बाड़मेर. जिले की लगेरा, डिगडा, पिड़ियों का तला और आटीगांव के ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में सोमवार को जिला मुख्यालय पर पहुंच कर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया. ग्रामीणों ने ज्ञापन देकर गांव के तालब खसरा नंबर 617/197 निकाले गए अवैध रास्ते को बंद करवाने की मांग की है.
ग्रामीणों का आरोप है कि पहले इस तरह का कोई रास्ता नहीं था, लेकिन क्रेशर मालिकों को फायदा दिलाने के लिए मिलीभगत कर यहां से अवैध रास्ता निकाला गया है. जिसके विरोध गांव के लोग कर रहे हैं. उनकी बात नहीं सुनी जा रही है, जिसके चलते उन्होंने जिला मुख्यालय पर पहुंच कर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है और अवैध रास्ते को बंद करवाने की मांग की.
ज्ञापन देने आए आटी गांव के बुजुर्ग राजू सिंह ने बताया कि गांव बसने के बाद से आज दिन तक वहां पर कोई रास्ता नहीं था, लेकिन क्रेशर मालिकों के मिलीभगत कर अवैध तरीके से रास्ता निकाल दिया गया है. जिसको लेकर वह जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे हैं और ज्ञापन देकर इस अवैध रास्ते को बंद करवाने की मांग की है.
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वहीं, डिगडा गांव के हरि सिंह ने बताया कि गांव बसा है तब से 2 तालाब गांव में है. एक गांव के लोगों के पानी पीने के लिए काम आता था और दूसरा मवेशियों के पानी पीने के लिए. जिस पर सरकार ने पैसे भी खर्च किए हैं. लेकिन क्रेशर मालिकों ने मिलीभगत कर अवैध रास्ता निकाल दिया है. इस रास्ते से ओवरलोड गाड़ियां निकलेगी. जिसको लेकर गांव के लोगों ने विरोध किया, लेकिन फिर भी कुछ नहीं हुआ. ऐसे में हम यहां पर जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने आए हैं. कलेक्टर से अवैध रास्ते को बंद करने की मांग की है.