भरतपुर. ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाले मेवात के साइबर ठगों पर भरतपुर पुलिस नकेल कसने (Bharatpur police action on Mewat cyber thugs) में जुटी हुई है. बीते 10 माह में भरतपुर पुलिस ने अन्य राज्यों के कागजातों से संचालित 58 हजार से अधिक फर्जी सिम कार्ड और करीब 69 हजार से अधिक मोबाइल फोन के आईएमईआई नंबर (Bharatpur police closed Fake mobile and sim card) को बंद कराने की कार्रवाई की है. इस दौरान पुलिस ने कई साइबर ठगी में लिप्त अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है तो वहीं कई लोगों को शिकायत मिलने के बाद ठगने से भी बचाया है.
भरतपुर पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि जनवरी 2022 से अक्टूबर 2022 तक 10 माह के दौरान मेवात क्षेत्र में फर्जी दस्तावेजों से संचालित 58,991 सिम कार्ड ब्लॉक कराए हैं. इसके साथ ही 69,599 मोबाइल फोन के आईएमईआई नंबर भी ब्लॉक कराए हैं. ये सभी सिम कार्ड और मोबाइल फोन असम, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के लोगों के फर्जी दस्तावेजों पर संचालित थे.
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43 ठग और 2 लाख रुपए जब्त
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस अवधि के दौरान साइबर अपराधियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की गई और कुल 31 मामले दर्ज कर 43 साइबर ठगों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया. इनके पास से 2 लाख 3 हजार 400 रुपए कैश, 5 मोटरसाइकिल, 22 फर्जी एटीएम कार्ड, चेकबुक, पैनकार्ड और दो बोलेरो गाड़ी जप्त की है.
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अन्य राज्यों को सौंपे अपराधी
इस वर्ष भरतपुर के मेवात क्षेत्र में अलग-अलग राज्यों की करीब 150 से अधिक टीमों ने अलग-अलग समय में स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही की. इसमें स्थानीय पुलिस के सहयोग से 58 मामलों में आरोपियों को पकड़कर अन्य राज्यों की पुलिस को सौंपा है.
30 लाख की ठगी होने से बचाए
एसपी श्याम सिंह ने बताया कि साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर लोगों की ओर से साइबर अपराध की शिकायतें मिलने पर कार्रवाई कर कुल 30 लाख 04, 794 रुपए की ठगी होने से बचाईं. इनमें से विभिन्न शिकायतकर्ताओं को उनके 14 लाख, 43,063 रुपए वापस मिल चुके हैं. शेष रुपए भी सोर्स अकाउंट में रिवर्स कराने की प्रक्रिया चल रही है.