बाड़मेर. राजस्थान में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीनेशन कैंप चलाए जा रहे हैं. कई जगहों पर वैक्सीन लगवाने में लोग के लापरवाही की जानकारी सामने आ रही है, जो कि दुखद है. लेकिन एक कैंप ऐसा भी है, जहां सरहद पार से काफी संख्या में आए पाकिस्तान विस्थापित (Pakistan Refugee) टीकाकरण (Vaccination Ground Report Rajasthan) करवा रहे हैं, ये किसी सुखद एहसास से कम नहीं है. बाड़मेर जिला मुख्यालय (Barmer News) के अनुसार जिले में एक ऐसा वैक्सीनेशन कैंप चल रहा है, जहां पाक विस्थापितों को रियायत देते हुए टीकाकरण के लिए जरूरी कागजातों में पासपोर्ट (Passport) को स्वीकार किया जा रहा है.
कैंप में कोरोना का टीका (Corona Vaccine) लगवाने पाकिस्तान से आए बुजुर्ग ने बताया कि उनकी उम्र 70 साल है. टीकाकरण के लिए वह जहां भी गए, वहां से उन्हें भारतीय नागरिकता नहीं होने के कारण बैरंग लौटना पड़ा. आखिरकार राजस्थान सरकार ने हमारी सुनी और हमारे लिए अलग से कैंप (Vaccination Camp) लगाया है. इस बात की हमें बेहद खुशी है हम इसके लिए सरकार को धन्यवाद भी देते हैं, क्योंकि इस कैंप में पासपोर्ट के जरिए टीकाकरण किया जा रहा है. हमारे जैसे कई लोग हैं जो कि पाकिस्तान से भारत आ गए हैं, लेकिन अभी तक नागरिकता नहीं मिली है. इसलिए हमारे पास आधार कार्ड, वोटर कार्ड है नहीं है, सिर्फ पासपोर्ट ही है.
पढ़ें: नि:शुल्क टीकाकरण पर बाेले पायलट, केंद्र को मानना पड़ा कांग्रेस का सुझाव
लंबे समय से प्रशासन से कर रहे थे मांग
पाक विस्थापित संघ के जिला अध्यक्ष नरपत सिंह धारवी ने बताया कि हम लोग लंबे समय से प्रशासन से यह मांग कर रहे थे कि पाकिस्तान विस्थापितों के लिए अलग से कैंप लगाया जाए. आखिरकार सरकार ने हमारी सुन ली और अब पासपोर्ट के आधार पर टीकाकरण किया जा रहा है. साथ में जिन लोगों को भारतीय नागरिकता मिल गई है उनका भी टीकाकरण किया जा रहा है. नरपत सिंह धारा का दावा है कि देश का यह पहला ऐसा कैंप होगा, जहां पासपोर्ट के आधार पर टीकाकरण किया जा रहा है. मंगलवार को दोपहर 1 बजे तक 5 लोगों को पासपोर्ट के आधार पर टीका लगाया गया.
टीकाकरण के इंचार्ज कमलेश माली बताते हैं कि इस कैंप में प्रशासन की ओर से यह दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि पासपोर्ट के आधार पर पाक विस्थापितों के टीके लगाए जाएं. अब तक पासपोर्ट के आधार पर ही टीकाकरण किया जा रहा है. साथ में जिन लोगों को भारतीय नागरिकता मिल गई है उनका भी यहां पर टीकाकरण किया जा रहा है.