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भरतपुर में लाखों रुपए खर्च के बाद भी नहीं मिल रहा ग्रामीणों को RO का पानी - आरओ का पानी नहीं मिल रहा है

भरतपुर के डीग उपखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में सरकार की ओर से लाखों रुपए खर्च कर आरओ प्लांट्स बनाए गए थे, लेकिन लोगों को इस आरओ का पानी मिलना तो दूर पानी पीने का कार्ड भी नहीं बन पाया है. वहीं लोगों का कहना है कि इसे जल्दी चालू किया जाए और इसकी सुरक्षा व्यवस्था भी दुरुस्त हो.

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भरतपुर में लाखों रुपए खर्च के बाद भी नहीं मिल रहा ग्रामीणों को आरओ का पानी
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Published : Nov 28, 2019, 10:23 AM IST

डीग (भरतपुर). उपखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में सरकार की ओर से लाखों रुपए खर्च कर आरओ प्लांट्स बनाए गए थे, लेकिन लोगों को इस आरओ का पानी मिलना तो दूर पानी पीने का कार्ड भी नहीं बन पाया है. वहीं कुचावटी पंचायत के गांव घड़ी लोधा में सरकार की ओर से बनाया गया नया आरओ प्लांट पर ताला लटका हुआ है.

भरतपुर में लाखों रुपए खर्च के बाद भी नहीं मिल रहा ग्रामीणों को आरओ का पानी

घड़ी लोधा के ग्रामवासियों का कहना है कि आरओ प्लांट को बने 2-3 महीने से ज्यादा हो गया है. लेकिन अभी तक हमें पीने के लिए आरओ का शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाया है. ग्रामीणों ने बताया कि सरकार लोगों के लिए आरओ का शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के वादे तो करती है, लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजारा देखने को मिलता है.

यह भी पढ़ें- भरतपुर नगर निगम: वोटिंग के बाद कांग्रेस ने पार्षदों को छोड़ा सड़क पर, उपमहापौर के लिए मिले 56 वोट

वहीं इन प्लांट्स पर लोगों को शुद्ध जल उपलब्ध कराने और आरओ प्लांट की देखरेख के लिए लगाए गए स्थानीय कर्मचारियों पर भी जलदाय विभाग और अन्य प्रशासन का अंकुश नहीं है, जिससे इन आरओ प्लांट्स को असमाजिक तत्वों की ओर से नुकसान पहुंचाया जा रहा है.

इसी तरह ग्राम पंचायत अऊ में सरकारी स्कूल के पास लगे आरओ के सीसे तोड़ने, अंदर की लाईट फोड़ने और ट्यूब लाईट्स को असमाजिक तत्वों की ओर से निकाल कर ले जाने का मामला सामने आया है. जिस पर प्रशासन पर की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हो रहा है. जिसके कारण ग्रामीण लोगों में संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के प्रति काफी रोष व्याप्त है.

यह भी पढ़ें- विद्युत कनेक्शन ट्रांसफर कराने के नाम पर परिवारों में हो रहे विवाद : विधायक बलजीत

वहीं स्थानीयों की ओर से इन आरओ प्लांट्स को सुचारू रूप से चलान के लिए और आरओ का शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने की मांग की जा रही है. साथ ही विभिन्न कम्पनियों की ओर से इन प्लांट्स पर तैनात किए गए कर्मचारियों को प्लांट्स की समुचित देखभाल कराने की भी मांग की है.

डीग (भरतपुर). उपखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में सरकार की ओर से लाखों रुपए खर्च कर आरओ प्लांट्स बनाए गए थे, लेकिन लोगों को इस आरओ का पानी मिलना तो दूर पानी पीने का कार्ड भी नहीं बन पाया है. वहीं कुचावटी पंचायत के गांव घड़ी लोधा में सरकार की ओर से बनाया गया नया आरओ प्लांट पर ताला लटका हुआ है.

भरतपुर में लाखों रुपए खर्च के बाद भी नहीं मिल रहा ग्रामीणों को आरओ का पानी

घड़ी लोधा के ग्रामवासियों का कहना है कि आरओ प्लांट को बने 2-3 महीने से ज्यादा हो गया है. लेकिन अभी तक हमें पीने के लिए आरओ का शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाया है. ग्रामीणों ने बताया कि सरकार लोगों के लिए आरओ का शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के वादे तो करती है, लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजारा देखने को मिलता है.

