ने मंगलवार को मकर सक्रांति का पर्व मनाया, वे लोग सुबह से ही दान करते हुए नजर आए.