बाड़मेर. जिले के कई आवासीय कॉलोनियों के ऊपर से हाईटेंशन बिजली की तार गुजर रही हैं, जिसकी वजह से कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है. ऐसा ही मामला रविवार को सामने आया, जहां एक निर्माणाधीन मकान में काम करते वक्त एक मजदूर घर से के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन बिजली की तारों की चपेट में आ गया और उसकी दर्दनाक मौत हो गई.
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बीते 7 घंटों से मृतक का शव जिला अस्पताल की मोर्चरी रखा हुआ है. वहीं परिजन और समाज के लोग आर्थिक मुआवजा और विद्युत विभाग के लापरवाह कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं.
मकान मालिक भूर सिंह ने बताया कि मैंने घर की छत की आरसीसी करवाने को लेकर एक ठेका दिया था और शनिवार को आरसीसी हो गई थी, आज सुबह यह मजदूर छत पर साइड प्लेट हटा रहा था. इस दौरान अचानक मकान के ऊपर से गुजर रही बिजली की हाईटेंशन तारों की चपेट में आ गया. जिससे उसकी मौत हो गई. यह मजदूर अपने पुरे परिवार का पेट पालता था.
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उन्होंने कहा कि घर के ऊपर से गुजर रही इस हाईटेंशन बिजली की तारों की शिकायत मैंने बिजली विभाग से की थी, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से आए दिन इसी इलाके में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. पीड़ित परिवार के साथ मेरी पूरी संवेदनाएं हैं.
बुजुर्ग पिता के अनुसार मृतक युवक घर में इकलौता कमाने वाला था, जो घर में 10 लोगों का पेट पालता था. ऐसे में आज करंट की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई है. ऐसे में परिवार का बेहद बुरा हाल है. ऐसे में अब सरकार और प्रशासन माई बाप है. सुबह से ही मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हैं, लेकिन अब तक कोई बड़ा अधिकारी नहीं आया हैं.
कमठा मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष लक्ष्मण वडेरा ने कहा कि विष्णु कॉलोनी इलाके में मजदूरी कर रहे देराजराम करंट की चपेट में आने से मौत हो गई. उन्होंने बताया कि मकान मालिक ने हाईटेंशन बिजली की तारों को हटाने को लेकर कई बात बिजली विभाग के अधिकारियों से की. वहीं कलेक्टर ने भी रहवासी घरों के ऊपर से हाई टेंशन बिजली के तार हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन बावजूद इसके लापरवाह अधिकारियों की वजह से आज एक मजदूर की मौत हो गई.
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ऐसे में हम सरकार और प्रशासन से मांग करते हैं कि पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवजा दिया जाए और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. बता दें कि सुबह करीब 9:00 बजे करंट की चपेट में आने से मजदूर देराजराम (32) की मौत हो गई थी. वहीं इस मामले को लेकर मृतक के परिजन और समाज के लोग मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं. उनकी मांग है कि परिवार को आर्थिक मुआवजा और बिजली विभाग के लापरवाह कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. ताकि भविष्य में किसी के साथ इस तरह कहा था ना हो, फिलहाल मृतक के शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है.