कामां (भरतपुर). प्यार का पहला अक्षर ही अधूरा है लेकिन प्यार जब परवान चढ़ने लगता है तो लोग कुछ भी करने से नहीं हिचकते हैं. ऐसा ही एक नजारा कामां में भी देखने को मिला है जहां प्रेमी जोड़े के परिवार ने जब उनकी शादी करने को सहमत नहीं दी तो कामां से भागकर दोनों ने विवाह कर लिया था. जिसके बाद युवती के परिजनों ने कामां थाने में मामला दर्ज करवाया था. वहीं पुलिस मामला दर्ज कर दोनों की तलाश में जुट गई थी. इसी बीच रविवार को नाटकीय ढंग से प्रेमी जोड़ा राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश लेकर कामां थाने पहुंच गए और पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है.
कामां थाना के सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि कामां थाने में 14 जून 2020 को लड़की के पिता ने मामला दर्ज कराया था कि उसकी पुत्री का कस्बा निवासी एक युवक ने अपहरण कर भगा ले गया है. मामला दर्ज करने के बाद पुलिस प्रेमी जोड़े के तलाश में जुटी हुई थी लेकिन दोनों कहीं नहीं मिले.
जिसके 8 महीने बाद युवक-युवती रविवार को स्वयं ही कामां थाना आ धमके और अपनी शादी होने सहित राजस्थान उच्च न्यायालय का एक आदेश दिखाकर सुरक्षा की गुहार लगाई. वहीं युवती 3 माह की गर्भवती है और उच्च न्यायालय ने उन्हें सुरक्षा देने के भी आदेश दिए हैं.
पुलिस पूछताछ में युवक ने बताया कि वह प्रतिदिन चार सौ रुपए के हिसाब से मजदूरी कर अपना और अपनी पत्नी का जीवन यापन करता था. पुलिस अब लड़की का मेडिकल करवाकर नाबालिग है या बालिग के बारे में पता लगाएगी. जबकि राजस्थान उच्च न्यायालय में जो दस्तावेज पेश किए हैं उनमें वह बालिग बताई गई है. वहीं लड़की के पिता की ओर से दर्ज मुकदमा में लड़की को नाबालिग बताया गया है.
मामले में वास्तविक सच्चाई क्या है इसका खुलासा होना बाकी है, अगर लड़की नाबालिग निकली तो परिजनों को सुपुर्द कर दी जाएगी और बालिग होने पर पत्ती के साथ अपना जीवन यापन करने दिया जाएगा. साथ ही लड़की ने अपने परिवार जनों पर धमकी देने का भी आरोप लगाया है और अपनी जान का उनसे खतरा बताया है. जिसे लेकर पुलिस की ओर से उन्हें सुरक्षा प्रदान की जा रही है.