बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर में आत्महत्या के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. बाड़मेर जिले की ग्रामीण इलाकों में आए दिन महिलाएं अपने बच्चों के साथ आत्महत्या कर रही हैं. एक बार फिर धोरीमना थाने के सिलगन गांव में एक महिला ने अपने बच्चे के साथ कूदकर जान दे दी.
महिला के बच्चे के साथ टांके में कूदने की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकाला. इस पूरे मामले में पीहर पक्ष ने ससुराल पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा है कि महिला ने ससुराल पक्ष के बार-बार परेशान और तंग करने के चलते आत्महत्या की है. पुलिस ने बताया कि सिलगन गांव में महिला ने बेटी के साथ टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली. मौके पर पहुंचकर तथ्यों को देखने के साथ ही महिला का पोस्टमार्टम करवा दिया है. अभी तक पीहर पक्ष की ओर से रिपोर्ट नहीं दी गई है. रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें. कोरोना वैक्सीन लाने में बाड़मेर की टीम ने रचा इतिहास, 24 घंटे में तय किया 1200 किलोमीटर का सफर
गौरतलब है कि हाल ही में बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने कहा था कि बाड़मेर में बढ़ती हुई आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस की ओर से विशेष अभियान चलाया जाएगा. जिसमें महिलाओं को जागृत किया जाएगा. आत्महत्या किसी भी बात का समाधान नहीं है. रेगिस्तान के इलाके में टांके में आत्महत्या करने का बहुत बड़ा जरिया बन गई है. आए दिन मामूली सी बात पर महिलाएं खेत में बने टांके में कूदकर जान दे रही है.