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थेलेसीमिया-हीमोफीलिया की अवेरनेस के लिए कार्यशाला आयोजित, रक्तदाताओं की सराहना

बाड़मेर में थेलेसीमिया और हीमोफीलिया की अवेरनेस को लेकर शनिवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में स्वेच्छिक रक्तदान करने वाले रक्तदाता शिविर के माध्यम से रक्तदान करवाने वाले आयोजनकर्ता और जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने भाग लिया.

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Published : Mar 6, 2021, 10:37 PM IST

Workshop for Thelesemia Haemophilia, थेलेसीमिया-हीमोफीलिया के लिए कार्यशाला
थेलेसीमिया-हीमोफीलिया के लिए कार्यशाला

बाड़मेर. जिला अस्पताल के ब्लड बैंक की ओर से थेलेसीमिया और हीमोफीलिया की अवेरनेस को लेकर शनिवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर में आयोजित हुई इस कार्यशाला का शुभारम्भ मडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. आर के आसेरी, अस्पताल अधीक्षक डॉ. बी एल मंसुरिया ने दीप प्रज्वलन कर किया.

थेलेसीमिया-हीमोफीलिया के लिए कार्यशाला

इस कार्यशाला में स्वेच्छिक रक्तदान करने वाले रक्तदाता शिविर के माध्यम से रक्तदान करवाने वाले आयोजनकर्ता और जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने भाग लिया. कार्यशाला के दौरान अस्पताल अधीक्षक डॉ. बीएल मंसुरिया ने हीमोफीलिया और थेलेसिमिया के रोगियों को समय-समय पर जांच करवाने की बात कही और इन रोगो के बचाव और उपचार के भी उपाय बताएं.

कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. आरके आसेरी ने हीमोफीलिया और थेलेसिमिया बीमारी पर जानकारी से अवगत करवाते हुए उपचार की विधि पर प्रकाश डाला. वहीं जिला अस्पताल में थेलेसिमिया वॉर रूम स्थापित करवाने के भी निर्देश दिए.

पढ़ें- Women Day Special: जब लोगों की जान आफत में थी, तब वसुंधरा कर रही थी खौफ का खात्मा, 'ताकत सिर्फ हमारे माइंड की होती है'

डॉ. आसेरी ने बाड़मेर जिले के रक्तदाताओं की सराहना करते हुए कहा कि बाड़मेर के रक्तदाता बहुत जागरूक है और समय-समय पर रक्तदान कर ब्लड बैंक को आवश्यकतानुसार रक्त उपलब्ध करवाते रहते है. इससे हीमोफीलिया और थेलेसिमिया को इलाज में मदद मिलती है. ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. मोतीलाल खत्री ने बताया कि सामाजिक जागरूकता और सही कॉउंसलिंग से हीमोफीलिया और थेलेसिमिया से आने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है.

बाड़मेर. जिला अस्पताल के ब्लड बैंक की ओर से थेलेसीमिया और हीमोफीलिया की अवेरनेस को लेकर शनिवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर में आयोजित हुई इस कार्यशाला का शुभारम्भ मडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. आर के आसेरी, अस्पताल अधीक्षक डॉ. बी एल मंसुरिया ने दीप प्रज्वलन कर किया.

थेलेसीमिया-हीमोफीलिया के लिए कार्यशाला

इस कार्यशाला में स्वेच्छिक रक्तदान करने वाले रक्तदाता शिविर के माध्यम से रक्तदान करवाने वाले आयोजनकर्ता और जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने भाग लिया. कार्यशाला के दौरान अस्पताल अधीक्षक डॉ. बीएल मंसुरिया ने हीमोफीलिया और थेलेसिमिया के रोगियों को समय-समय पर जांच करवाने की बात कही और इन रोगो के बचाव और उपचार के भी उपाय बताएं.

कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. आरके आसेरी ने हीमोफीलिया और थेलेसिमिया बीमारी पर जानकारी से अवगत करवाते हुए उपचार की विधि पर प्रकाश डाला. वहीं जिला अस्पताल में थेलेसिमिया वॉर रूम स्थापित करवाने के भी निर्देश दिए.

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डॉ. आसेरी ने बाड़मेर जिले के रक्तदाताओं की सराहना करते हुए कहा कि बाड़मेर के रक्तदाता बहुत जागरूक है और समय-समय पर रक्तदान कर ब्लड बैंक को आवश्यकतानुसार रक्त उपलब्ध करवाते रहते है. इससे हीमोफीलिया और थेलेसिमिया को इलाज में मदद मिलती है. ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. मोतीलाल खत्री ने बताया कि सामाजिक जागरूकता और सही कॉउंसलिंग से हीमोफीलिया और थेलेसिमिया से आने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है.

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