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बाड़मेर में 17 दिनों से ट्रक ऑपरेटर की हड़ताल जारी, एसपी को सौंपा ज्ञापन - एसपी को सौंपा ज्ञापन

बिजली उत्पादन का काम कर रही एक निजी कंपनी में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने की मांग को लेकर ग्रामीण और ट्रक ऑपरेटर आमरण अनशन पर बैठे हैं. जिसको लेकर उन्होंने जिला कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपा.

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17 दिनों से ट्रक ऑपरेटर की हड़ताल जारी, एसपी को सौंपा ज्ञापन
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Published : Jul 20, 2020, 10:48 PM IST

बाड़मेर. जिले के भादरेस गांव में बिजली उत्पादन का काम कर रही एक निजी कंपनी में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने की मांग को लेकर ग्रामीण व ट्रक ऑपरेटर आमरण अनशन पर बैठे हैं. पिछले 17 दिनों से गांव में धरने पर बैठने के साथ-साथ लोग पिछले 4 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. वहीं उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही है, जिसके चलते सोमवार को उन्होंने जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपा.

17 दिनों से ट्रक ऑपरेटर की हड़ताल जारी, एसपी को सौंपा ज्ञापन

ज्ञापन में उन्होंने उक्त मामले में मध्यस्थता कर उचित हल निकालने की मांग की है. ज्ञापन देने आए ट्रक ऑपरेटर मेहरा राम ने बताया कि भादरेस गांव में पिछले 17 दिनों से ट्रक ऑपरेटरों की ओर से शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि निजी कंपनी की ओर से प्लांट की स्थापना के दौरान स्थानीय लोगों को कंपनी मालिक की ओर से कई वादे किए गए थे. वादों में कहा गया था कि स्थानीय स्तर पर प्रत्येक क्षेत्र में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता प्रदान की जाएगी.

उनका कहना है कि कंपनी ने भूमि अधिग्रहण के बाद कंपनी के स्थानीय लोगों को प्राथमिकता के वादे पर ग्रामीणों ने कई गाड़ियां खरीद ली, पर अब यह गाड़ियां खड़ी करने की स्थिति में आ गई है. इनकी मांग है कि भाड़े में बढ़ोतरी की जाए क्योंकि लगातार पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है. जिसके बाद कंपनी की ओर से भाड़े की दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं हो रही है, जिसको लेकर हमें मजबूरन धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है.

गांव में पिछले 17 दिनों से 300 से अधिक लोग धरने पर बैठे हुए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से किसी ने हमारी सुध तक नहीं ली. इस पूरे मामले को लेकर एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि ट्रक ऑपरेटरों का कहना है कि कंपनी ने स्थापना के समय कई वादे किए थे और भूमि अधिग्रहण के मिले पैसों की वजह से गाड़ियां खरीद ली. जिसके बाद अब यह भाड़े में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं और पिछले कई दिनों से गांव में धरने पर बैठे हुए हैं.

पढ़ें: परिवहन मंत्री के साथ ट्रांसपोर्टर्स की बैठक, हड़ताल हुई खत्म

कंपनी का कहना है कि ट्रक ऑपरेटरों से कोई लिखित एग्रीमेंट नहीं हुआ है. यह ट्रक ऑपरेटर ज्यादा भाड़े की मांग कर रहे हैं. जिसपर कंपनी कम दर के भाड़े वालों के ट्रक ऑपरेटर से काम करवा रही है. ऐसे में यह लोग गांव में धरने पर बैठे हुए हैं. सोमवार को उन्होंने जिला कलेक्टर और मेरे समक्ष उपस्थित होकर उन्होंने अपनी बात रखी है. ऐसे में हम प्रयास करेंगे कि कंपनी और इन ट्रक ऑपरेटरों के बीच वार्ता करवाकर कोई हल निकाला जाए.

बाड़मेर. जिले के भादरेस गांव में बिजली उत्पादन का काम कर रही एक निजी कंपनी में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने की मांग को लेकर ग्रामीण व ट्रक ऑपरेटर आमरण अनशन पर बैठे हैं. पिछले 17 दिनों से गांव में धरने पर बैठने के साथ-साथ लोग पिछले 4 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. वहीं उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही है, जिसके चलते सोमवार को उन्होंने जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपा.

17 दिनों से ट्रक ऑपरेटर की हड़ताल जारी, एसपी को सौंपा ज्ञापन

ज्ञापन में उन्होंने उक्त मामले में मध्यस्थता कर उचित हल निकालने की मांग की है. ज्ञापन देने आए ट्रक ऑपरेटर मेहरा राम ने बताया कि भादरेस गांव में पिछले 17 दिनों से ट्रक ऑपरेटरों की ओर से शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि निजी कंपनी की ओर से प्लांट की स्थापना के दौरान स्थानीय लोगों को कंपनी मालिक की ओर से कई वादे किए गए थे. वादों में कहा गया था कि स्थानीय स्तर पर प्रत्येक क्षेत्र में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता प्रदान की जाएगी.

उनका कहना है कि कंपनी ने भूमि अधिग्रहण के बाद कंपनी के स्थानीय लोगों को प्राथमिकता के वादे पर ग्रामीणों ने कई गाड़ियां खरीद ली, पर अब यह गाड़ियां खड़ी करने की स्थिति में आ गई है. इनकी मांग है कि भाड़े में बढ़ोतरी की जाए क्योंकि लगातार पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है. जिसके बाद कंपनी की ओर से भाड़े की दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं हो रही है, जिसको लेकर हमें मजबूरन धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है.

गांव में पिछले 17 दिनों से 300 से अधिक लोग धरने पर बैठे हुए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से किसी ने हमारी सुध तक नहीं ली. इस पूरे मामले को लेकर एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि ट्रक ऑपरेटरों का कहना है कि कंपनी ने स्थापना के समय कई वादे किए थे और भूमि अधिग्रहण के मिले पैसों की वजह से गाड़ियां खरीद ली. जिसके बाद अब यह भाड़े में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं और पिछले कई दिनों से गांव में धरने पर बैठे हुए हैं.

पढ़ें: परिवहन मंत्री के साथ ट्रांसपोर्टर्स की बैठक, हड़ताल हुई खत्म

कंपनी का कहना है कि ट्रक ऑपरेटरों से कोई लिखित एग्रीमेंट नहीं हुआ है. यह ट्रक ऑपरेटर ज्यादा भाड़े की मांग कर रहे हैं. जिसपर कंपनी कम दर के भाड़े वालों के ट्रक ऑपरेटर से काम करवा रही है. ऐसे में यह लोग गांव में धरने पर बैठे हुए हैं. सोमवार को उन्होंने जिला कलेक्टर और मेरे समक्ष उपस्थित होकर उन्होंने अपनी बात रखी है. ऐसे में हम प्रयास करेंगे कि कंपनी और इन ट्रक ऑपरेटरों के बीच वार्ता करवाकर कोई हल निकाला जाए.

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