डीग (भरतपुर). उपखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में सरकार की ओर से लाखों रुपए खर्च कर आरओ प्लांट्स बनाए गए थे, लेकिन लोगों को इस आरओ का पानी मिलना तो दूर पानी पीने का कार्ड भी नहीं बन पाया है. वहीं कुचावटी पंचायत के गांव घड़ी लोधा में सरकार की ओर से बनाया गया नया आरओ प्लांट पर ताला लटका हुआ है.
घड़ी लोधा के ग्रामवासियों का कहना है कि आरओ प्लांट को बने 2-3 महीने से ज्यादा हो गया है. लेकिन अभी तक हमें पीने के लिए आरओ का शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाया है. ग्रामीणों ने बताया कि सरकार लोगों के लिए आरओ का शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के वादे तो करती है, लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजारा देखने को मिलता है.
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वहीं इन प्लांट्स पर लोगों को शुद्ध जल उपलब्ध कराने और आरओ प्लांट की देखरेख के लिए लगाए गए स्थानीय कर्मचारियों पर भी जलदाय विभाग और अन्य प्रशासन का अंकुश नहीं है, जिससे इन आरओ प्लांट्स को असमाजिक तत्वों की ओर से नुकसान पहुंचाया जा रहा है.
इसी तरह ग्राम पंचायत अऊ में सरकारी स्कूल के पास लगे आरओ के सीसे तोड़ने, अंदर की लाईट फोड़ने और ट्यूब लाईट्स को असमाजिक तत्वों की ओर से निकाल कर ले जाने का मामला सामने आया है. जिस पर प्रशासन पर की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हो रहा है. जिसके कारण ग्रामीण लोगों में संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के प्रति काफी रोष व्याप्त है.
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वहीं स्थानीयों की ओर से इन आरओ प्लांट्स को सुचारू रूप से चलान के लिए और आरओ का शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने की मांग की जा रही है. साथ ही विभिन्न कम्पनियों की ओर से इन प्लांट्स पर तैनात किए गए कर्मचारियों को प्लांट्स की समुचित देखभाल कराने की भी मांग की है.