भरतपुर. संभाग के हृदय रोगियों का अब एसजेपी मेडिकल कॉलेज के आरबीएम जिला अस्पताल में ही उपचार हो सकेगा. अस्पताल में जल्द ही कैथ लैब स्थापित की जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार ने 8 करोड़ से अधिक का बजट भी पास कर दिया है. जल्द ही उपकरणों की खरीद प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.
कैथ लैब के लिए 6.25 करोड़ः मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुभाष बंसल ने बताया कि आरबीएम अस्पताल में निर्माणाधीन भवन में एक फ्लोर पर कैथ लैब स्थापित की जाएगी. इसके लिए राजस्थान सरकार ने 625 लाख का बजट पास कर दिया है. फिलहाल आरएसआरडीसी इस भवन का निर्माण कार्य कर रही है. प्राचार्य डॉ बंसल ने बताया कि कैथ लैब के उपकरणों के लिए अलग से 182 लाख रुपए का बजट पास किया गया है. उपकरणों की खरीद जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज के माध्यम से की जाएगी. फिलहाल भवन निर्माण का कार्य पूरा होने का इंतजार है. उसके बाद ही उपकरण खरीद होगी.
6 विशेषज्ञों के पद स्वीकृतः डॉ बंसल ने बताया कि कैथ लैब के लिए 6 विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद स्वीकृत हुए हैं. इनमें एक प्रोफेसर, एक एसोसिएट प्रोफेसर, दो असिस्टेंट प्रोफेसर, दो सीनियर रेजिडेंट शामिल हैं. इनकी भर्ती प्रक्रिया राजमेस के मध्यम से चल रही है. फिलहाल आरबीएम अस्पताल में एक असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में डॉ पाल सिंह कार्यरत हैं. गौरतलब है कि फिलहाल आरबीएम अस्पताल में हृदय रोगियों को एक कार्डियोलॉजिस्ट की परामर्श सुविधा प्राप्त हो रही है. लेकिन कैथ लैब शुरू होने के बाद हृदय रोगियों को अस्पताल में ही एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी जैसी सुविधाएं मिल सकेगी. भरतपुर में कैथ लैब की सुविधा नहीं होने की वजह से रोगियों को उपचार के लिए जयपुर या दिल्ली जाना पड़ता है.