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किसान आंदोलन पर कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा- विपक्ष आग में घी डालने का काम कर रहा है

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने किसान आंदोलन को लेकर विपक्ष पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि विपक्ष किसानों को भड़काने और आग में घी डालने का काम कर रहा है.किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर निशाना साधना चाह रहा है. लेकिन उसमें सफलता नहीं मिलेगी. क्योंकि कुछ लोग इन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. जबकि करोड़ों-करोड़ किसान इन कानूनों का समर्थन कर रहे हैं.

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Published : Feb 7, 2021, 9:47 PM IST

Updated : Feb 7, 2021, 10:05 PM IST

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केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी

बाड़मेर. कृषि कानूनों के विरोध में करीबन 3 महीनों से किसान दिल्ली को घेरे हुए हैं. किसानों और सरकार के बीच कई वार्ताओं का दौर हुआ. जिसमें किसान सरकार से कानून वापसी की मांग कर रहे हैं जबकि सरकार संशोधन को तैयार है. जिसके चलते अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है. रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र बाड़मेर के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि पूरा देश देख रहा है कि किसान और किसान यूनियन से 11 दौर की वार्ता हो चुकी है और सौहार्दपूर्ण वातावरण में वार्ता हुई है.

कैलाश चौधरी का विपक्ष पर हमला

पढे़ं: राकेश टिकैत की पृष्ठभूमि हम जानते हैं, वह पहले विरोध करते हैं फिर समझौता कराते हैं - अरुण सिंह

उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से कृषि कानून किसानों के हित में हैं. मोदी जी की सरकार लगातार प्रयास कर रही है और विपक्ष किसानों को भड़काने और आग में घी डालने का काम कर रहा है. विपक्ष किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर निशाना साधना चाह रहा है. लेकिन उसमें सफलता नहीं मिलेगी. क्योंकि कुछ लोग इन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. जबकि करोड़ों करोड़ किसान इन कानूनों का समर्थन कर रहे हैं.

कैलाश चौधरी ने कहा कि एमएसपी प्रशासनिक निर्णय है और प्रशासनिक निर्णय के आधार पर आगे निरंतर एमएसपी पर खरीद होती रहेगी और प्रतिवर्ष एमएसपी बढ़ाई जाती है और एमएसपी पर खरीद भारत सरकार का कमिटमेंट है.

सरकार संशोधन को तैयार

उन्होंने कहा कि किसान यूनियन के नेताओं से यह निवेदन करता हूं कि अभी भी यह जो कानून है इसमें कहीं भी आपको लगता है कि इसमें संशोधन की आवश्यकता है तो उसके लिए हम तैयार हैं. किसान यूनियन के नेता सिर्फ कानूनों को रिफिल करने की बात कर रहे हैं और कुछ लोग काला कानून भी कहते हैं तो मैं उनसे यह पूछना चाहूंगा कि इन कानूनों में काला क्या है वह बताने को तैयार नहीं है.

किसान नेता प्रारंभिक मुद्दों से भटक गए हैं

कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि जिस समय किसान आंदोलन शुरू हुआ था. उस समय किसान यूनियन के नेताओं के प्रारंभ में जो मुद्दे थे वह अलग थे और जैसे-जैसे आंदोलन आगे बढ़ा वैसे इनके मुद्दे भी अलग हो गए हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जब किसान यूनियन के नेता प्रारंभिक मुद्दों पर आएंगे तो निश्चित रूप से इसका समाधान निकलेगा और हम पूरे आशावान हैं. अगली जब भी वार्ता होगी तो उस वार्ता के अंदर एक समाधान की ओर आगे बढ़ेंगे निश्चित रूप से समाधान होगा.

राहुल गांधी पर साधा निशाना

आगामी कुछ दिनों में राहुल गांधी का राजस्थान का दौरा है. जिसमें वे कृषि कानूनों को लेकर सभाएं करेंगे. ऐसे में कैलाश चौधरी ने उन पर जमकर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर निशाना साधना चाह रहा है लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि विपक्ष हर उस काम का विरोध करना है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. राहुल गांधी भी बढ़-चढ़कर उसकी शुरुआत कर रहे हैं. चाहे धारा 370 हटी तो राहुल गांधी ने विरोध किया. सीएए कानून आया तो राहुल गांधी ने विरोध किया और अब कृषि कानून आए तो इसका विरोध किया.

