भरतपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को राजस्थान का बजट पेश किया. बजट भाषण में मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सबसे चर्चित ईआरसीपी योजना का काम जारी रखने और इसमें भविष्य में 13000 करोड़ के कार्य और कराने की घोषणा की. वहीं, भरतपुर संभाग मुख्यालय पर होम्योपैथिक महाविद्यालय और विशेष योग्यजन महाविद्यालय खोले जाने की भी घोषणा की. इसके साथ ही सीएम ने नशे की चपेट में आ रहे युवाओं के लिए नशा मुक्ति केंद्र भी खोलने की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने बजट भाषण में कहा कि ईआरसीपी योजना पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है. इसके कार्य आगे भी जारी रहेंगे. आगामी वर्ष में ईआरसीपी में 13000 करोड़ के कार्य कराए जाएंगे. इससे संभाग के भरतपुर, करौली, धौलपुर, सवाई माधोपुर समेत 13 जिलों के लोगों को सिंचाई और पीने के लिए पानी उपलब्ध हो सकेगा.
बजट भाषण में मुख्यमंत्री ने भरतपुर में होम्योपैथिक महाविद्यालय और विशेष योग्यजन महाविद्यालय खोलने की भी घोषणा की. साथ ही भरतपुर और नदबई के राजकीय आयुर्वेदिक अस्पतालों को ए श्रेणी में अपग्रेड किए जाने की बात कही. भरतपुर में युवाओं को नशे से छुटकारा दिलाने के लिए 20 करोड़ की लागत से नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें - Rajasthan Budget 2023: पर्यटन विकास के लिए मिलेगा 1500 करोड़, तीर्थ यात्रा पैकेज में अयोध्या भी शामिल
वहीं, भरतपुर के सेवर केंद्रीय कारागृह में महिला बंदियों के छोटे बच्चों के देखभाल और पालन पोषण के लिए क्रच की स्थापना की जाएगी. साथ ही भरतपुर और रणथंभौर के गणेश मंदिर में आयोजित होने वाले मेले में आधारभूत सुविधाएं विकसित की जाएंगी. इधर, राजस्थान के अन्य टाइगर रिजर्व के साथ ही सवाई माधोपुर के रणथंभौर टाइगर रिजर्व, धौलपुर के नए टाइगर रिजर्व, सवाई माधोपुर की घड़ियाल क्षेत्र को भी विकसित किए जाने की घोषणा की गई. प्रदेश के साथ ही भरतपुर संभाग में पौधरोपण और वन क्षेत्र को बढ़ावा देने की बात कही गई.