भरतपुर. गुर्जर आरक्षण के लिए शनिवार को बयाना क्षेत्र के अड्डा गांव में होने वाली गुर्जर महापंचायत को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. महापंचायत को लेकर बयाना क्षेत्र में कार्यपालक मजिस्ट्रेट सहित अतिरिक्त पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है. वहीं, सभी कर्मचारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं.
संभागीय आयुक्त पीसी बेरवाल ने कहा कि, शनिवार को आयोजित होने वाली गुर्जर महापंचायत को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. कानून व्यवस्था खराब ना हो, इसकी पूरी तैयारी प्रशासन ने कर ली है. महापंचायत को देखते हुए जिले भर में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति की गई है. साथ ही उन्होंने बताया कि अभी तक महापंचायत को लेकर कोई भी अनुमति नहीं ली गई है.
पीसी बेरवाल ने बताया कि, कोरना गाइडलाइन के अनुसार आयोजकों से ज्यादा भीड़ जमा नहीं करने के लिए कहा गया है. हालांकि, लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का हक है. लेकिन, इस दौरान कानून व्यवस्था और कोरोना गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा जाएगा. कानून व्यवस्था को लेकर कलेक्टर नथमल डिडेल और पुलिस अधीक्षक डॉ. अमनदीप सिंह कपूर ने गुरुवार को अड्डा गांव का दौरा भी किया है.
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वहीं, आईजी संजीव नार्जरी ने कहा कि महापंचायत को देखते हुए वो सभी सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा कर चुके हैं. महापंचायत के आयोजक गुर्जर समाज के नेताओं से वो लगातार संपर्क में हैं और उनसे शांति पूर्वक अपनी बात रखने के लिए कहा है. साथ ही बयाना क्षेत्र में पुलिस के 600, जीआरपी के 140 और आरपीएफ के 90 जवानों को तैनात किया गया है. ये जाप्ता धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, अजमेर और कोटा से मंगाया गया है.
बता दें कि, आरपीएफ के 90 जवानों को बयाना, हिंडौन, डुमरिया और पीलूपुरा सहित गुर्जर बाहुल्य इलाकों में रेलवे ट्रैक की निगरानी के लिए तैनात किया गया है. गौरतलब है कि पूर्व के गुर्जर आंदोलनों में गुर्जर समाज के लोग रेलवे ट्रैक को अपना निशाना बनाते रहे हैं.