बाड़मेर. कृषि कानूनों के विरोध में करीबन 3 महीनों से किसान दिल्ली को घेरे हुए हैं. किसानों और सरकार के बीच कई वार्ताओं का दौर हुआ. जिसमें किसान सरकार से कानून वापसी की मांग कर रहे हैं जबकि सरकार संशोधन को तैयार है. जिसके चलते अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है. रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र बाड़मेर के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि पूरा देश देख रहा है कि किसान और किसान यूनियन से 11 दौर की वार्ता हो चुकी है और सौहार्दपूर्ण वातावरण में वार्ता हुई है.

कैलाश चौधरी का विपक्ष पर हमला

पढे़ं: राकेश टिकैत की पृष्ठभूमि हम जानते हैं, वह पहले विरोध करते हैं फिर समझौता कराते हैं - अरुण सिंह

उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से कृषि कानून किसानों के हित में हैं. मोदी जी की सरकार लगातार प्रयास कर रही है और विपक्ष किसानों को भड़काने और आग में घी डालने का काम कर रहा है. विपक्ष किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर निशाना साधना चाह रहा है. लेकिन उसमें सफलता नहीं मिलेगी. क्योंकि कुछ लोग इन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. जबकि करोड़ों करोड़ किसान इन कानूनों का समर्थन कर रहे हैं.

कैलाश चौधरी ने कहा कि एमएसपी प्रशासनिक निर्णय है और प्रशासनिक निर्णय के आधार पर आगे निरंतर एमएसपी पर खरीद होती रहेगी और प्रतिवर्ष एमएसपी बढ़ाई जाती है और एमएसपी पर खरीद भारत सरकार का कमिटमेंट है.

सरकार संशोधन को तैयार

उन्होंने कहा कि किसान यूनियन के नेताओं से यह निवेदन करता हूं कि अभी भी यह जो कानून है इसमें कहीं भी आपको लगता है कि इसमें संशोधन की आवश्यकता है तो उसके लिए हम तैयार हैं. किसान यूनियन के नेता सिर्फ कानूनों को रिफिल करने की बात कर रहे हैं और कुछ लोग काला कानून भी कहते हैं तो मैं उनसे यह पूछना चाहूंगा कि इन कानूनों में काला क्या है वह बताने को तैयार नहीं है.

किसान नेता प्रारंभिक मुद्दों से भटक गए हैं

कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि जिस समय किसान आंदोलन शुरू हुआ था. उस समय किसान यूनियन के नेताओं के प्रारंभ में जो मुद्दे थे वह अलग थे और जैसे-जैसे आंदोलन आगे बढ़ा वैसे इनके मुद्दे भी अलग हो गए हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जब किसान यूनियन के नेता प्रारंभिक मुद्दों पर आएंगे तो निश्चित रूप से इसका समाधान निकलेगा और हम पूरे आशावान हैं. अगली जब भी वार्ता होगी तो उस वार्ता के अंदर एक समाधान की ओर आगे बढ़ेंगे निश्चित रूप से समाधान होगा.

राहुल गांधी पर साधा निशाना

आगामी कुछ दिनों में राहुल गांधी का राजस्थान का दौरा है. जिसमें वे कृषि कानूनों को लेकर सभाएं करेंगे. ऐसे में कैलाश चौधरी ने उन पर जमकर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर निशाना साधना चाह रहा है लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि विपक्ष हर उस काम का विरोध करना है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. राहुल गांधी भी बढ़-चढ़कर उसकी शुरुआत कर रहे हैं. चाहे धारा 370 हटी तो राहुल गांधी ने विरोध किया. सीएए कानून आया तो राहुल गांधी ने विरोध किया और अब कृषि कानून आए तो इसका विरोध किया.

Last Updated : Feb 7, 2021, 10:05 PM IST
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