भरतपुर. राजस्थान में सियासी घमासान के बीच सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त किया गया है. साथ ही विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्री पद से हटाया गया है. इसके बाद राजस्थान सरकार ने अलर्ट जारी कर कई पुलिस अधिकारियों को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में तैनात किया है. इसी के तहत भरतपुर में लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने के लिए डीआईजी विकास कुमार और आईपीएस अधिकारी पुष्पेंद्र सोलंकी को तैनात किया गया है.
डीआईजी विकास कुमार बुधवार को भरतपुर पहुंचे और यहां के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर मौजूदा हालात को लेकर फीडबैक लिया. साथ ही गुर्जर बहुल बयाना थाना क्षेत्र का दौरा भी किया. डीआईजी विकास कुमार बुधवार दोपहर को जिले के गुर्जर बहुल क्षेत्र बयाना पहुंचे और वहां के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की.
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बैठक के दौरान उन्होंने प्रदेश के राजनीतिक घमासान के बीच क्षेत्र के हालात के बारे में जानकारी ली. साथ ही पुलिस अधिकारियों को अलर्ट रहने और कोई भी घटना या प्रदर्शन होने पर तुरंत सूचना देने के निर्देश दिए. डीआईजी विकास कुमार ने बताया कि क्षेत्र में पुलिस निरपेक्ष रहकर काम कर रही है. अगर लोग और पुलिस मिलकर साथ काम करेंगे तो निश्चित ही अपराधियों के हौसले पस्त रहेंगे. उन्होंने कहा कि अगर क्षेत्र में किसी को कोई परेशानी होगी तो उनसे बात की जाएगी.
इससे पहले बुधवार सुबह भरतपुर रेंज आईजी संजीव नार्जरी ने पुलिस अधिकारियों के साथ आईजी कार्यालय में बैठक की. बैठक में पुलिस अधीक्षक अमनदीप कपूर और जयपुर से आए डीआईजी विकास कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे. आईजी संजीव नार्जरी ने बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियों से जिले के राजनीतिक घटनाक्रम पर फीडबैक लिया और रेंज में कानून व्यवस्था ना बिगड़े, इसको लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.
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गौरतलब है कि राजस्थान में सियासी घमासान के बाद राजस्थान सरकार ने प्रदेश के गुर्जर बहुल जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है. इसी के तहत भरतपुर जिले में जाट औल गुर्जर बहुल क्षेत्रों में तनाव की आशंका को देखते हुए एसटीएफ लगाई गई है. साथ ही डीआईजी विकास कुमार को भी भरतपुर में तैनात किया गया है.