बाड़मेर. जिले में कुछ दिनों पहले चोरी के आरोप में बुधवार को एक युवक को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस हिरासत में ही यवुक की तबीयत खराब हुई. जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां गुरुवार को 12 बजे संदिग्ध हालत में युवक की अस्पताल में दोपहर करीब 12 बजे मौत हो गई.
इसके बाद जिला मुख्यालय के ग्रामीण थाने में युवक के परिवार वालों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. वहीं परिजनों ने युवक के शव को उठाने से साफ तौर पर इंकार कर दिया. जिसके बाद अस्पताल परिसर के बाहर भारी मात्रा में पुलिस जाब्ता तैनात हो गया. जिसके बाद पुलिस ने मृतक के परिजनों से समझाइश का भी प्रयास किया.
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परिजनों का कहना है कि आखिर उनके बेटे की पुलिस हिरासत में मौत कैसे हुई. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा की इस पूरे मामले में जिससे लापरवाही हुई है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. परिजनों ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए है कि युवक के साथ 10 बजे के बाद कुछ ऐसा किया गया है जिसके चलते उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई. उसे अस्पताल लाया गया जहां पर उसकी मौत हो गई है.
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इसके साथ ही परिजनों की मांग है की उन्हें मुआवजा दिया जाए साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाए. पुलिस और प्रशासन जब तक उनकी मांग नहीं मांगेगे तब तक परिजन युवक के शव को नहीं उठाएंगे. वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद में बाड़मेर अस्पताल के बाहर सैकड़ों लोगों का जमावड़ा लग गया. इसके साथ ही एक दलित नेता भी घटना स्थल पर पहुंच गए. स्थिति को भांपते हुए पुलिस बल का भारी जाब्ता अस्पताल परिसर के बाहर तैनात कर दिया गया. वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खीव सिंह भाटी ने भी परिजनों से समझाइश की.