कामां (भरतपुर). बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर के नाम से फर्जी एकाउंट बनाकर ठगी करने वाले कामां मेवात क्षेत्र के साइबर ठगी के मास्टरमाइंड बदमाशों को बेंगलुरु पुलिस और कामां पुलिस ने मिलकर गिरफ्तार कर लिया है. जिसके बाद चारों ठगों को बेंगलुरु पुलिस अपने साथ लेकर गई है. पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए इलाके के दर्जनों गावों में दबिश देकर जांच पड़ताल की.
कामां थानाधिकारी धर्मेश दायमा ने बताया कि कामां मेवात क्षेत्र उत्तर प्रदेश और हरियाणा सीमा से सटा हुआ क्षेत्र है. यहां के लोग अन्य राज्यों के लोगों को ऑनलाइन सामान बेचने वाली बेवसाइट और ऑनलाइन ओटीपी जैसे जरियों से ठगी का शिकार बनाते हैं. ऐसे ही बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर के नाम से कामां के ठग बदमाशों ने ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया.
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जिसके बाद बेंगलुरु क्राइम ब्रांच साइबर सेल के 12 सदस्यों की एक स्पेशल टीम गठित कर कामां मेवात क्षेत्र भेजी गई. जहां डीआईजी लक्ष्मण गौड़ और पुलिस अधीक्षक हैदर अली जैदी के सुपरविजन में बेंगलुरु पुलिस और कामां थाना पुलिस ने कई दिन तक कामां मेवात क्षेत्र के दर्जनों गांव में दबिश देकर अनेकों लोगों को हिरासत में लिया था. जिसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने कड़ी पूछताछ और तथ्य जुटाने के बाद 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
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गिरफ्तार किए गए चारों साइबर ठगों को बेंगलुरु पुलिस अपने साथ लेकर बेंगलुरु रवाना हो गई. वहीं बेंगलुरु पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बेंगलुरु सिटी में साइबर ठगी के 11 हजार मामले दर्ज किए गए हैं. जिनमें 800 मामलों में कामां मेवात क्षेत्र के बदमाश के तार जुड़े हुए हैं. जिसकी बेंगलुरु पुलिस सरगर्मी से जांच कर रही है. मई मेवात क्षेत्र में लगातार कई दिनों से चल रही पुलिस की दबिश के चलते बदमाशों में हड़कंप मचा हुआ है.