बाड़मेर. जिले के वाकल पूरा महाबार गांव को पिछले लंबे समय से पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. इसी बात से परेशान ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंच कर जलदाय विभाग बाड़मेर नगर खंड के अधिशासी अभियंता हजारी राम बालवा को ज्ञापन सौंपा और पानी की समस्या का जल्द समाधान करने की मांग की. इसके साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर समय रहते उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन करेंगे.
गर्मियों के दिनों में पेयजल की किल्लत होना आम बात है, लेकिन राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके बाड़मेर में सर्दी के दिनों में भी ग्रामीणों को पेयजल की किल्लत से सामना करना पड़ रहा है. वहीं, ग्रामीण महंगे दामों पर पानी की टंकियां खरीद कर टांको में डलवाने को मजबूर हो रहे हैं.
कई बार अधिकारियों को अवगत करवाने के बाद भी गांव में पेयजल की समस्या जस की जस बनी हुई है. जिससे परेशान ग्रामीणों ने सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पहुंच कर जलदाय विभाग के नगर खंड के अधिशासी अभियंता हजारी राम बालवा को ज्ञापन सौंपकर गांव में जल्द पेयजल की समस्या से निजात दिलाने की मांग की है.
ज्ञापन देने आए ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत वाकल पूरा महाबार गांव में पिछले काफी समय से पेयजल की समस्या से हमें जूझना पड़ रहा है. हमारे गांव में 10 से 15 पानी की होदिया है और वो सभी पानी के अभाव में खाली पड़ी है. इसमें से कई होदिया जर्जर हालात में है तो किसी मे पक्षियों ने अपना बसेरा बना रखा है.
पढ़ें- बाड़मेर: प्रेमी युगल ने सरकारी स्कूल के टांके में कूदकर किया सुसाइड
ऐसे गांव के ग्रामीणों को पिछले लंबे समय से पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है और महंगे दाम देकर पानी की टंकियां टांको में डलवाने को मजबूर हो रहे हैं. इस बारे में हमने कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया, लेकिन हालात नहीं सुधरे इसलिए मजबूरन आज हमने जिला मुख्यालय पहुंच कर जलदाय विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन सौंप है और समस्या बताई है.
ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द ही वाकल पुरा महाबार गांव में पानी की समस्या का समाधान किया जाए, अन्यथा मजबूर होकर जिला मुख्यालय पर ग्रामीण धरना प्रदर्शन करेंगे. जिसकी समस्त जिम्मेदारी जलदाय विभाग की होगी.