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वहीं इन प्लांट्स पर लोगों को शुद्ध जल उपलब्ध कराने और आरओ प्लांट की देखरेख के लिए लगाए गए स्थानीय कर्मचारियों पर भी जलदाय विभाग और अन्य प्रशासन का अंकुश नहीं है, जिससे इन आरओ प्लांट्स को असमाजिक तत्वों की ओर से नुकसान पहुंचाया जा रहा है.

इसी तरह ग्राम पंचायत अऊ में सरकारी स्कूल के पास लगे आरओ के सीसे तोड़ने, अंदर की लाईट फोड़ने और ट्यूब लाईट्स को असमाजिक तत्वों की ओर से निकाल कर ले जाने का मामला सामने आया है. जिस पर प्रशासन पर की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हो रहा है. जिसके कारण ग्रामीण लोगों में संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के प्रति काफी रोष व्याप्त है.

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वहीं स्थानीयों की ओर से इन आरओ प्लांट्स को सुचारू रूप से चलान के लिए और आरओ का शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने की मांग की जा रही है. साथ ही विभिन्न कम्पनियों की ओर से इन प्लांट्स पर तैनात किए गए कर्मचारियों को प्लांट्स की समुचित देखभाल कराने की भी मांग की है.

Intro:Body:खबर डीग भरतपुर
27.11.2019

संवाददाता मुकेश जांगिड़
9529009554

वाइट: उप सरपंच पंकज शर्मा

वाइट: ग्रामीण मोहन सिंह

हेडलाइन: लाखों खर्च करने के बाद भी नहीं ले पा रहे हैं ग्रामीण आरो प्लांट ओं के पानी का लाभ लाभ


डीग - उपखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में सरकार द्वारा लाखों रुपये खर्च कर बनाये गए आरओ प्लांट्स सो पीस बन गए हैं जिनसे लोगों को आरओ का पानी मिलना तो दूर पानी पीने को कार्ड ही नहीं बन पाए हैं । वहीं कुचावटी पंचायत के गाँव घड़ी लोधा में सरकार द्वारा बनाये गये नये आरओ प्लांट पर ताला लटका हुआ । घड़ी लोधा के ग्रामवासियों का कहना है कि आरओ प्लांट को बने 2 - 3 महीने से ज्यादा समय हो गया है लेकिन अभी तक हमें पीने के लिए आरओ का शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाया है । सरकार लोगों के लिए आरओ का शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के वादे तो करती है लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजारा देखने को मिलता है तो वहीं इन प्लांट्स पर लोगों को शुद्ध जल उपलब्ध कराने व आरओ प्लांट की देखरेख के लिए लगाये गए स्थानीय कर्मचारियों पर भी जलदाय विभाग व अन्य प्रशासन का अंकुश नहीं होने से सरकारी संपत्ति इन आरओ प्लांट्स को असमाजिक तत्वों द्वारा नुकसान पहुंचाया जा रहा है लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते इन पर कोई वैधानिक कार्यवाही नहीं होती । इसी तरह ग्राम पंचायत अऊ में सरकारी स्कूल के पास लगे आरओ सीसे तोड़ने , अंदर की लाईट फोड़ने व ट्यूब लाईट्स को असमाजिक तत्वों और अज्ञात लोगों द्वारा निकाल कर ले जाने तथा विगत 4 , 5 माह पूर्व प्लांट के पास लगी डीपी को अज्ञात चोरों द्वारा ले जाने का मामला सामने आने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं हो पाती है । ऐसी स्थिति में ग्रामीण लोगों में संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के प्रति काफी रोष व्याप्त है । अतः उक्त आरओ प्लांट्स से सुचारू रूप से आरओ का शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की लोगों ने माँग की है और साथ विभिन्न कम्पनियों द्वारा इन प्लांट्स पर तैनात किये कर्मचारियों को प्लांट्स की समुचित देखभाल कराने की भी माँग की है ।Conclusion:
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